
Student got burnt due to electric current : राजसमंद शहर में धोइंदा स्थित सुभाष पब्लिक सीनियर सैकंड्री स्कूल में एक दर्दनाक हादसा हो गया। गनीमत रही कि छात्र झुलझकर झटके से नीचे गिर पड़ा, जिससे वह बच गया, लेकिन घायल छात्र अभी अनंता हॉस्पीटल एवं मेडिकल कॉलेज में उपचाररत है। हादसे के बाद छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन के प्रति नाराजगी व्यक्त की।
Subhash public Senior secondary School dhoinda : सुभाष पब्लिक स्कूल संचालक राहुल कुमावत ने बताया कि 11वीं कॉमर्स का छात्र शुभम पुत्र आसूराम कुमावत स्कूल के पीछे स्थित ग्राउंड में बैडमिंटन खेल रहा था, तभी कॉक खेल मैदान के किनारे पर बने टीनशेड पर जा गिरी, जिसे लेने के लिए शुभम चढ़ गया। ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन के स्पर्श करने से छात्र शुभम गंभीर रूप से झुलस गया। बाद में उसे तत्काल आरके जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां उसका उपचार कराया गया। परिजन भी अस्पताल पहुंचे गए और घायल छात्र को अनंता हॉस्पीटल एवं मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां उसका उपचार जारी है। बताया कि कंधा, गला व चेहरा झुलस गया है, जिसका इलाज किया जा रहा है। हादसे के बाद छात्र व परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर बेपरवाही का आरोप लगाया और अर्थ सहयोग नहीं करने की बात कही है, जबकि स्कूल प्रबंधन के राहुल कुमावत का कहना है कि छात्र के इलाज के साथ अगली कक्षाओं में पढ़ाई में विशेष आर्थिक सहयोग की बात कही है। साथ ही स्कूल प्रबंधन का कहना है कि हादसा होने के बाद एक शिक्षक आरके जिला चिकित्सालय से लेकर अनंता हॉस्पीटल तक साथ में है। बताया जा रहा है कि आसुराम कुमावत के परिवार में शुभम इकलौता बेटा है। इसको लेकर परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
Student scorched : पीड़ित छात्र दिखा विद्यालय से नाराज
Student scorched : हादसे के बाद अनंता अस्पताल में भर्ती झुलसा छात्र शुभम ने बताया कि स्कूल में बैडमिंटन खेलते वक्त कॉक टीनशेड पर जा गिरी, जिसे लाने के लिए वह उस पर चढ़ गया। उसे किसी ने नहीं रोका। फिर करंट की चपेट में आकर टीनशेड के ऊपर ही बेहोश हो गया। फिर उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे होश आया। परिजनों का कहना है कि उनके परिवार का इकलौता बेटा है और स्कूल प्रबंधन की बेपरवाही से ही हादसा हुआ है। परिजन बोले कि वह मजदूरी कर घर गुजारा चलाते हैं और अब छात्र के इलाज का खर्च वहन करना भी उनके लिए बड़ा मुश्किल है।
हादसे के बाद विद्युत निगम पर भी उठे सवाल
Rajsamand News : धोइंदा स्थित सुभाष पब्लिक सीनियर सैकंड्री स्कूल में बैडमिंटन खेलते छात्र शुभम कुमावत के करंट से झुलसने की घटना के बाद ढीले तारों को लेकर कहीं न कहीं अजमेर विद्युत वितरण निगम की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आ गई है। हालांकि बिजली लाइन पुरानी है और उसके नीचे टीनशेड का निर्माण करना भी सवाल उठाता है। यह राहत की बात है कि करंट से झुलसकर छात्र बच गया, वरना 11 हजार केवी बिजली लाइन की चपेट में आने पर किसी का भी बचना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन था। भविष्य में इस तरह के हादसे स्कूल क्या किसी भी जगह नहीं हो, इसको लेकर शिक्षा विभाग और अजमेर विद्युत वितरण निगम का क्या सबक लेता है और प्रशासन का क्या रूख रहता है। यह देखने वाली बात है।
accident Alert : हादसे रोकने के उपाय
1. स्कूल परिसरों में बिजली लाइनों की जांच और शिफ्टिंग
स्कूलों के आसपास से गुजरने वाली हाई-वोल्टेज बिजली लाइनों को चिन्हित कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाना चाहिए। विद्युत विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि स्कूलों के पास ढीले तार या कम ऊंचाई पर लटकती तारें न हों।
2. सुरक्षा मानकों का पालन
स्कूल प्रबंधन को बिजली सुरक्षा मानकों का पालन करना चाहिए। खेल मैदानों, टीनशेड और अन्य संरचनाओं का निर्माण बिजली लाइनों से सुरक्षित दूरी पर होना चाहिए। छात्रों को ऐसी जगहों पर चढ़ने से रोकने के लिए चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।
3. विद्युत सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम
छात्रों और स्कूल स्टाफ के लिए बिजली सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं, जिससे वे करंट लगने के खतरों और प्राथमिक उपचार के बारे में जान सकें।