राजसमंद जिला मुख्यालय के पास तासोल मार्ग पर पसूंद में स्थित एक नाकोड़ा भैरव मार्बल गैंगसा युनिट पर कार्य करते एक श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद उसे तत्काल आरके जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। प्रथम दृष्टया मार्बल ब्लॉक तले दबने से मौत होना बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक पुलिस ने हादसे के कारणों को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है।

जानकारी के अनुसार जोगलसर तहसील बीदासर, जिला चुरू निवासी गिरवरसिंह (38) पुत्र दुर्जनसिंह तासोल रोड पर स्थित नाकोड़ा भैरव मार्बल फैक्ट्री में कार्यरत है। फैक्ट्री में कार्य करते वक्त मार्बल ब्लॉक तले दबने से श्रमिक गंभीर घायल हो गया। इस पर अन्य श्रमिक व फैक्ट्री प्रबंधन के जुड़े कार्मिक उसे तत्काल आरके जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पर श्रमिक के शव को जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा दिया। साथ ही हादसे के बाद बड़ी तादाद में लोग जिला अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए और विवाद बढ़ता देखकर मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया। साथ ही मार्बल गैंगसा एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि शर्मा व पूर्व अध्यक्ष मदन चौधरी सहित कई मार्बल कारोबारी मौके पर पहुंच गए। यहां पर भी मृत श्रमिक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मांग चल रही है। फिलहाल श्रमिक यहां नहीं पहुंचे है, मगर साथी श्रमिक व स्थानीय श्रमिक मौके पर बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए हैं।

पुलिस ने किया घटना स्थल का मुआयना

हादसे की सूचना के बाद केलवा थाना पुलिस तत्काल तासोल रोड स्थित नाकोड़ा भैरव मार्बल फैक्ट्री में पहुंच गई, जहां पर घटना स्थल का मुआयना किया गया। उसके बाद एक दल सीधे ही जिला अस्पताल पहुंच गया, जहां क्षेत्रीय लोगों से भी बातचीत की और घटना के बारे में जानकारी ली जा रही है। फिलहाल मौके पर कई लोग एकित्रत है तो कानून एवं शांति व्यवस्था को लेकर पुलिस जाब्ता तैनात है।

परिजन आने पर ही होगी अग्रिम कार्रवाई

हादसे के बाद केलवा थाना पुलिस द्वारा मृतक गिरवरसिंह के चुरू जिले में स्थित परिजनों को सूचित कर दिया। अब परिजनों के आने के बाद ही पुलिस द्वारा कोई अग्रिम कार्रवाई हो सकेगी। साथ ही मुआवजा की राशि पर ही परिजनों के आने पर ही अंतिम निर्णय होगा। साथ ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई भी परिजनों के आने पर ही संभव है।

परिवार के घर गुजारे पर संकट

गिरवरसिंह की मौत होने के बाद अब पूरे परिवार के घर गुजारे पर बड़ा संकट मंडराने लगा है। उसके परिवार में पत्नी व दो बच्चे व उनकी मां है। परिवार का पालन पोषण करने वाला अब कोई नहीं रहा है। ऐसे में चुरू जिले में उसके गांव के कुछ लोग जिला अस्पताल में एकत्रित हो गए हैं और मार्बल गैंगसा एसोसिएशन से वार्ता चल रही है। फिलहाल कोई सहमति नहीं बन पाई है।