Online Loan fraud : आज के डिजिटल युग में जहां हर सुविधा स्मार्टफोन पर उपलब्ध है, वहीं साइबर अपराधियों ने ठगी के नए-नए तरीके ढूंढ लिए हैं। लुधियाना जिले के एक पोस्टमास्टर के साथ हुई ‘फ्लिपकार्ट लोन’ के नाम पर 87 हजार रुपए की ठगी की घटना इसका ताजा उदाहरण है। आइए जानते हैं इस घटना से जुड़ी हर अहम जानकारी और ऑनलाइन लोन लेने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
How to avoid online loan fraud : क्या है लुधियाना का मामला?
How to avoid online loan fraud : लुधियाना के एक युवक ने फ्लिपकार्ट एप के जरिए 2 लाख रुपए के लोन के लिए आवेदन किया। कुछ समय बाद उसे एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को फ्लिपकार्ट का प्रतिनिधि बताया और कहा कि लोन प्रोसेसिंग के लिए KYC वेरिफिकेशन जरूरी है। युवक को एक लिंक भेजा गया और ऑनलाइन फॉर्म भरने को कहा गया। कॉलर ने 5 रुपए का वेरिफिकेशन पेमेंट करने के लिए कहा। जैसे ही युवक ने पेमेंट किया, उसके बैंक खाते से 86,998 रुपए कट गए। कॉलर ने तुरंत फोन बंद कर लिया। अब युवक ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है।
Online loan fraud in india : गलती कहां हुई?
Online loan fraud in india : युवक की सबसे बड़ी गलती थी अजनबी कॉलर पर भरोसा करना और उसके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करना। इससे साइबर अपराधी को उसकी बैंक जानकारी तक पहुंचने का मौका मिल गया।
क्या फ्लिपकार्ट एप से लोन लेना सही है?
फ्लिपकार्ट एप अपने यूजर्स को 1000 रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक का लोन देता है। यह लोन 10% से 22% प्रति वर्ष की दर से मिलता है, जो आपके क्रेडिट स्कोर और लोन अवधि पर निर्भर करता है। फ्लिपकार्ट एप पर लोन का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन होता है, लेकिन यह जरूरी है कि आप इसे सिर्फ फ्लिपकार्ट की आधिकारिक एप और वेबसाइट के जरिए ही करें। ऑनलाइन लोन एप्स ने प्रक्रिया को सरल और तेज बना दिया है। लेकिन इनका इस्तेमाल करते समय सतर्क रहना बेहद जरूरी है। अगर आप सावधानी बरतेंगे और सही जानकारी के साथ आगे बढ़ेंगे, तो ठगी से बच सकते हैं। याद रखें, थोड़ी सी सतर्कता आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है।
Loan frauds in India in Hindi : RBI की गाइडलाइंस क्या कहती हैं?
Loan frauds in India in Hindi : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लोन एप्स को लेकर स्पष्ट गाइडलाइंस जारी की हैं। किसी भी लोन एप को RBI से मान्यता प्राप्त बैंक या NBFC (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) के साथ जुड़ा होना चाहिए। बिना KYC वेरिफिकेशन के कोई भी एप लोन नहीं दे सकता।
ऑनलाइन लोन लेते समय किन बातों का ध्यान रखें?
ऑनलाइन लोन लेते समय फ्रॉड से बचने के लिए इन जरूरी बातों का ध्यान रखें:
- अधिकृत एप ही डाउनलोड करें: – एप को गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से ही डाउनलोड करें। – सुनिश्चित करें कि एप का डेवलपर सही और प्रमाणित है।
- KYC के लिए सतर्क रहें: – किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। – KYC वेरिफिकेशन के लिए बैंक या अधिकृत एप के माध्यम से ही काम करें।
- टर्म्स और कंडीशंस पढ़ें: – एप की ब्याज दर, पेनाल्टी और अतिरिक्त शुल्क को ध्यान से पढ़ें। – अस्पष्ट शर्तों वाले एप से बचें।
- कम ब्याज के लालच में न फंसें: – अगर कोई एप सामान्य से बहुत कम ब्याज दर ऑफर करता है, तो सतर्क हो जाएं।
- डेटा की सुरक्षा करें: – अपनी व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी किसी को न दें। – साइबर क्रिमिनल अक्सर डेटा चोरी करके ब्लैकमेल करते हैं।
- सपोर्ट सिस्टम जांचें: – यह देखें कि एप की कस्टमर सपोर्ट टीम है या नहीं।
Fake Loan APP : फेक लोन एप की पहचान कैसे करें?
Fake Loan APP : साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल बताते हैं कि फेक लोन एप्स निम्न विशेषताओं के जरिए पहचाने जा सकते हैं:
- अनऑथराइज्ड और अवैध: ये एप्स RBI या किसी अन्य प्राधिकरण से मान्यता प्राप्त नहीं होते।
- डाटा चोरी का खतरा: ऐसे एप्स आपकी पर्सनल और फाइनेंशियल जानकारी चोरी कर सकते हैं।
- अस्पष्ट नियम और शर्तें: इन एप्स की टर्म्स और कंडीशंस स्पष्ट नहीं होती।
- कस्टमर सपोर्ट का अभाव: फेक एप्स के पास मदद के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं होती।
- असामान्य ऑफर्स: ये एप्स असामान्य और आकर्षक लोन ऑफर्स देते हैं।
अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत मिले, तो तुरंत उस एप का इस्तेमाल बंद करें।
सुरक्षित तरीके से लोन कैसे लें?
ऑनलाइन लोन लेना सुविधाजनक है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है। यहां कुछ आसान कदम दिए गए हैं जो आपको सुरक्षित रख सकते हैं:
- केवल अधिकृत एप्स और वेबसाइट्स का ही उपयोग करें।
- किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी जांच करें।
- अपने बैंकिंग पासवर्ड और ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।
- RBI द्वारा मान्यता प्राप्त एप्स का ही चयन करें।
- अगर किसी एप से असामान्य गतिविधि का सामना हो, तो तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।