
EPFO : प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर Current Affairs से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों की सोच और समझ को व्यापक बनाना होता है। खासकर UPSC जैसी परीक्षाओं में Prelims और Mains के साथ-साथ इंटरव्यू भी काफी मायने रखता है, जहां उम्मीदवारों को देश-दुनिया में हो रही घटनाओं की पूरी जानकारी होना जरूरी होता है। इसी क्रम में आज हम इस आर्टिकल EPFO in Hindi के माध्यम से जानेंगे कि ईपीएफ (EPF) क्या है, यह कैसे काम करता है और इससे जुड़ने पर आपको क्या-क्या लाभ मिलते हैं। यह जानकारी आपकी परीक्षा की तैयारी के लिए भी काफी उपयोगी साबित होगी।
What is EPFO : ईपीएफ (EPF) क्या है?
What is EPFO : ईपीएफ यानी कर्मचारी भविष्य निधि (Employees’ Provident Fund) एक ऐसी योजना है, जो विशेष रूप से भारत के वेतनभोगी कर्मचारियों (Salaried Individuals) के लिए तैयार की गई है। यह योजना उन्हें उनके भविष्य के लिए एक सुरक्षित और स्थिर वित्तीय आधार प्रदान करने में मदद करती है। जब कोई व्यक्ति किसी निजी या सरकारी संस्थान में नौकरी करता है, तो उसकी मासिक सैलरी का एक निश्चित हिस्सा उसके ईपीएफ अकाउंट में जमा किया जाता है, और उतना ही अंशदान उसका नियोक्ता (Employer) भी करता है। यह योगदान हर महीने किया जाता है, जिससे एक बड़ा फंड धीरे-धीरे इकट्ठा होता जाता है। ईपीएफ का प्रबंधन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के द्वारा किया जाता है, जो भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) के अधीन एक वैधानिक संस्था (Statutory Body) है। EPFO का मुख्य उद्देश्य देशभर के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। इसके अंतर्गत तीन मुख्य योजनाएं चलाई जाती हैं —भविष्य निधि (Provident Fund), पेंशन योजना (Pension Scheme), और बीमा योजना (Insurance Scheme)। इस योजना की खास बात यह है कि यह कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक आत्मनिर्भरता (Financial Independence) प्रदान करती है। इसके साथ ही, यह योजना किसी आपातकालीन परिस्थिति या नौकरी बदलने की स्थिति में भी फंड ट्रांसफर या आंशिक निकासी जैसी सुविधाएं प्रदान करती है। EPFO का लक्ष्य न केवल कर्मचारियों की बचत को संरक्षित करना है, बल्कि उनके धन पर एक निश्चित ब्याज (Interest) भी उपलब्ध कराना है, जो हर वित्तीय वर्ष में EPFO द्वारा निर्धारित दर पर मिलता है। इस तरह यह योजना न केवल एक बचत उपकरण है, बल्कि एक दीर्घकालिक निवेश (Long-term Investment) का माध्यम भी है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह कर मुक्त (Tax-free) होती है, यानी जब आप रिटायर होते हैं और आपका संपूर्ण ईपीएफ फंड आपके हाथ में आता है, तो उस पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना होता, बशर्ते आपने इस योजना के सभी नियमों का पालन किया हो।
EPFO की फुल फॉर्म और स्थापना
EPFO की फुल फॉर्म होती है – Employees’ Provident Fund Organisation, जिसे हिंदी में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कहा जाता है। इसकी स्थापना 4 मार्च 1952 को की गई थी। इसका मुख्यालय भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित है। EPFO का मुख्य काम देशभर के कर्मचारियों के PF खातों को मैनेज करना, निवेश पर ब्याज देना, पेंशन और बीमा योजनाओं का संचालन करना और रिटायरमेंट के बाद फंड का सुरक्षित भुगतान सुनिश्चित करना होता है।
EPFO की आधिकारिक जानकारी कहाँ से प्राप्त करें?
जो छात्र या कर्मचारी EPFO in Hindi या अन्य भाषाओं में इसकी जानकारी लेना चाहते हैं, वे EPFO की ऑफिशियल वेबसाइट (https://www.epfindia.gov.in) पर जाकर सारी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। यहां PF बैलेंस चेक करना, UAN एक्टिवेट करना, पासबुक डाउनलोड करना, क्लेम स्टेटस जानना आदि सभी सेवाएं उपलब्ध हैं।

EPF benefits : ईपीएफ के फायदे क्या हैं?
EPF benefits : ईपीएफ (EPF) यानी कर्मचारी भविष्य निधि, न केवल एक सुरक्षित निवेश का माध्यम है, बल्कि यह कर्मचारियों को अनेक आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े लाभ भी प्रदान करती है। अगर आपने EPFO in Hindi के बारे में जाना है, तो अब यह समझना जरूरी है कि यह योजना आपके लिए कितनी फायदेमंद हो सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं ईपीएफ के मुख्य लाभ:
1. PF पर फ्री इंश्योरेंस का लाभ
ईपीएफ अकाउंट होल्डर को बिना किसी अतिरिक्त प्रीमियम के लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) का फायदा मिलता है। यह सुविधा EDLI स्कीम (Employees’ Deposit Linked Insurance Scheme) के तहत दी जाती है, जिसके अंतर्गत INR 6 लाख तक का बीमा कवर मिलता है। यह लाभ कर्मचारी की मृत्यु की स्थिति में उसके नॉमिनी को प्रदान किया जाता है।
2. ब्याज (Interest) की सुविधा
EPF अकाउंट दो प्रकार के होते हैं –
- एक्टिव अकाउंट (Active Account): जिसमें नियमित रूप से कर्मचारी और नियोक्ता दोनों अंशदान करते हैं।
- डिएक्टिव अकाउंट (Inactive Account): यदि तीन साल तक कोई योगदान नहीं किया गया हो, तो अकाउंट डिएक्टिव हो जाता है।
हालांकि दोनों प्रकार के खातों पर हर वित्तीय वर्ष में ब्याज (Interest) दिया जाता है, लेकिन ध्यान दें कि रिटायरमेंट के बाद ब्याज नहीं मिलता। यह ब्याज सरकार द्वारा निर्धारित दर पर होता है, जो आमतौर पर बैंक सेविंग्स से अधिक होती है।
3. फंड इकट्ठा करने में मदद
EPF खाते में नियमित मासिक योगदान से एक बड़ा रिटायरमेंट फंड तैयार होता है। यह फंड व्यक्ति के लंबे कार्यकाल में धीरे-धीरे इकट्ठा होता है और इमरजेंसी या रिटायरमेंट के समय बड़ी मदद साबित होता है। यह एक सुनियोजित वित्तीय सुरक्षा का आधार बनता है।
4. रिटायरमेंट फंड पर टैक्स छूट
EPF अकाउंट से मिलने वाला ब्याज और अंतिम निकासी पर Income Tax में छूट मिलती है। यदि कर्मचारी ने कम से कम 5 साल तक योगदान किया है, तो EPF की संपूर्ण राशि (अंशदान + ब्याज) पूरी तरह टैक्स फ्री होती है। यह सुविधा रिटायरमेंट के बाद एक बड़ी राहत प्रदान करती है।
5. पेंशन का लाभ भी मिलता है
ईपीएफ योजना के अंतर्गत EPS (Employees’ Pension Scheme) भी शामिल होती है, जिसके तहत कर्मचारियों को नियमित मासिक पेंशन प्राप्त होती है। यदि कर्मचारी ने नौकरी के दौरान लगातार PF में योगदान किया है और PF अकाउंट से समयपूर्व कोई निकासी नहीं की है, तो रिटायरमेंट के बाद हर महीने पेंशन की सुविधा मिलती है, जो जीवन के उस चरण में स्थिर आय का स्रोत बनती है।ने कम से कम 10 साल तक योगदान किया है, तो रिटायरमेंट के बाद पेंशन योजना (EPS) के तहत हर महीने पेंशन मिलती है।
EPF Interest Rate 2025 (Employees’ Provident Fund)
EPF Interest Rate 2025 Employees’ Provident Fund (EPF) में योगदान करने वालों को उनके खातों पर एक निश्चित ब्याज दर मिलती है, जो हर साल सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। EPF के अंतर्गत 2025 में ब्याज दर 8.15% निर्धारित की गई है। यह ब्याज दर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा दिए जाने वाले लाभों में से एक है।
- 8.15% ब्याज दर 2025 के लिए घोषित की गई है।
- ब्याज दर हर साल EPFO द्वारा समीक्षा के बाद तय की जाती है, और यह कर्मचारी के EPF खाते में जमा होती है।
- ब्याज साल के अंत में, यानी मार्च में, कर्मचारी के खाते में जमा किया जाता है।
- EPF में योगदान करने वालों को इस ब्याज का लाभ मिलता है, जो उनकी कुल EPF राशि को बढ़ाता है।
EPF का उद्देश्य कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करना है, और यह ब्याज दर उनके निवेश को अधिकतम करने में मदद करती है।
आपका EPF खाता जितना बड़ा होगा, उस पर मिलने वाला ब्याज भी उतना ही अधिक होगा। EPF में ब्याज दर सरकार द्वारा आर्थिक परिस्थितियों और निवेश पर किए गए लाभ के आधार पर तय की जाती है।
EPF Interest Calculation Example:
यदि आपके EPF खाते में ₹1,00,000 की राशि है, तो 8.15% ब्याज दर के हिसाब से आपको साल भर में ₹8,150 का ब्याज मिलेगा।
EPF खाते में जमा होने वाली राशि पर ब्याज हर साल बढ़ता है, जिससे आपके रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली राशि अधिक होती है।
EPF से जुड़ी पात्रता (EPFO Eligibility Criteria)
EPFO Eligibility Criteria कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) योजना का उद्देश्य संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। यह योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जाती है और इसके अंतर्गत कई तरह के लाभ दिए जाते हैं जैसे पेंशन, बीमा और बचत। लेकिन इन लाभों का फायदा उठाने के लिए कुछ विशेष योग्यता की शर्तें (Eligibility Conditions) निर्धारित की गई हैं। आइए जानते हैं कि EPF योजना के अंतर्गत कौन-कौन पात्र होता है और किन शर्तों का पालन करना होता है:
1. सक्रिय सदस्य बने रहना आवश्यक
EPF योजना का लाभ तभी पूरी तरह प्राप्त किया जा सकता है जब कर्मचारी इस योजना का सक्रिय (Active) सदस्य बना रहे। इसका मतलब है कि कर्मचारी को नियमित रूप से अपने EPF अकाउंट में योगदान करते रहना चाहिए, ताकि ब्याज और अन्य सुविधाएं लगातार मिलती रहें।
2. नियुक्ति के पहले दिन से ही पात्रता
जैसे ही कोई कर्मचारी किसी EPF-रजिस्टर्ड कम्पनी या फर्म को ज्वाइन करता है, उसी दिन से वह भविष्य निधि, पेंशन और बीमा लाभों के लिए पात्र (Eligible) हो जाता है। इस योजना में कोई वेटिंग पीरियड नहीं होता, यानी पहले दिन से ही योजना लागू मानी जाती है।
3. 20 या उससे अधिक कर्मचारियों वाली कम्पनी पर अनिवार्यता
भारत में जो कम्पनियाँ या संस्थान कम से कम 20 या उससे अधिक कर्मचारियों को रोजगार देती हैं, उनके लिए EPF योजना में रजिस्ट्रेशन करवाना और अपने सभी योग्य कर्मचारियों को EPF में शामिल करना अनिवार्य (Mandatory) होता है। ऐसे संस्थानों को EPFO के अंतर्गत रजिस्टर करना होता है और हर महीने कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को योगदान देना जरूरी होता है।
UAN क्या है और यह क्यों जरूरी है?
UAN (Universal Account Number) एक 12 अंकों का यूनिक नंबर होता है, जिसे EPFO द्वारा हर PF सदस्य को आवंटित किया जाता है। यह नंबर कर्मचारी के सभी PF खातों को जोड़ने और एक प्लेटफॉर्म पर उन्हें देखने की सुविधा देता है।
UAN के माध्यम से:
- कर्मचारी अपने PF बैलेंस चेक कर सकते हैं
- ऑनलाइन पासबुक देख सकते हैं
- PF ट्रांसफर कर सकते हैं
- PF क्लेम फाइल कर सकते हैं
चाहे कर्मचारी कितनी भी बार नौकरी बदले, उसका UAN नंबर वही रहता है और सभी PF अकाउंट्स इससे लिंक किए जा सकते हैं।
EPFO आपके भविष्य की सुरक्षित नींव
EPFO और EPF योजना न केवल नौकरीपेशा लोगों के लिए एक सुरक्षित निवेश माध्यम है, बल्कि यह रिटायरमेंट के बाद वित्तीय स्वतंत्रता का भी आधार बनती है। इसके तहत मिलने वाले Insurance, Interest, Pension और Tax Benefits इसे एक बेहतरीन योजना बनाते हैं। यदि आप किसी कंपनी या फर्म में काम कर रहे हैं और आपका PF अकाउंट है, तो समय-समय पर इसकी जानकारी चेक करते रहें और UAN को एक्टिव रखें। यह आपकी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने और आपके भविष्य को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
EPFO और PF में क्या अंतर है? (Difference Between EPFO and PF in Hindi)
कई बार लोग EPFO और PF शब्दों को एक जैसा समझ लेते हैं, लेकिन वास्तव में ये दोनों अलग-अलग अर्थ रखते हैं और इनका कार्यक्षेत्र भी भिन्न होता है। नीचे आसान भाषा में दोनों के बीच का अंतर समझाया गया है:
EPFO क्या है? (What is EPFO?)
EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) भारत सरकार का एक वैधानिक निकाय (Statutory Body) है, जो श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है। इसका मुख्य उद्देश्य देश के वेतनभोगी कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे कि EPF, EPS (पेंशन), और EDLI (बीमा) प्रदान करना है।
- यह संस्था पूरे देश में PF खातों का नियंत्रण, देखरेख और संचालन करती है।
- EPFO यह सुनिश्चित करता है कि नियोक्ता और कर्मचारी दोनों अपना-अपना योगदान समय पर PF अकाउंट में जमा करें।
- EPFO के पास देशभर के करोड़ों कर्मचारियों के PF रिकॉर्ड और डेटा संरक्षित रहते हैं।
PF क्या है? (What is PF?)
PF (Provident Fund) एक बचत योजना (Saving Scheme) है, जिसके अंतर्गत कर्मचारी और उसका नियोक्ता (Company) हर महीने वेतन का एक निश्चित हिस्सा योगदान के रूप में PF अकाउंट में जमा करते हैं। इस खाते में जमा राशि पर सरकार की ओर से ब्याज मिलता है और यह पैसा रिटायरमेंट के समय या विशेष परिस्थितियों में निकाला जा सकता है।
- PF व्यक्तिगत कर्मचारी का एक खास खाता होता है।
- PF में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं।
- PF का उद्देश्य कर्मचारी को वित्तीय सुरक्षा और रिटायरमेंट के लिए फंड जमा करना है।
EPFO और PF में मुख्य अंतर
बिंदु | EPFO | PF |
---|---|---|
परिभाषा | यह एक संगठन है जो PF जैसे योजनाओं का संचालन करता है। | यह एक खाता/योजना है जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता पैसा जमा करते हैं। |
कार्य | PF खातों का प्रबंधन, नियम लागू करना, निगरानी रखना। | कर्मचारी की बचत योजना, जो रिटायरमेंट के बाद फंड के रूप में मिलती है। |
जिम्मेदारी | EPFO देशभर में PF और उससे जुड़ी सेवाओं को संचालित करता है। | PF एक व्यक्तिगत खाता है, जिसमें जमा राशि पर ब्याज मिलता है। |
प्रकृति | यह एक सरकारी संस्था है। | यह एक वित्तीय योजना/खाता है। |
उदाहरण | EPFO आपके PF खाते को मैनेज करता है। | आपका PF खाता वह है, जिसमें आपकी सैलरी से कटकर पैसा जमा होता है। |
EPFO Claim Settlement Rules (ईपीएफओ क्लेम सेटलमेंट नियम)
1. EPF क्लेम की पात्रता (Eligibility for EPF Claim)
- कर्मचारी सेवानिवृत्त (Retired) हो चुका हो या उसकी सेवा समाप्त हो चुकी हो।
- कर्मचारी एक महीने से अधिक बेरोजगार हो।
- किसी बीमारी, शादी, घर खरीदने, उच्च शिक्षा, या एमरजेंसी खर्च जैसे कारणों से भी आंशिक निकासी की अनुमति है।
- कर्मचारी की मृत्यु हो जाने पर नॉमिनी/नामित व्यक्ति क्लेम कर सकता है।
2. EPF क्लेम के प्रकार (Types of EPF Claims)
क्लेम का प्रकार | विवरण |
---|---|
फुल विड्रॉल (Full Withdrawal) | रिटायरमेंट या 2 महीने से अधिक बेरोजगारी पर पूरा PF निकाला जा सकता है। |
पार्शियल विड्रॉल (Partial Withdrawal) | मेडिकल, शादी, एजुकेशन, होम लोन आदि के लिए आंशिक निकासी की जा सकती है। |
पेंशन क्लेम (Pension Claim) | 10 साल सेवा पूरी होने पर पेंशन के लिए क्लेम किया जा सकता है। |
बीमा क्लेम (EDLI Claim) | कर्मचारी की मृत्यु होने पर परिवार EDLI स्कीम के तहत बीमा राशि क्लेम कर सकता है। |
3. ऑनलाइन क्लेम की प्रक्रिया (Online EPF Claim Process)
EPFO ने क्लेम प्रक्रिया को काफी सरल और डिजिटल बना दिया है। नीचे ऑनलाइन क्लेम का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका बताया गया है:
आवश्यकताएं:
- UAN (Universal Account Number) एक्टिवेटेड हो
- KYC अपडेटेड हो (Aadhaar, PAN, Bank Details)
- मोबाइल नंबर UAN से लिंक हो
प्रक्रिया:
- EPFO Unified Member Portal पर जाएं
- UAN और पासवर्ड से लॉगिन करें
- “Online Services” में जाकर Claim (Form-31, 19, 10C) पर क्लिक करें
- बैंक डिटेल्स वेरीफाई करें
- फॉर्म सेलेक्ट करें और कारण चुनें
- आधार OTP के साथ सबमिट करें
4. क्लेम सेटलमेंट की समयसीमा (Claim Settlement Timeline)
- EPFO के नियमों के अनुसार, क्लेम 20 कार्यदिवस (working days) में निपटाया जाना चाहिए।
- हालांकि, आमतौर पर 5 से 10 कार्यदिवस में क्लेम सेटल हो जाता है यदि दस्तावेज़ पूरे हों।
5. PF क्लेम रिजेक्ट होने के कारण (Reasons for PF Claim Rejection)
कारण | विवरण |
---|---|
KYC अधूरी है | आधार, पैन, बैंक डिटेल्स लिंक नहीं |
दस्तावेजों में गड़बड़ी | नाम या अकाउंट नंबर में mismatch |
कंपनी ने फॉर्म अप्रूव नहीं किया | नियोक्ता से अप्रूवल जरूरी है |
गलत फॉर्म भरा गया | विड्रॉल का कारण गलत चुना गया |
6. EPF क्लेम फॉर्म्स (Important Forms)
फॉर्म नंबर | उद्देश्य |
---|---|
Form 19 | PF राशि निकालने के लिए |
Form 10C | पेंशन फंड से क्लेम के लिए |
Form 31 | आंशिक निकासी के लिए |
Form 20 | कर्मचारी की मृत्यु के बाद नॉमिनी क्लेम |
Form 10D | मासिक पेंशन क्लेम के लिए |
7. टैक्स नियम (Tax Rules on PF Withdrawals)
- 5 साल से कम सेवा पर PF निकासी करने पर TDS कटता है।
- यदि पैन नंबर नहीं दिया है, तो TDS की दर अधिक हो सकती है।
- 5 साल या उससे अधिक सेवा पर PF निकासी टैक्स फ्री होती है।
EPFO मोबाइल ऐप और SMS सेवाएं
EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) अपने कर्मचारियों और पंजीकृत सदस्य के लिए कई ऑनलाइन सुविधाएं प्रदान करता है, जिनमें मोबाइल ऐप और SMS सेवाएं शामिल हैं। इन सुविधाओं का उद्देश्य कर्मचारियों को अपनी भविष्य निधि (PF) से संबंधित जानकारी प्राप्त करना और क्लेम प्रक्रियाओं को सरल बनाना है। यहां हम EPFO मोबाइल ऐप और SMS सेवाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे:
EPFO मोबाइल ऐप (UMANG App)
UMANG ऐप (Unified Mobile Application for New-age Governance) EPFO द्वारा जारी किया गया एक मोबाइल ऐप है, जिसे भारत सरकार द्वारा विभिन्न सरकारी सेवाओं को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। इस ऐप का उपयोग करके EPFO से जुड़े कई कार्य आसानी से किए जा सकते हैं।
UMANG ऐप के प्रमुख फीचर्स:
- EPF बैलेंस चेक:
- ऐप के माध्यम से आप अपने EPF बैलेंस को आसानी से चेक कर सकते हैं।
- PF क्लेम ट्रैकिंग:
- ऐप का उपयोग करके आप अपने EPF क्लेम स्टेटस को ट्रैक कर सकते हैं और यह देख सकते हैं कि आपका क्लेम प्रोसेसिंग के किस स्टेज पर है।
- UAN और KYC अपडेट:
- UAN (Universal Account Number) से जुड़ी जानकारी अपडेट करना या KYC (Know Your Customer) विवरण चेक करना भी ऐप पर उपलब्ध है।
- e-Nomination:
- UMANG ऐप के माध्यम से e-Nomination भी किया जा सकता है, जिससे आपके नॉमिनी को आपके मृत्यु के बाद EPF लाभ प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो।
- SMS सर्विस:
- ऐप के माध्यम से SMS सर्विस को भी इंटीग्रेट किया जा सकता है, जिससे आपके PF बैलेंस या क्लेम स्टेटस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी सीधे आपके मोबाइल पर मिलती है।
UMANG ऐप को आप Google Play Store (Android) और Apple App Store (iOS) से डाउनलोड कर सकते हैं।
EPFO SMS सेवाएं
EPFO ने अपने उपयोगकर्ताओं के लिए SMS और मिस्ड कॉल की सेवा भी शुरू की है, जिससे वे बिना इंटरनेट के भी अपने EPF से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह सेवा उन कर्मचारियों के लिए बेहद उपयोगी है, जो इंटरनेट का उपयोग नहीं कर पाते हैं।
EPFO SMS सेवाओं के मुख्य फीचर्स:
- PF बैलेंस चेक:
- आप अपने PF बैलेंस को SMS के जरिए चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको UAN (Universal Account Number) और अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर चाहिए होता है।
- EPFOHO UAN ENG को 7738299899 पर भेजें। इसमें “ENG” का मतलब है कि आप हिंदी में जानकारी प्राप्त करेंगे, आप इसे अपनी पसंद की भाषा (जैसे “HIN” हिंदी, “TAM” तमिल, आदि) से बदल सकते हैं।
- Missed Call सेवा:
- EPFO ने Missed Call सेवा भी शुरू की है, जिससे आप EPF बैलेंस और UAN स्टेटस के बारे में जान सकते हैं।
- 011-22901406 (इसके बाद, आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से मिस्ड कॉल करना होगा, और EPFO से जुड़ी जानकारी SMS के जरिए आपके पास आ जाएगी।)
- PF ट्रांसफर और क्लेम स्टेटस:
- आप अपने PF ट्रांसफर और क्लेम स्टेटस के बारे में भी SMS के जरिए जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
SMS सेवा का उपयोग कैसे करें:
- अपना UAN (Universal Account Number) एक्टिवेट करें और इसे आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लिंक करें।
- EPFO के द्वारा दी गई SMS सेवा को उपयोग में लाने के लिए निर्देशों का पालन करें।
- अपनी EPFO से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए निर्धारित नंबर पर SMS भेजें या मिस्ड कॉल करें।
EPFO के नए नियम क्या है ?
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किए हैं, जो कर्मचारियों के लिए फायदेमंद हैं। इनमें से कुछ प्रमुख बदलाव निम्नलिखित हैं:
1. PF निकासी प्रक्रिया में सरलता
अब कर्मचारियों को PF निकासी के लिए कैंसिल चेक या बैंक पासबुक की इमेज अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है। यह कदम निकासी प्रक्रिया को और अधिक सरल और त्वरित बनाने के लिए उठाया गया है।
2. EPFO 3.0 का शुभारंभ
EPFO ने EPFO 3.0 को लॉन्च किया है, जो PF अकाउंट से पैसे निकालने की प्रक्रिया को और भी आसान बनाएगा। इस अपडेट के तहत कई नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं, जो कर्मचारियों के अनुभव को बेहतर बनाएंगी।
इन बदलावों से कर्मचारियों को PF निकासी और अन्य सेवाओं का उपयोग करने में सुविधा होगी। यदि आप इन नए नियमों के बारे में और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो EPFO की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित स्रोतों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
EPF Withdrawal Rules (EPF निकासी नियम)
Employees’ Provident Fund (EPF) एक प्रमुख बचत योजना है, जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं। EPF खाते से पैसे निकालने के लिए कुछ नियम और शर्तें होती हैं, जिन्हें ध्यान में रखना ज़रूरी है।
EPF Withdrawal के लिए मुख्य नियम:
- कुल राशि की निकासी:
- EPF खाते से राशि निकालने के लिए आपको कम से कम 2 महीने तक कार्यरत नहीं होना चाहिए। इसके बाद आप अपने EPF खाता से पूरी राशि निकाल सकते हैं।
- यह नियम उन कर्मचारियों के लिए है जो अपनी नौकरी छोड़ चुके हैं या रिटायर हो चुके हैं।
- आंशिक निकासी:
- आप EPF से आंशिक निकासी भी कर सकते हैं, जैसे कि घर खरीदने या निर्माण के लिए, शादी के लिए, बच्चों की शिक्षा के लिए, या चिकित्सा के खर्चों के लिए।
- इसके लिए EPFO द्वारा निर्धारित विशेष शर्तों को पूरा करना होता है। उदाहरण के लिए, यदि आप घर खरीद रहे हैं तो आपको निर्धारित समय सीमा में काम पूरा करना होगा।
- नौकरी बदलने पर EPF ट्रांसफर:
- यदि आप एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जा रहे हैं, तो आप अपनी EPF राशि को पुराने नियोक्ता से नए नियोक्ता को ट्रांसफर कर सकते हैं।
- EPF ट्रांसफर करने के लिए आपको UAN (Universal Account Number) और नई कंपनी का EPF खाता नंबर देना होता है।
- प्रारंभिक निकासी के लिए योग्यता:
- यदि आपने 5 साल से पहले EPF खाता खोला है और नौकरी छोड़ने के बाद भी 2 महीने का समय हो चुका है, तो आप EPF राशि निकाल सकते हैं।
- यदि आप बिना 5 साल के कार्यकाल के EPF निकालना चाहते हैं, तो आपको टैक्स का भुगतान करना पड़ सकता है, क्योंकि यह एक टैक्स-आधारित निकासी मानी जाती है।
- रिटायरमेंट के बाद EPF निकासी:
- यदि आप 58 वर्ष की आयु में रिटायर होते हैं, तो आप अपनी पूरी EPF राशि (संचित राशि सहित) निकाल सकते हैं।
- इस स्थिति में, आपको टैक्स का भुगतान नहीं करना होता है।
- कभी भी EPF निकासी:
- विशेष परिस्थितियों में जैसे कि गंभीर बीमारी, विकलांगता या मृत्यु के मामलों में आप EPF राशि को कभी भी निकाल सकते हैं, बिना नौकरी छोड़े या निर्धारित समय का इंतजार किए।
- ब्याज की गणना और भुगतान:
- EPF निकासी के समय EPF खाते पर ब्याज की राशि भी शामिल होती है, जो कि वित्तीय वर्ष के अंत में जमा की जाती है।
- यदि आप निकासी करते हैं, तो ब्याज उसी तारीख तक जुड़ा रहेगा जब तक राशि EPF खाते में रही।
- टैक्स नियम:
- यदि आप 5 साल से कम की अवधि में EPF खाते से निकासी करते हैं, तो निकाली गई राशि पर टैक्स लागू हो सकता है।
- अगर आप टैक्स कटौती के लिए EPF खाते में 5 साल या उससे अधिक समय तक रहते हैं, तो आपको निकासी पर कोई टैक्स नहीं देना होता।
- ऑनलाइन EPF Withdrawal:
- EPF खाता धारक अब अपनी EPF राशि को ऑनलाइन भी निकाल सकते हैं। EPFO के पोर्टल (https://www.epfindia.gov.in/) या उमंग ऐप के माध्यम से आप EPF निकासी का आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको UAN नंबर और KYC (Know Your Customer) की जानकारी पूरी करनी होती है।
EPF Withdrawal प्रक्रिया:
- EPF खाता की जानकारी:
- EPF निकासी के लिए, सबसे पहले आपको अपने UAN (Universal Account Number) की जानकारी चाहिए होती है, जो EPF खाते से जुड़ी होती है।
- ऑनलाइन आवेदन:
- EPF निकासी के लिए EPFO की वेबसाइट या उमंग ऐप पर लॉगिन करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- ऑफलाइन आवेदन:
- अगर आप ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते, तो आप EPF कार्यालय में जाकर ऑफलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको फॉर्म 19 (EPF Withdrawal) और फॉर्म 10C (Pension Withdrawal) भरने होते हैं।
- केवाईसी दस्तावेज़:
- KYC के तहत आपके आधार कार्ड, बैंक पासबुक और पैन कार्ड की जानकारी देनी होती है।
- निकासी राशि की स्थिति:
- आवेदन के बाद, EPFO आपकी आवेदन की स्थिति की जांच करता है और एक निश्चित समय सीमा के भीतर राशि को आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर देता है।
Parmeshwar Singh Chundwat ने डिजिटल मीडिया में कॅरियर की शुरुआत Jaivardhan News के कुशल कंटेंट राइटर के रूप में की है। फोटोग्राफी और वीडियो एडिटिंग में उनकी गहरी रुचि और विशेषज्ञता है। चाहे वह घटना, दुर्घटना, राजनीतिक, सामाजिक या अपराध से जुड़ी खबरें हों, वे SEO आधारित प्रभावी न्यूज लिखने में माहिर हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, थ्रेड्स और यूट्यूब के लिए छोटे व बड़े वीडियो कंटेंट तैयार करने में निपुण हैं।