
Personal Loan Vs Overdraft : जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है, तो बैंक से लोन लेना एक आसान विकल्प बन जाता है। आज के समय में बैंक ग्राहकों को कई तरह के Loan Options उपलब्ध कराते हैं। इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय है Personal Loan, लेकिन इसके अलावा एक और विकल्प है Overdraft Facility। हालांकि, पर्सनल लोन और ओवरड्राफ्ट दोनों ही कर्ज के तरीके हैं, लेकिन इनकी प्रक्रिया, ब्याज दर, राशि मिलने का तरीका और repayment system एक-दूसरे से काफी अलग होता है। ऐसे में सही विकल्प चुनना बेहद जरूरी हो जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि आपके लिए कौन सा कर्ज ज्यादा बेहतर साबित हो सकता है।
कर्ज लेने की प्रक्रिया
Personal loan interest rate vs overdraft : Personal Loan लेने के लिए ग्राहक सीधे बैंक या NBFC से संपर्क कर सकता है। इसके लिए पहचान पत्र, इनकम प्रूफ, बैंक स्टेटमेंट और Credit Score की जांच की जाती है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद लोन की पूरी रकम सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। वहीं Overdraft की प्रक्रिया थोड़ी अलग होती है। इसमें आपको पहले बैंक में Fixed Deposit (FD) करनी होती है। उसी FD को गिरवी रखकर बैंक आपको ओवरड्राफ्ट की सुविधा देता है। इस कारण ओवरड्राफ्ट में लंबी जांच-पड़ताल नहीं होती और प्रक्रिया अपेक्षाकृत सरल मानी जाती है।
👉 निष्कर्ष: प्रक्रिया के मामले में Overdraft, Personal Loan से ज्यादा आसान होता है।

किस विकल्प में मिलती है ज्यादा रकम?
FD overdraft loan benefits : Personal Loan की राशि आपकी Salary, Job Profile और Credit Score पर निर्भर करती है। अच्छी इनकम और बेहतर क्रेडिट स्कोर होने पर ही आपको ज्यादा लोन मिल पाता है। दूसरी ओर, Overdraft में आपको आपकी FD वैल्यू का लगभग 90% तक कर्ज मिल सकता है। इसमें इनकम या क्रेडिट स्कोर की कोई खास भूमिका नहीं होती। उदाहरण के लिए, अगर आपकी FD 1 लाख रुपये की है, तो बैंक आपको लगभग 90,000 रुपये तक का Overdraft दे सकता है।
ब्याज दर में सबसे बड़ा अंतर
Overdraft loan meaning : ब्याज के मामले में दोनों विकल्पों में बड़ा फर्क देखने को मिलता है।
- Overdraft में आपको केवल उसी राशि पर ब्याज देना होता है, जितनी रकम आप वास्तव में इस्तेमाल करते हैं।
अगर आपके पास 90,000 रुपये का ओवरड्राफ्ट है और आपने सिर्फ 20,000 रुपये निकाले हैं, तो ब्याज भी केवल 20,000 रुपये पर ही लगेगा। - Personal Loan में स्थिति अलग होती है। इसमें पूरी स्वीकृत लोन राशि पर ब्याज लगता है, चाहे आपने पूरी रकम इस्तेमाल की हो या नहीं।
👉 इसी कारण ब्याज के लिहाज से Overdraft को ज्यादा किफायती माना जाता है।
कर्ज चुकाने का तरीका (Repayment System)
Best loan option for emergency money : Personal Loan में बैंक एक Fixed EMI तय करता है, जो हर महीने आपके खाते से कटती है। यह तरीका उन लोगों के लिए सही है, जो नियमित किस्तों में लोन चुकाना पसंद करते हैं।
वहीं Overdraft में EMI की बाध्यता नहीं होती। ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार पैसा जमा कर सकता है। चाहें तो सिर्फ ब्याज चुकाकर भी काम चलाया जा सकता है, हालांकि तय समय सीमा में पूरा कर्ज चुकाना जरूरी होता है।
Overdraft लेने की शर्त
Overdraft की सुविधा हर किसी को नहीं मिलती। यह तभी संभव है, जब आपके पास पहले से FD या कोई Eligible Deposit मौजूद हो। बिना FD के ओवरड्राफ्ट लेना संभव नहीं है।
Personal Loan Vs Overdraft: आपके लिए कौन सा सही?
- अगर आप Fixed EMI, तय समय और बिना किसी गारंटी के लोन चाहते हैं, तो Personal Loan आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
- अगर आपके पास पहले से FD है और आप Flexible Repayment, कम ब्याज और जरूरत के अनुसार पैसा निकालने की सुविधा चाहते हैं, तो Overdraft ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।
