
PPF Interest Rate : अगर आप सुरक्षित निवेश के साथ-साथ टैक्स बचाने की योजना बना रहे हैं, तो पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आपको 31 मार्च 2025 तक टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट पूरा करना होगा। इस समय PPF अकाउंट पर 7.1% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो इसे अन्य पारंपरिक निवेश योजनाओं की तुलना में अधिक लाभदायक बनाता है। PPF न केवल गारंटीड रिटर्न देता है, बल्कि इसमें टैक्स छूट और लोन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। आइए जानते हैं इस स्कीम की 5 प्रमुख खूबियों के बारे में, जिससे आप इसे अपने निवेश पोर्टफोलियो में शामिल करने का बेहतर निर्णय ले सकें।
1. PPF Investment Benefits : सरकारी सुरक्षा की गारंटी
PPF Investment Benefits : पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) को सीधे केंद्र सरकार द्वारा संचालित और रेगुलेट किया जाता है। इसका मतलब यह है कि इसमें निवेश करना पूरी तरह सुरक्षित होता है और डूबने का कोई खतरा नहीं रहता। PPF का ब्याज दर भी सरकार द्वारा ही तय किया जाता है, जिससे इसमें स्थिरता बनी रहती है। यह उन निवेशकों के लिए बेहतरीन विकल्प है जो अपने धन को सुरक्षित रखना चाहते हैं और साथ ही अच्छा रिटर्न भी पाना चाहते हैं।
अगर हम अन्य सरकारी योजनाओं से इसकी तुलना करें तो PPF की ब्याज दर कुछ अन्य योजनाओं से कम हो सकती है, लेकिन इसमें मिलने वाली सुरक्षा इसे अधिक आकर्षक बनाती है। हालांकि, अगर आपको इससे अधिक ब्याज दर चाहिए तो सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) जैसे विकल्प मौजूद हैं, लेकिन ये योजनाएं हर किसी के लिए उपलब्ध नहीं हैं। PPF का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है और अपने भविष्य के लिए एक मजबूत वित्तीय आधार तैयार कर सकता है।
2. Income Tax Saving Scheme : मिलता है टैक्स छूट का लाभ
Income Tax Saving Scheme : PPF को भारत सरकार की EEE (Exempt-Exempt-Exempt) कैटेगरी में रखा गया है, जिसका अर्थ यह है कि इसमें निवेश करने पर तीन स्तरों पर टैक्स में छूट मिलती है। पहला, इस स्कीम में किए गए निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है, यानी आप एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और इस राशि को अपनी कर योग्य आय से घटा सकते हैं।
दूसरा, इस योजना में मिलने वाले ब्याज पर भी कोई टैक्स नहीं देना होता। आमतौर पर एफडी (Fixed Deposit) या अन्य निवेशों पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगाया जाता है, लेकिन PPF में ऐसा नहीं है। तीसरा, जब आपका PPF अकाउंट मैच्योर होता है और आपको पूरी जमा राशि मिलती है, तो उस पर भी किसी तरह का टैक्स नहीं देना पड़ता।
इस वजह से, PPF एक ऐसा निवेश विकल्प बन जाता है जो न केवल सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि टैक्स बचाने में भी मदद करता है।
3. PPF अकाउंट पर मिलती है लोन की सुविधा
PPF अकाउंट की एक और बड़ी खासियत यह है कि इसमें निवेशक को जरूरत पड़ने पर लोन लेने की सुविधा भी मिलती है। यह सुविधा उन लोगों के लिए फायदेमंद होती है, जिन्हें अचानक वित्तीय जरूरत पड़ जाए और वे अपने निवेश को तोड़ना नहीं चाहते।
लोन लेने की सुविधा PPF अकाउंट खोलने के बाद तीसरे से पांचवें वित्तीय वर्ष तक उपलब्ध होती है। उदाहरण के लिए, अगर आपने जनवरी 2020 में PPF अकाउंट खोला है, तो आप 1 अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2025 तक लोन ले सकते हैं।
इस लोन की राशि आपकी PPF में जमा राशि के 25% तक हो सकती है। इस पर लगने वाला ब्याज दर PPF की ब्याज दर से 1% अधिक होता है। यानी अगर PPF का ब्याज 7.1% चल रहा है, तो लोन पर आपको 8.1% ब्याज देना होगा। हालांकि, यह ब्याज दर अन्य व्यक्तिगत ऋण (Personal Loan) की तुलना में काफी कम होती है, इसलिए PPF से लोन लेना एक किफायती विकल्प साबित हो सकता है।
4. जितना चाहें उतनी लंबी अवधि के लिए कर सकते हैं निवेश
PPF खाते की मूल अवधि 15 वर्ष होती है, यानी इस अवधि तक आपको अपना पैसा खाते में रखना होता है। लेकिन इस स्कीम में एक अनोखी सुविधा है कि आप इसे अपनी जरूरत के अनुसार बढ़ा भी सकते हैं।
अगर आपके पास पैसे की जरूरत नहीं है और आप भविष्य के लिए अधिक बचत करना चाहते हैं, तो 15 साल पूरे होने के बाद आप इसे 5-5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ा सकते हैं। यानी आप जितने चाहें उतने वर्षों तक इस अकाउंट को चालू रख सकते हैं।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि लंबे समय तक निवेश करने से आपको कंपाउंड इंटरेस्ट (चक्रवृद्धि ब्याज) का लाभ मिलता है। इससे आपका फंड तेजी से बढ़ता है और मैच्योरिटी के समय आपको एक बड़ा फंड मिलता है, जिसे आप अपने रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा या घर खरीदने जैसे बड़े खर्चों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
5. PPF स्कीम को चलाना है आसान
PPF अकाउंट को मैनेज करना बेहद आसान है और इसमें निवेश करने की कोई जटिल शर्तें नहीं हैं। इसमें आपको हर साल न्यूनतम 500 रुपये निवेश करने होते हैं, जिससे कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से मेंटेन कर सकता है।
अगर आप चाहें तो इसमें एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा, आप यह निवेश एक ही बार में या फिर 12 किस्तों में भी कर सकते हैं।
इस समय इस स्कीम पर 7.1% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो कई अन्य बचत योजनाओं की तुलना में बेहतर है।
अगर आप इस स्कीम में हर महीने 1,000 रुपये निवेश करते हैं, तो 15 साल बाद आपको लगभग 3.25 लाख रुपये मिलेंगे। वहीं, अगर आप 2,000 रुपये हर महीने जमा करते हैं, तो 25 साल बाद यह रकम बढ़कर 6.50 लाख रुपये तक हो सकती है। यानी इस योजना में आप धीरे-धीरे निवेश करके भी लंबी अवधि में एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
PPF Investment Calculation : हर महीने 1000 रुपये जमा करने पर मिलेंगे 3.25 लाख रुपये
PPF में निवेश करके आप आसानी से एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप हर महीने 1000 रुपये इस स्कीम में निवेश करते हैं, तो 15 साल बाद आपको लगभग 3.25 लाख रुपये मिलेंगे। वहीं, यदि आप 2000 रुपये प्रति माह निवेश करते हैं, तो 25 साल बाद यह रकम लगभग 6.50 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी। यह योजना छोटे निवेशकों के लिए एक बड़ा फंड बनाने का शानदार तरीका है।
How to open a PPF account : PPF खाता कैसे खोलें?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) खाता खोलना एक आसान और सुविधाजनक प्रक्रिया है। आप इसे ऑनलाइन या बैंक और पोस्ट ऑफिस जाकर खोल सकते हैं। नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आप आसानी से अपना PPF खाता खोल सकते हैं।
1. कौन खोल सकता है PPF खाता?
- कोई भी भारतीय नागरिक PPF खाता खोल सकता है।
- नाबालिगों के लिए उनके माता-पिता या अभिभावक खाता खोल सकते हैं।
- हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) और NRI नया PPF खाता नहीं खोल सकते।
2. कहां खोल सकते हैं PPF खाता?
- किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक (SBI, PNB, BOI, आदि) में।
- कुछ निजी बैंक जैसे ICICI, HDFC, Axis Bank में भी यह सुविधा उपलब्ध है।
- नजदीकी डाकघर (Post Office) में भी आप PPF खाता खोल सकते हैं।

3. PPF खाता खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज
PPF खाता खोलने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
✅ पहचान प्रमाण (ID Proof) – आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि।
✅ पते का प्रमाण (Address Proof) – आधार कार्ड, वोटर ID, बिजली बिल, राशन कार्ड आदि।
✅ पासपोर्ट साइज फोटो – हाल ही में खींची गई फोटो।
✅ पैन कार्ड – अनिवार्य रूप से आवश्यक।
✅ PPF खाता खोलने का फॉर्म – बैंक या पोस्ट ऑफिस से प्राप्त करें या ऑनलाइन डाउनलोड करें।
4. PPF खाता खोलने की प्रक्रिया
(A) ऑनलाइन PPF खाता खोलने की प्रक्रिया
1️⃣ अपने बैंक के इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल पर लॉगिन करें।
2️⃣ “PPF अकाउंट ओपनिंग” का विकल्प चुनें।
3️⃣ अपनी व्यक्तिगत जानकारी और KYC विवरण भरें।
4️⃣ आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और राशि ट्रांसफर करें।
5️⃣ आपके मोबाइल नंबर पर OTP (वन-टाइम पासवर्ड) आएगा, उसे दर्ज करें।
6️⃣ पुष्टि मिलने के बाद आपका PPF खाता सक्रिय हो जाएगा।
(B) बैंक या पोस्ट ऑफिस जाकर PPF खाता खोलें
1️⃣ बैंक या पोस्ट ऑफिस जाएं और PPF खाता खोलने का फॉर्म लें।
2️⃣ फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरें।
3️⃣ आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी जमा करें।
4️⃣ न्यूनतम ₹500 से खाता सक्रिय करें (अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना निवेश कर सकते हैं)।
5️⃣ बैंक/पोस्ट ऑफिस आपको PPF पासबुक प्रदान करेगा।
5. PPF खाता खोलने के बाद क्या करें?
खाता 15 साल के लिए लॉक होता है, लेकिन आप इसे 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं।
हर साल कम से कम ₹500 जमा करें, वरना खाता निष्क्रिय हो सकता है।
अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना जमा कर सकते हैं।
ब्याज दर 7.1% (सरकार द्वारा समय-समय पर संशोधित) है।
PPF अकाउंट की मैच्योरिटी पर मिलते हैं ये 3 विकल्प – जानिए विस्तार से
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक दीर्घकालिक निवेश योजना है, जिसका मैच्योरिटी पीरियड 15 वर्ष होता है। जब यह अवधि पूरी हो जाती है, तो खाताधारक के पास आगे की योजना बनाने के लिए तीन विकल्प होते हैं। ये विकल्प इस बात पर निर्भर करते हैं कि निवेशक अपने फंड को आगे जारी रखना चाहता है या इसे निकालना चाहता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि PPF खाते की मैच्योरिटी पर आपको कौन-कौन से विकल्प मिलते हैं और किस विकल्प को चुनना आपके लिए सबसे फायदेमंद होगा।
1. मैच्योरिटी के बाद फुल विदड्रॉल (पूरी राशि निकालना)
अगर आपको 15 साल पूरे होने के बाद जमा की गई राशि की तुरंत जरूरत है, तो आप PPF अकाउंट को बंद करके पूरी राशि निकाल सकते हैं। इसमें आपको जमा की गई पूंजी के साथ-साथ पूरा ब्याज भी मिल जाता है।
✅ कब चुनें?
- अगर आपको घर खरीदने, बच्चों की उच्च शिक्षा, शादी, मेडिकल इमरजेंसी या किसी बड़े खर्च के लिए पैसे की जरूरत है।
- जब आपको कोई अन्य निवेश विकल्प मिल रहा हो, जिसमें PPF से ज्यादा रिटर्न मिल रहा हो।
🔴 ध्यान देने योग्य बातें:
- एक बार जब आप पूरा पैसा निकालकर खाता बंद कर देते हैं, तो दोबारा उसी खाते को चालू नहीं कर सकते।
- अगर भविष्य में फिर से PPF में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको नया खाता खोलना होगा।
2. मैच्योरिटी के बाद फंड को नए डिपॉजिट के साथ आगे बढ़ाना
अगर आप चाहते हैं कि आपकी बचत आगे भी जारी रहे और ज्यादा ब्याज अर्जित करे, तो आप PPF खाते को 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। इस दौरान आप इसमें नई राशि भी जमा कर सकते हैं। यह विकल्प उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो लॉन्ग टर्म सेविंग करना चाहते हैं और बिना टैक्स चुकाए अपनी बचत को और बढ़ाना चाहते हैं।
✅ फायदे:
- आपके पुराने फंड पर ब्याज मिलता रहेगा और साथ ही आप नए निवेश भी कर सकते हैं।
- आपके नए निवेश पर भी EEE (Exempt-Exempt-Exempt) टैक्स छूट का लाभ मिलेगा।
- आपको इस दौरान भी नियमित ब्याज (7.1% सालाना, जो समय-समय पर बदल सकता है) मिलता रहेगा।
🔴 ध्यान देने योग्य बातें:
- आपको PPF की मैच्योरिटी के एक साल के भीतर इसे आगे बढ़ाने का अनुरोध करना होगा, अन्यथा यह स्वतः तीसरे विकल्प में चला जाएगा (बिना नए डिपॉजिट के बढ़ाना)।
3. बिना नए डिपॉजिट के PPF अकाउंट को आगे बढ़ाना
अगर आपको अपनी जमा राशि की तुरंत जरूरत नहीं है लेकिन आप इसमें नया निवेश नहीं करना चाहते, तो आप PPF खाते को बिना किसी नई डिपॉजिट के 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। इस स्थिति में, आपका खाता एक्टिव रहेगा और आपको पहले से जमा राशि पर ब्याज मिलता रहेगा।
✅ फायदे:
- नया निवेश करने की जरूरत नहीं है, फिर भी आपका पैसा सुरक्षित रहेगा और उस पर ब्याज मिलता रहेगा।
- जब चाहें, जरूरत के हिसाब से आंशिक निकासी (Partial Withdrawal) कर सकते हैं।
- टैक्स-फ्री ब्याज का लाभ मिलता रहेगा।
🔴 ध्यान देने योग्य बातें:
- इस दौरान आप कोई नई राशि जमा नहीं कर पाएंगे।
- अगर आप 5 साल बाद भी खाते को और बढ़ाना चाहते हैं, तो दोबारा इसी प्रक्रिया को अपनाना होगा।
कौन-सा विकल्प सबसे अच्छा है?
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको भविष्य में पैसे की जरूरत है या नहीं।
✅ अगर आपको पैसे की तुरंत जरूरत है:
👉 पहला विकल्प (पूरी राशि निकालना) चुनें।
✅ अगर आप सेविंग जारी रखना चाहते हैं और नया निवेश भी करना चाहते हैं:
👉 दूसरा विकल्प (नए डिपॉजिट के साथ आगे बढ़ाना) आपके लिए सबसे बेहतर रहेगा।
✅ अगर आप कोई नई रकम जमा नहीं करना चाहते लेकिन ब्याज का लाभ लेना चाहते हैं:
👉 तीसरा विकल्प (बिना नए डिपॉजिट के आगे बढ़ाना) चुन सकते हैं।
PPF की मैच्योरिटी के बाद आपको तीन अलग-अलग विकल्प मिलते हैं, जिन्हें अपनी जरूरत के अनुसार चुन सकते हैं। अगर आप पैसे की तुरंत जरूरत महसूस कर रहे हैं, तो पूरा पैसा निकाल सकते हैं। वहीं, अगर आपको निवेश को जारी रखना है और टैक्स-फ्री ब्याज का लाभ उठाना है, तो आप इसे नए डिपॉजिट के साथ या बिना डिपॉजिट के आगे बढ़ा सकते हैं।
PPF का यह लचीलापन इसे सबसे बेहतरीन लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बनाता है, जहां आप अपनी जरूरत के अनुसार प्लानिंग कर सकते हैं और अपने फाइनेंशियल गोल्स को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
PPF में हर महीने कितना निवेश करने पर 15 साल बाद कितना पैसा मिलेगा?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करने से न सिर्फ आपका पैसा सुरक्षित रहता है, बल्कि यह एक टैक्स-फ्री रिटर्न देने वाला शानदार दीर्घकालिक निवेश विकल्प भी है। यदि आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करें, तो 15 साल बाद यह रकम कितनी होगी, इसका एक मोटा अनुमान नीचे दी गई टेबल में बताया गया है।
निवेश (हर महीने रु. में) | 15 साल बाद मिलने वाली राशि (रु. में) |
---|---|
₹500 | ₹1.62 लाख |
₹1,000 | ₹3.25 लाख |
₹2,000 | ₹6.50 लाख |
₹3,000 | ₹9.76 लाख |
₹5,000 | ₹16.27 लाख |
₹10,000 | ₹32.54 लाख |
₹12,500 | ₹40.68 लाख |
कैसे हुआ यह कैलकुलेशन?
PPF अकाउंट में ब्याज की गणना कंपाउंडिंग के आधार पर होती है, और इसे सालाना ब्याज दर के हिसाब से अपडेट किया जाता है। हालांकि, यह ब्याज हर तीन महीने में संशोधित किया जा सकता है, लेकिन इस टेबल को एक स्थिर 7.1% सालाना ब्याज दर के आधार पर तैयार किया गया है।
PPF निवेश के 5 बड़े फायदे:
1️⃣ सुरक्षित निवेश: यह भारत सरकार द्वारा गारंटीड है, इसलिए इसमें डूबने का कोई खतरा नहीं।
2️⃣ टैक्स छूट: निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है और मैच्योरिटी पर भी कोई टैक्स नहीं लगता।
3️⃣ ब्याज दर आकर्षक: अभी 7.1% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो कई अन्य सेविंग स्कीम्स से बेहतर है।
4️⃣ लचीलापन: आप इसे 15 साल के बाद 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते हैं।
5️⃣ लोन सुविधा: PPF खाते के खिलाफ लोन भी लिया जा सकता है, जिससे जरूरत पड़ने पर पैसे की व्यवस्था हो सके।
PPF लोन पात्रता और नियम (PPF Loan Eligibility and Rules)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) न केवल लॉन्ग-टर्म सेविंग्स और टैक्स बेनिफिट्स प्रदान करता है, बल्कि इसमें लोन लेने की सुविधा भी मिलती है। यदि आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है, तो आप अपने PPF खाते से लोन (Loan Against PPF) ले सकते हैं।
1. PPF लोन लेने की पात्रता (Eligibility for PPF Loan)
PPF लोन लेने के लिए आपको निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होती हैं:
✅ PPF अकाउंट को 3 साल पूरा हो चुका हो (लेकिन 5 साल से ज्यादा पुराना न हो)।
✅ PPF खाते का संतुलन (Balance) पर्याप्त हो।
✅ PPF खाते को सक्रिय (Active) रखना अनिवार्य है (नियमित निवेश किया गया हो)।
✅ PPF खाते का खाता धारक भारतीय नागरिक होना चाहिए (NRI को PPF लोन की सुविधा नहीं मिलती)।
2. PPF लोन कब और कितना मिल सकता है?
- लोन की उपलब्धता:
- PPF अकाउंट खोलने के 3 साल बाद से 5 साल तक के बीच लोन लिया जा सकता है।
- 5 साल पूरे होने के बाद लोन लेने की सुविधा बंद हो जाती है।
- लोन की राशि:
- आप अपने PPF खाते में जमा राशि का 25% तक लोन ले सकते हैं।
- यह राशि PPF खाते के दूसरे वर्ष के अंत में जमा राशि के आधार पर निर्धारित होती है।
- लोन पर ब्याज दर:
- PPF लोन पर PPF ब्याज दर + 1% अतिरिक्त ब्याज देना होता है।
- उदाहरण: यदि PPF ब्याज दर 7.1% है, तो PPF लोन पर ब्याज दर 8.1% होगी।
3. PPF लोन चुकाने के नियम (PPF Loan Repayment Rules)
✅ लोन को 36 महीनों (3 साल) में चुकाना अनिवार्य है।
✅ पहले मूलधन (Principal Amount) चुकाना होगा, उसके बाद ब्याज देना होगा।
✅ अगर 36 महीनों में लोन नहीं चुकाया जाता, तो ब्याज दर 6% अधिक हो सकती है।
✅ PPF खाते की मैच्योरिटी से पहले पूरा लोन चुकाना होगा।
✅ जब तक पुराना लोन नहीं चुकता, तब तक दूसरा लोन नहीं लिया जा सकता।
4. PPF लोन के फायदे (Benefits of Taking Loan Against PPF)
✅ कोई क्रेडिट स्कोर की जरूरत नहीं – बैंक या पोस्ट ऑफिस बिना किसी अतिरिक्त जाँच के लोन देते हैं।
✅ कम ब्याज दर – अन्य पर्सनल लोन की तुलना में PPF लोन की ब्याज दर काफी कम होती है।
✅ कोई गारंटी (Collateral) नहीं – PPF लोन के लिए आपको कोई सिक्योरिटी देने की जरूरत नहीं होती।
✅ टैक्स फ्री प्रोसेस – PPF खाते से लोन लेने पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।

5. PPF लोन कैसे लें? (How to Apply for PPF Loan?)
PPF लोन के लिए आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस में आवेदन करना होता है। प्रक्रिया निम्नलिखित है:
1️⃣ PPF Loan Form (Form D) भरें – बैंक/पोस्ट ऑफिस से प्राप्त करें या ऑनलाइन डाउनलोड करें।
2️⃣ आवश्यक दस्तावेज जमा करें – PPF पासबुक की कॉपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि।
3️⃣ लोन की राशि और ब्याज दर की पुष्टि करें।
4️⃣ लोन राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
6. क्या PPF खाते से दूसरा लोन लिया जा सकता है?
🔹 हां, लेकिन तभी जब आप पहले लिए गए लोन को पूरी तरह चुका चुके हों।
🔹 दूसरा लोन पहले लोन चुकाने के बाद ही उपलब्ध होगा और PPF खाते की 5 साल की समयसीमा के अंदर ही लिया जा सकता है।