एक बेरहम शराबी पिता ने तीन वर्ष की मासूम बच्ची और पत्नी से मारपीट कर गर्म लोहे के सरिए से दाग दिया। इन दोनों का कसूर बस इतना ही था कि ये भीख में पैसे कम ला पाई। पत्नी और बच्ची जो भी भीख मांग कर लाती उन पैसों से पति शराब पीता था।
शराबी पिता ने पत्नी व तीन वर्षीय मासूम काे भीख में कम पैसे लाने पर बेरहमी से मारपीट कर गर्म लाेहे की राॅड से दाग दिया। वारदात दिल्ली में हुई, देवगढ़ में पीड़िता का पीहर है। पुलिस ने दाेनाें का उपचार करवाने के बाद पुलिस जाप्ते के साथ दिल्ली भेजा। दागने से दोनों मां-बेटी के हाथ-पांव बुरी तरह से जल गए। मानसिंह जी का खेड़ा हाल दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर स्थित धरुहेरा निवासी कैलाशी 30 पुत्री प्रतापनाथ का नाता विवाह कबाड़ी का काम करने वाले पथुनाथ पुत्र मोहननाथ के साथ हुआ।
दिवेर थानाधिकारी दिलीपसिंह ने बताया कि पीड़ित कैलाशीदेवी ने थाने पर आकर अपनी आपबीती सुनाई। जिसमें बताया कि पति पथुनाथ हमेशा शराब के नशे में रहता है एवं उससे भीख मंगवाता है। रोजाना 500 रुपए भीख नहीं लाने पर बेरहमी से मारपीट करता है। 5 दिन पूर्व भीख में सिर्फ 300 रुपए ही मिलने पर घर आने के बाद पति ने बेरहमी से मारपीट की एवं लोहे के सरिए को गर्म कर उसके गुप्तांग, झांगों, पैरों ओर पेट पर दाग दिया। इस दौरान बीच में आई उसकी 3 वर्षीय पुत्री दुर्गा के पैरों पर भी गर्म सलाखे दाग दी। इससे दोनों बुरी तरह से जल गई।
उसका वहशीपन यही खत्म नहीं हुआ बल्कि दोनों को वहीं पर कमरे में बंदकर दिया और कहीं पर भी नहीं जाने देने की धमकियां दी। दर्द से कहराती महिला मौका पाकर मासूम को साथ लेकर वहां से भागने में कामयाब हुई और किसी तरह बचते हुए बस में सवार होकर कामलीघाट पहुंच गई। जहां उसने अपने भाई को बुलाया एवं अपनी आपबीती सुनाई।
अपने भाई के साथ देवगढ़ स्थित सुभाषनगर पहुंची। सूचना पर भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष भंवरलाल शर्मा, नगर अध्यक्ष अमरसिंह चौहान महिला को लेकर देवगढ़ थाने पहुंचे। जहां महिला ने पुलिस अधिकारियों के सामने आपबीती सुनाई। महिला और मासूम काे देवगढ़ सीएचसी में भर्ती करवाया। महिला के अनपढ़ होने एवं घटना जिस क्षेत्र में हुई वहां का थाना मालूम नहीं होने के कारण दिवेर एवं देवगढ़ पुलिस जीरो एफआईआर भी दर्ज नहीं कर सकी। देवगढ़ थानाधिकारी शैतानसिंह नाथावत एवं दिवेर थानाधिकारी दिलीपसिंह ने स्वयं के खर्चे से महिला के साथ उसके भाई एवं एक सिपाही को भेजने की व्यवस्था की। जिससे संबंधित थाना का पता चल सके एवं वहशी दरिंदे के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो सके।