
Businessman Died due to bee stings : राजसमंद जिले के ताल गांव में गृह शांति हवन व पूर्वज स्थानक पर पूजन के दौरान मधुक्खियों के हमले से एक ज्वैलर्स कारोबारी की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद व्यापारी सहित सभी लोगों को एम्बुलेंस से तत्काल भीम चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां कारोबारी ने दम तोड़ दिया, जबकि अन्य लोगों का उपचार जारी है। इस घटना न सिर्फ परिजन हैरान है, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर छा गई।
ताल के व्यवसायी हरिप्रकाश ने बताया कि ताल बस स्टैंड के पास पूर्वज स्थानक पर पूजन व हवन अनुष्ठान चल रहा था। पंडित अरविंद तिवारी के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन में आहुतियां दी जा रही थी, तभी अचानक मधुक्खियों ने हमला कर दिया। हवन स्थल पर अफरातफरी मच गई। आहुतियां दे रहे ज्वैलर्स कारोबारी ताल हाल बैंगलुरु निवासी सुरेश कुमार दक (58) पुत्र रामलाल, उनकी पत्नी सीतादेवी व पंडित अरविंद तिवारी सहित सभी लोग मौके पर भाग खड़े हुए, मगर मधुमक्खियों ने पीछा किया और छत्ते की ज्यादातर मधुक्खियों ने सुरेश कुमार दक को डंक मारे गए। बाद में उन्हें एम्बुलेंस से तत्काल भीम उप जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसके अलावा सीतादेवी दक, पंडित अरविंद तिवारी, मीनादेवी, पूरण खटीक, गणेश खटीक, जेठूसिंह रावत सहित करीब एक दर्जन लोग मधुक्खियों के डंक से गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका भीम के उप जिला चिकित्सालय में उपचार जारी है। घटना के बाद परिवार के साथ समूचे ताल गांव में अफरातफरी के बाद गमगीन माहौल हो गया। फिलहाल सुरेश कुमार दक के परिजनों को सूचित करते हुए उनकी पार्थिव देह को ताल गांव में घर पर लाया गया।
Rajsamand News Today : पूरा परिवार बैंगलुरु में, पति- पत्नी ही गांव आए
Rajsamand News Today : हरिप्रकाश ने बताया कि सुरेश कुमार दक का पूरा परिवार ज्वैलर्स व्यवसाय के चलते बैंगलुरु में प्रवासरत है। पूर्वज पूजन, गृह शांति एवं एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए दो तीन दिन पहले ही ताल गांव आए थे। ताल गांव के बस स्टैंड के पास पूजन चल रहा था, जहां उसके पास ही मधुमक्खियों का छत्ता था। हवन से उठे धुएं के चलते मधुमक्खियों ने हमला कर दिया।
हमले में एक की मौत
प्रथम दृष्टया ताल में मधुमक्खियों के हमले से एक व्यक्त की मौत हुई। इमरजेंसी में ड्यूटी डॉक्टर ने देखा था। चेहरे व गले में ज्यादा काटने से सुजन की वजह से अक्सर श्वास लेना मुश्किल हो जाता है और उस कंडीशन में मौत हो जाती है। जब भी कहीं मधुमक्खियां का अटैक हो, तो चेहरा व गले को बचाने का सबसे पहले प्रयास करना चाहिए, ताकि जानलेवा न हो।
डॉ. सुरेश कुमार मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी उप जिला चिकित्सालय भीम
Bhim News : मधुमक्खी हमले से बचने के उपाय
- मधुमक्खियों का हमला एक खतरनाक स्थिति हो सकती है, लेकिन कुछ सावधानियों के साथ इससे बचा जा सकता है। अमेरिकी आंतरिक राष्ट्रीय उद्यान सेवा विभाग के सगुआरो नेशनल पार्क के एक गाइड के अनुसार, मधुमक्खियाँ आमतौर पर पहले सीधे हमला नहीं करतीं। यदि कोई मधुमक्खी आपके सिर के आसपास मंडराए या हमला करे, तो यह खतरे का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत सतर्क हो जाएँ और वहाँ से भागें, क्योंकि कुछ ही देर में मधुमक्खियों का पूरा झुंड हमला कर सकता है। ये कीड़े सैकड़ों की संख्या में आक्रमण करते हैं, और इनका मुकाबला करना लगभग असंभव होता है। इसलिए सबसे पहला और समझदारी भरा कदम है कि आप तुरंत किसी सुरक्षित स्थान की ओर दौड़ें।
- मधुमक्खियों को देखते ही घबराकर हाथ-पैर चलाना खतरनाक हो सकता है। लोग अक्सर मधुमक्खी की भनभनाहट सुनते ही उसे भगाने के लिए हाथों से हिलाने लगते हैं। नेशनल पार्क के गाइड बताते हैं कि ऐसा करने से मधुमक्खियाँ अपनी रानी की रक्षा के लिए और आक्रामक हो जाती हैं और तुरंत हमला कर देती हैं। इसलिए शांत रहकर स्थिति को संभालना ज़रूरी है। अगर हमला हो जाए, तो अपने चेहरे को प्राथमिकता दें। मधुमक्खियाँ शरीर के काले धब्बों जैसे मुँह, नाक और आँखों को निशाना बनाती हैं, क्योंकि ये क्षेत्र संवेदनशील होते हैं। अपने हाथों से चेहरा ढककर इन हिस्सों को बचाने की कोशिश करें।
- कई लोग मधुमक्खियों से बचने के लिए पानी में कूद जाते हैं, लेकिन विशेषज्ञ इसे गलत मानते हैं। पानी में कूदने से न तो मधुमक्खियाँ पीछा छोड़ती हैं और न ही आप पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं; उल्टा डूबने का खतरा बढ़ जाता है। अगर मधुमक्खी काट ले, तो तुरंत डंक को शरीर से निकालें, क्योंकि यह जहरीला हो सकता है। डंक निकालने में देरी न करें और अगर कई डंक लगे हों, तो बिना वक्त गँवाए अस्पताल पहुँचें। मधुमक्खियों से बचाव के लिए सावधानी और त्वरित निर्णय ही सबसे कारगर उपाय हैं।
Laxman Singh Rathor को पत्रकारिता के क्षेत्र में दो दशक का लंबा अनुभव है। 2005 में Dainik Bhakar से कॅरियर की शुरुआत कर बतौर Sub Editor कार्य किया। वर्ष 2012 से 2019 तक Rajasthan Patrika में Sub Editor, Crime Reporter और Patrika TV में Reporter के रूप में कार्य किया। डिजिटल मीडिया www.patrika.com पर भी 2 वर्ष कार्य किया। वर्ष 2020 से 2 वर्ष Zee News में राजसमंद जिला संवाददाता रहा। आज ETV Bharat और Jaivardhan News वेब पोर्टल में अपने अनुभव और ज्ञान से आमजन के दिल में बसे हैं। लक्ष्मण सिंह राठौड़ सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि खबरों की दुनिया में एक ब्रांड हैं। उनकी गहरी समझ, तथ्यात्मक रिपोर्टिंग, पाठक व दर्शकों से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें पत्रकारिता का चमकदार सितारा बना दिया है।
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