मवेशियों की चराई के लिए आरक्षित चरागाह जमीन पर कतिपय लोग दबंगई के चलते अतिक्रमण कर रहे हैं, मगर प्रशासन ठोस कदम नहीं उठा रहा है। अतिक्रमण करने वालों में आम लोगों के साथ शिक्षक व पटवारी तक भी शामिल होने का आरोप है। शिकायत के छह माह बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोशित ग्रामीण कलक्टर अरविंद पोसवाल के पास पहुंच गए, तो गुरुवार को देवगढ़ उपखंड अधिकारी चंद्रप्रकाश वर्मा ने मौका देखते हुए स्वत: अतिक्रमण हटाने के लिए 3 दिन का अल्टीमेटम जारी कर दिया है।
कालेसरिया के आसु गुर्जर, भैरा गुर्जर, गोपी गुर्जर, धन्नालाल माली, खेमराज गुर्जर, मांगीलाल गुर्जर, किशनलाल गुर्जर ने राजसमंद पहुंचकर जिला कलक्टर से शिकायत की। ज्ञापन में आरोप है कि कालेसरिया 30 बीघा चरागाह जमीन है, जिसमें कतिपय लोगों द्वारा अतिक्रमण कर तहस नहस किया जा रहा है। अतिक्रमण करने वालों में शिक्षक गोविंद पारीक व पटवारी पारस सालवी के भी शामिल होने के आरोप है। चरागाह जमीन में जेसीबी चलाकर कई पेड़ पौधे व झाडिय़ा भी काट दी गई, जिससे चरागाह जमीन नष्ट हो गई है। इसके चलते गांव के मवेशियों के चरने की जमीन नष्ट हो रही है। ज्ञापन में बताया कि कालेसरिया, मटुनिया, धांगड़ा खेड़ा व भाणोली गांव में कतिपय लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया जाए। अगर प्रशासन द्वारा जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई, तो ग्रामवासी चक्काजाम करते हुए उग्र आंदोलन करेंगे, जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार रहेगा।
एसडीएम ने देखा मौका
कालेसरिया पंचायत के ग्रामीणों के कलक्टर के पास पहुंचने के बाद देवगढ़ एसडीएम चंद्रप्रकाश वर्मा व देवगढ़ तहसीलदार उगमसिंह राजपुरोहित कालेसरिया पहुंच गए। चरागाह जमीन का अवलोकन करने के बाद कतिपय लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को स्वत: हटाने की चेतावनी दी। स्वत: कब्जा नहीं हटाने पर प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाया जाएगा।
ढाई बीघा पर अतिक्रमण
कालेसरिया पटवारी वासुदेव पंड्या ने बताया कि चरागाह जमीन पर जेसीबी से खड्डे कर कुछ पेड़ पौधे नष्ट किए गए, मगर अतिक्रमण ढाई बीघा पर चिह्नित किया गया है। जिनके द्वारा अतिक्रमण कर रखा है, उन्हें उपखंड अधिकारी व तहसीलदार द्वारा अंतिम चेतावनी दी गई है कि वे जल्द स्वत: अतिक्रमण हटा लेंवे, वरना प्रशासन द्वारा हटाया जाएगा।