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फायर अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना हो या शहर में होर्डिंग लगाने की स्वीकृति, ट्रेड लाइसेंस हो या सीवर कनेक्शन का आवेदन और भवन निर्माण स्वीकृति लेनी हो। सभी आवेदन अब घर बैठे मोबाइल- लेपटॉप या ई- मित्र के जरिये ऑनलाइन कर सकेंगे। अब नगरपरिषद में कोई भी आवेदन ऑफलाइन नहीं लिया जाएगा। इससे न सिर्फ नगरपरिषद के कार्य पारदर्शी हो जाएंगे, बल्कि दलालों से भी आमजन को राहत मिल जाएगी।

यह अनूठी व पारदर्शी व्यवस्था नगरपरिषद राजसमंद के सभापति अशोक टांक ने लागू की। इसके तहत अब नगरपरिषद राजसमंद से जुड़े हर कार्य ऑनलाइन एवं तय समयावधि में ही होंगे। इससे नगरपरिषद के सभी शाखा कार्मिकों को भी तय समयावधि में कार्य करना होगा और कोई टालमटोल नहीं कर सकेंगे। इसके लिए अब किसी भी व्यक्ति को नगरपरिषद कार्यालय आने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। खास बात यह है कि आवेदन करने के बाद उसमें क्या क्या कार्रवाई हुई और आवेदन किस जगह लंबित है, उसकी पूरी डिटेल आवेदक को ऑनलाइन मिल सकेंगी। ऑनलाइन स्वीकृति पत्र या प्रमाण पत्र जारी होंगे, जिसे घर बैठे डाउनलोड कर प्रिंट निकलवा सकेंगे। इससे नगरपरिषद के कार्यों में पारदर्शिता के साथ संबंधित अधिकारी की जवाबदेही भी तय होगी।

इस तरह करना होगा आवेदन

नगरपरिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ने बताया कि अब कोई भी व्यक्ति अपनी एसएसओ आईडी से लॉग इन कर राजकीय एप आईकन बिल्डिंग प्लान, एप्रुवल सिस्टम या एलएसजी ऑनलाइन सव्रिसेज पर ऑनलाइन आवेदन कर अपने डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे। सभी डॉक्यूमेंट सही पाए जाने पर नगरपरिषद कार्यालय द्वारा नियमानुसार ऑनलाइन स्वीकृति जारी कर दी जाएगी, जिसे आवेदक घर बैठे डाउनलोड कर सकेगा। इसके अलावा ई मित्र केन्द्र के जरिये भी आवेदन किया जा सकता है।

ऑनलाइन सपोर्ट के लिए हेल्पडेस्क

अगर किसी व्यक्ति को ऑनलाईन आवेदन करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही है, तो वह नगरपरिषद कार्यालय की हेल्पडेस्क पर सम्पर्क कर सकता है। इसके लिए राशि भी ऑनलाईन ही जमा की जाएगी और आवेदन के बाद स्वीकृति पत्र भी ऑनलाईन डाउनलोड किए जा सकते हैं।

सभापति ने किया ऑनलाइन सिस्टम का शुभारंभ

नगरपरिषद कार्यालय में ऑनलाइन प्राप्त आवेदकों का ऑनलाइन निस्तारण की प्रक्रिया का शुभारंभ बुधवार को सभापति अशोक टांक व जनार्दन शर्मा द्वारा किया गया। ऑनलाइन नामांतरण पत्र व भवन निर्माण स्वीकृति के पत्र जारी किए गए।