
Rajsamand देश एवं प्रदेश को टी.बी मुक्त करने की दिशा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी 24 मार्च तक जिले में टी.बी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान का संचालन किया जा रहा है। अभियान के तहत जिले की 80 ग्राम पंचायतो को शामिल किया गया है। अभियान के लिये 6 सूचकांक निर्धारित किये गये है, जिसके पूरा होने पर टी.बी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित की जायेगी।
सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने बताया कि अभियान के तहत एक वर्ष की अवधि में 1 हजार की जनसंख्या पर 30 संभावित मरीजो की जांच, 1 हजार की जनसंख्या पर एक या एक से कम टी.बी नोटिफिकेशन की दर, उपचार की सफलता दर 85 प्रतिशत, ड्रग ससेप्टिबिलिटी टेस्ट 60 प्रतिशत मरीज, शत प्रतिशत मरीजो को निक्षय पोषण योजना का लाभ, शत प्रतिशत निक्षय मित्र द्वारा पोषण किट का वितरण जैसे सूचकांको पर परीक्षण पश्चात ग्राम पंचायतो को टी.बी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया जायेगा।
6 सूचकांको के आधार पर होगी पंचायते टी.बी मुक्त
अभियान के तहत प्रति 1 हजार की जनसंख्या पर 30 सम्भावित टी.बी रोगियो की जांच की जायेगी। इसके तहत प्राथमिकता के आधार पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, पूर्व टी.बी रोगी, टी.बी रोगी के संपर्क में रहने वाले व्यक्ति, डायबिटिज से ग्रसित रोगी, तम्बाकू का सेवन करने वाले व्यक्ति, बॉडी मास इन्डेक्स 18.5 से कम वाले व्यक्तियों की जांच की जायेगी। ग्राम पंचायत स्तर पर नोटिफाइड टी.बी रोगियो का उपचार, जांच एवं लाइन लिस्टिंग सुनिश्चत करना, जनप्रतिनिधियों को निक्षय मित्र बनाये जाने हेतु प्रेरित करना जैसी गतिविधियों का भी आयोजन किया जायेगा। अभियान के तहत आमेट ब्लॉक की 9 पंचायत, भीम ब्लॉक की 8 पंचायत, देवगढ़ ब्लॉक की 12 पंचायत, राजसमंद ब्लॉक की 12 पंचायत, केलवाड़ा ब्लॉक की 15 पंचायत, रेलमगरा ब्लॉक की 13 पंचायत, खमनोर ब्लॉक की 5 पंचायत, देलवाड़ा ब्लॉक की 6 पंचायतो ने टी.बी मुक्त ग्राम पंचायत के लिये क्लेम किया है।
अभियान के तहत मोबाईल एप के माध्यम से होगा घर घर सर्वे
अभियान के तहत चिन्हित ग्राम पंचायतो एवं शहरी वार्डो में आगामी 25 मार्च तक घर – घर सर्वे का शुरू किया जायेगा जिसके तहत एएनएम एवं आशा डिजिटल हेल्थ मोबाईल एप के माध्यम से टीबी केसेज के लिये सर्वे व स्क्रीनिंग की जायेगी। सर्वे के दौरान यदि किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण पाए जाते है तो उन लाभार्थीयों की बलगम, छाती का एक्स- रे तथा अन्य जांच आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम व सामुदायिक स्वयं सेवक के द्वारा सभी जानकारी फॉलो -अप के दौरान एएनएम आशा डिजिटल हेल्थ मोबाईल एप में अपडेट की जायेगी। अभियान के तहत टीबी के दृष्टी से उच्च जोखिम वाले समुहो पर विशेष ध्यान दिया जायेगा जिससे टी.बी के मामलो की पहचान में बढ़ोतरी और उनके उपचार में मदद मिल सकेगी। अभियान के माध्यम से ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समितियों के सदस्यो का आमुखीकरण करना, ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समितियों के माध्यम से गांवो में नारा लेखन एवं रेलीयो का आयोजन किया जायेगा। सोशल मिडिया के माध्यम से भी टी.बी को लेकर आमजन को जागरूक किया जायेगा। वहीं विद्यालयो में टी.बी जागरूकता को लेकर भाषण एवं अन्य प्रतियोेगिताओं का आयेाजन किया जायेगा।
100 दिवसीय सघन टी.बी अभियान में मिली सफलता
जिले में इससे पूर्व 100 दिवसीय सघन टी.बी अभियान संचालित किया गया जिसके तहत निक्षय वाहन के माध्यम से 149 टी.बी शिविरो का आयोजन किया गया। 85 हजार 692 टी.बी दृष्टी से उच्च जोखिम वाले लोगो की शत प्रतिशत स्क्रीनिंग की गई। 74 हजार 709 संभावित टी.बी रोगीयो का निक्षय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया। 62 हजार 466 संभावित टी.बी रोगियो के जांचो परीणामो को अपलोड किया गया तथा अभियान के तहत 810 नये टी.बी रोगीयों का चिन्हीकरण किया गया। अभियान के तहत नवीन 341 निक्षय मित्र बनाये गये तथा 611 नवीन टी.बी मरीजो को निक्षय पोषण किट का वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रामनिवास जाट, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण डॉ नरेन्द्र कुमार सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।