
पवन वैष्णव @आमेट
Rajsamand : आमेट में जयसिंह श्याम टेंट लाइट साउंड, कैटर्स, बर्तन और फ्लावर किराया व्यवसाय संघ का वार्षिक होली मिलन समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया। इस बार समारोह का आयोजन नगर के श्री नाकोड़ा फैमिली रिसोर्ट में हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत एक वार्षिक बैठक से हुई, जिसमें अध्यक्ष प्रताप सिंह ने संगठन को सशक्त बनाने पर जोर दिया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि संगठन से वंचित व्यापारियों को जोड़ा जाएगा और वर्षभर में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की गई। बैठक के बाद सभी व्यापारियों ने गुलाल लगाकर एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दीं और हर्षोल्लास के साथ रंगों का त्योहार मनाया। आयोजन में भाईचारे और सौहार्द्र का वातावरण देखने को मिला। समारोह का संचालन मुकेश लोहार और कन्हैया लाल जिलोला ने किया। इस अवसर पर अध्यक्ष प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष रतन लाल भोई, सचिव रतन लाल बागवान, कोषाध्यक्ष आशीष गेलड़ा, सूचना मंत्री जगदीश सालवी, प्रेम दास वैष्णव, संगठन मंत्री पूरण सिंह किशनपुरिया और जवान सिंह उपस्थित रहे। इसके अलावा जगदीश जैन, विजय सिंह पंवार, मांगीलाल भोई, दौलत सिंह, नटवर सिंह, ओमप्रकाश भोई, जगदीश सिंह, रमेश चंद्र सेठ, बालू लाल भोई, मनोहर लाल, राधेश्याम भोई और राहुल भोई सहित संगठन के सभी सदस्य समारोह में सम्मिलित हुए।
Amet News : मिलेट्स रोड शो 2025 का आयोजन

Amet News : आमेट पंचायत समिति में समृद्ध विरासत और कृषि की संभावनाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ब्लॉक स्तरीय मिलेट्स रोड शो 2025 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विकास अधिकारी गुलाब गुर्जर, सहायक विकास अधिकारी उगराज सिंह और घनश्याम सिंह, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी रतनलाल ट्रेलर ने मिलेट्स रथ को हरी झंडी दिखाकर प्रचार-प्रसार के लिए रवाना किया।
सहायक कृषि अधिकारी सुरेंद्र सिंह राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया कि इस रोड शो का मुख्य उद्देश्य किसानों को बाजरा, ज्वार, सावा, लिटिल मिलेट और कोदो मिलेट जैसी फसलों की खेती के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि राजस्थान मिलेट्स के लिए एक समृद्ध प्रदेश है और इसे ‘पोषण का खजाना’ भी कहा जाता है। मिलेट्स का सेवन हृदय रोग, मधुमेह और मोटापे जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में सहायक होता है। राजस्थान की जलवायु बाजरा और ज्वार की खेती के लिए अनुकूल है और इनकी खेती के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। साथ ही, इन फसलों में कीट और बीमारियों का प्रकोप भी अपेक्षाकृत कम होता है। यहां तक कि कम उपजाऊ भूमि पर भी इनकी सफल खेती संभव है। इसके अतिरिक्त, मिलेट्स पशुधन के लिए बेहतर चारे का स्रोत प्रदान करते हैं और इनकी तेजी से वृद्धि होने के कारण पर्यावरण पर कम दबाव पड़ता है। इस प्रकार मिलेट्स की खेती किसानों की आय में वृद्धि करने में भी सहायक साबित होती है। इस कार्यक्रम में सहायक कृषि अधिकारी सुरेंद्र सिंह राजपूत और कृषि पर्यवेक्षक मनीष कासोटिया ने किसानों को मिलेट्स की खेती के व्यावहारिक पहलुओं और इसके लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
Parmeshwar Singh Chundwat ने डिजिटल मीडिया में कॅरियर की शुरुआत Jaivardhan News के कुशल कंटेंट राइटर के रूप में की है। फोटोग्राफी और वीडियो एडिटिंग में उनकी गहरी रुचि और विशेषज्ञता है। चाहे वह घटना, दुर्घटना, राजनीतिक, सामाजिक या अपराध से जुड़ी खबरें हों, वे SEO आधारित प्रभावी न्यूज लिखने में माहिर हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, थ्रेड्स और यूट्यूब के लिए छोटे व बड़े वीडियो कंटेंट तैयार करने में निपुण हैं।