Jagdish Paliwal https://jaivardhannews.com/former-municipal-president-jagdish-paliwal-passes-away/

राजसमंद नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ बीजेपी नेता जगदीश पालीवाल का उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान शुक्रवार सुबह दस बजे दम तोड़ दिया। निधन की खबर मिलते ही परिजनों के साथ शहरवासी भी स्तब्ध रह गए। पिछले सप्ताह ही फुड पाइप का ऑपरेशन हुआ था।

राजसमंद शहर के धोइंदा निवासी जगदीश पालीवाल पुत्र शंकरलाल पालीवाल का बीमार होने पर 2 फरवरी को उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। बताया गया कि उनके खाने में दिक्कत आ रही थी, जिनके खाना आगे नहीं जा रहा था। इस पर फुड पाइप को बाइपास कर सीधे आंत से जोड़ा गया। इसका ऑपरेशन 3 फरवरी को हुआ था। उसके बाद अस्पताल में ही उपचाररत थी। शुक्रवार सुबह 10 बजे अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद दम तोड़ दिया। जगदीश पालीवाल राजनीतिक, सामाजिक तौर पर हमेशा खड़े रहते और शहर का कोई भी मुद्दा होता, वे खड़े हो जाते। स्पष्टवादिता के रूप में हमेशा उनकी पहचान रही, जो चाहे राजनीति हो या सामाजिक अथवा शहर का कोई मुद्दा, हर जगह स्पष्ट तौर पर बेबाक तौर पर बोलते। इसी वजह से लोग उनके कायल रहे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को ही अपराह्न डेढ़ से दो बजे तक अंतिम संस्कार किया जा सकता है।

पत्नी से चार माह पहले हुआ था निधन

दिवंगत जगदीश पालीवाल की पत्नी जया पालीवाल का निधन भी चार माह पहले ही हो गया था। बताया गया कि पत्नी जया भी लंबे समय से बीमार रहे और उसके बाद दम तोड़ दिया। पत्नी का निधन होने के बाद जगदीश पालीवाल कुछ नर्वस हो गए थे, मगर शारीरिक रूप से ठीक थे, मगर अचानक पिछले पखवाड़े में उनके खाने की नाल (पाइप) में कुछ दिक्कत हुई थी। इस पर उन्हें उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां शुक्रवार सुबह दम तोड़ दिया।

परिवार में बेटा-बेटी, दो पौतों को छोड़ गए

नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष जगदीश पालीवाल का निधन होने से परिवार में उनका बेटा तरूण पालीवाल, बेटी वंदना स्तब्ध है। उनके दो पौते दीपेश व गौरव है। मिलनहार, स्पष्टवादी व्यवहार के चलते धोइंदा ही नहीं, बल्कि पूरे शहर के लोग भी उनके व्यवहार के कायल थे।

पार्षद के बाद पालिकाध्यक्ष भी रहे

दिवंगत जगदीश पालीवाल 1990 से 95 तक पार्षद चुने जाने के बाद नगरपालिका के उपाध्यक्ष बनाया गया। उसके बाद वर्ष 1998 में नगरपालिका राजसमंद के अध्यक्ष भी रहे और शहरी विकास को लेकर अहम योगदान दिया। तब से ही धोइंदा के बाद पूरे शहर में बेबाक बोली, स्पष्टवादिता के चलते हमेशा अग्रणी रहे। वे तीन बार पार्षद रह चुके है।

मंदिर, समाज, कैनाल के लंबे समय से अध्यक्ष

दिवंगत जगदीश पालीवाल लंबे समय से राजसमंद झील से पानी छोड़ने के लिए बनी राइट कैनाल के अध्यक्ष है। इसके अलावा धोइंदा स्थित मां धुंधलाज मंदिर कमेटी के अध्यक्ष है, जबकि चौबीस श्रेणी पालीवाल समाज धोइंदा के भी अध्यक्ष है। इस तरह सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों में भी वे हमेशा अग्रणी भूमिका में रहते थे। दिवंगत जगदीश पालीवाल ने करीब 35 साल पहले पूना स्थित आश्रम में आचार्य रजनीश से दीक्षा ली थी।