
Petrol Diesel Price : तेल कंपनियों ने 11 मार्च के लिए पेट्रोल और डीजल के नए दाम जारी कर दिए हैं। आज भी ग्राहकों को किसी तरह की राहत नहीं मिली है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें एक समान बनी हुई हैं, जिससे आम जनता को महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद धूमिल होती दिख रही है। हालांकि, पिछली बार ईंधन की कीमतों में संशोधन बीते वर्ष किया गया था, जब पेट्रोल और डीजल की दरों में 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी, लेकिन तब से अब तक कोई नई राहत नहीं दी गई है।
Petrol and diesel price today : बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
Petrol and diesel price today : सरकारी तेल कंपनियों द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश के प्रमुख शहरों में ईंधन के दाम इस प्रकार हैं:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
---|---|---|
दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 103.44 | 89.97 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.85 | 92.44 |
बेंगलुरु | 102.86 | 88.94 |
लखनऊ | 94.65 | 87.76 |
नोएडा | 94.87 | 88.01 |
गुरुग्राम | 95.19 | 88.05 |
चंडीगढ़ | 94.24 | 82.40 |
जयपुर | 104.72 | 90.21 |
पटना | 105.18 | 92.04 |
राजसमंद | 105.23 | 90.67 |
गुजरात | 94.540 | 90.210 |
उदयपुर | 105.51 | 90.93 |
Fuel price in India today : तेल कंपनियां करती हैं दाम तय
Fuel price in India today : भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) हर रोज़ पेट्रोल और डीजल के नए रेट्स अपडेट करती हैं। आखिरी बार मार्च 2024 में पेट्रोल और डीजल के दामों को संशोधित किया गया था, जब इनकी कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई थी। इसके बाद से अब तक किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। सरकार और तेल कंपनियों की ओर से भविष्य में दाम घटाने को लेकर कोई संकेत नहीं मिले हैं।
How To Check Online Petrol Diesel Price : घर बैठे पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे चेक करें?
अगर आप अपने शहर में पेट्रोल और डीजल के ताजा दाम जानना चाहते हैं, तो यह बेहद आसान है। इसके लिए आपको ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा।
इसके अलावा, SMS के जरिए भी आप पेट्रोल-डीजल की कीमतें जान सकते हैं:
- इंडियन ऑयल (IOCL): अपने मोबाइल से RSP <शहर का कोड> लिखकर 9224992249 पर भेजें।
- भारत पेट्रोलियम (BPCL): RSP लिखकर 9223112222 पर SMS करें।
इस सुविधा के जरिए आप देश के किसी भी कोने में बैठे-बैठे पेट्रोल और डीजल की कीमतों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Petrol diesel latest price update : क्या निकट भविष्य में मिल सकती है राहत?
Petrol diesel latest price update : पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर ग्राहकों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि आगे कीमतें घटेंगी या और बढ़ेंगी। फिलहाल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है, जिसका असर भारत में भी पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें स्थिर होती हैं, तो सरकार और तेल कंपनियां ईंधन की कीमतों में कुछ राहत दे सकती हैं। हालांकि, फिलहाल इस पर कोई ठोस बयान सामने नहीं आया है। 11 मार्च को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में किसी तरह की राहत नहीं दी गई है। देशभर के प्रमुख शहरों में ईंधन की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, जिससे आम जनता पर महंगाई का बोझ बना हुआ है। अगर आप अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के दाम जानना चाहते हैं, तो SMS या ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
Petrol Diesel Price Jaipur : पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले प्रमुख कर
- केंद्रीय उत्पाद शुल्क (Excise Duty)
- केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाने वाला यह टैक्स सभी राज्यों में समान होता है।
- यह एक निश्चित राशि के रूप में लगाया जाता है और अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों से अप्रभावित रहता है।
- वैल्यू ऐडेड टैक्स (VAT)
- यह राज्य सरकारों द्वारा लगाया जाता है और राज्य दर राज्य भिन्न होता है।
- राज्यों में वैट की दरें अलग-अलग होने के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग-अलग होती हैं।
- रोड सेस (Road Cess)
- केंद्र सरकार सड़क और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पेट्रोल और डीजल पर एक अतिरिक्त टैक्स लगाती है।
- इसे विशेष रूप से हाईवे और सड़क निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है।
- अतिरिक्त राज्य शुल्क और सरचार्ज
- कुछ राज्य सरकारें वैट के अलावा अतिरिक्त टैक्स या सरचार्ज लगाती हैं।
- यह राज्य की राजकोषीय नीतियों और आर्थिक स्थितियों के आधार पर तय किया जाता है।
- लोकल बॉडी टैक्स (Local Body Tax – LBT)
- कुछ नगर निगम और स्थानीय निकाय अपने अधिकार क्षेत्र में पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर अतिरिक्त टैक्स लगाते हैं।
- यह अंतिम खुदरा कीमत को और अधिक बढ़ा सकता है।
- कस्टम ड्यूटी (Custom Duty)
- यह मुख्य रूप से आयातित कच्चे तेल पर लगाया जाता है।
- कस्टम ड्यूटी दरों में उतार-चढ़ाव से पेट्रोल और डीजल की लागत अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होती है।
- गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST)
- वर्तमान में, पेट्रोल और डीजल जीएसटी के तहत नहीं आते हैं।
- समय-समय पर इन्हें जीएसटी के अंतर्गत लाने की चर्चा होती रही है, जिससे टैक्स संरचना सरल हो सकती है और राज्यों में कीमतों का अंतर कम हो सकता है।

Petrol Diesel Price Udaipur : भारत में डीजल और पेट्रोल की कीमतों में शहरों के अनुसार अंतर क्यों?
भारत के विभिन्न शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर देखा जाता है। इसके पीछे कई महत्वपूर्ण कारण होते हैं:
- स्थानीय टैक्स और शुल्क
- प्रत्येक राज्य अपनी वैट दरें तय करने के लिए स्वतंत्र है, जिससे कीमतों में अंतर आता है।
- जिन राज्यों में वैट की दरें अधिक होती हैं, वहां पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी अधिक होती हैं।
- ट्रांसपोर्ट लागत
- डीजल और पेट्रोल की आपूर्ति प्रमुख रिफाइनरियों या बंदरगाहों से की जाती है।
- शहर की दूरी जितनी अधिक होगी, परिवहन लागत उतनी ही ज्यादा होगी, जिससे कीमतें बढ़ जाती हैं।
- डीलर कमीशन
- पेट्रोल पंप डीलरों को हर लीटर की बिक्री पर एक निश्चित कमीशन दिया जाता है।
- यह कमीशन शहरों के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है।
- स्थानीय मांग और प्रतिस्पर्धा
- जिन शहरों में ईंधन की मांग अधिक होती है या पेट्रोल पंपों के बीच प्रतिस्पर्धा अधिक होती है, वहां कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है।
- प्रतिस्पर्धा कम होने से कीमतें स्थिर रहती हैं, जबकि अधिक प्रतिस्पर्धा वाले क्षेत्रों में कीमतें नियंत्रित रहती हैं।
- वैश्विक और स्थानीय बाजार की परिस्थितियाँ
- अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव का सीधा प्रभाव पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है।
- स्थानीय स्तर पर वितरण लागत, मांग और कर नीतियों के कारण भी अंतर देखा जाता है।
Petrol Diesel Price Rajsamand Today : भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत कैसे निर्धारित की जाती है?
भारत में ईंधन की कीमतें विभिन्न कारकों के संयोजन से तय होती हैं। आइए इस प्रक्रिया को समझते हैं:
1. कच्चे तेल की कीमतें
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें वैश्विक आपूर्ति और मांग के आधार पर घटती-बढ़ती हैं।
- कच्चे तेल के महंगे होने पर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ जाती हैं।
2. मुद्रा विनिमय दर (Exchange Rate)
- भारतीय रुपया और अमेरिकी डॉलर के बीच विनिमय दर भी कीमतों को प्रभावित करता है।
- चूंकि कच्चे तेल का आयात डॉलर में किया जाता है, इसलिए रुपये की कमजोरी कीमतों को बढ़ा सकती है।
3. रिफाइनिंग और वितरण लागत
- कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल में बदलने की प्रक्रिया में रिफाइनिंग लागत लगती है।
- इसके अलावा, लॉजिस्टिक्स और परिवहन लागत भी कीमतों में जुड़ती है।
4. सरकारी कर (Excise Duty & VAT)
- केंद्र सरकार और राज्य सरकारें विभिन्न प्रकार के कर लगाती हैं, जिससे कीमतें बढ़ती हैं।
5. डीलर कमीशन
- पेट्रोल पंप मालिकों को मिलने वाला कमीशन भी अंतिम खुदरा कीमत में जोड़ा जाता है।
6. दैनिक मूल्य निर्धारण (Dynamic Pricing Model)
- भारत में 2017 से डेली प्राइसिंग सिस्टम लागू किया गया है।
- इसका मतलब यह है कि अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों और विनिमय दर में बदलाव के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रतिदिन अपडेट की जाती हैं।