रहस्यमयी तरीके से घर से लापता होने के तीसरे दिन मासूम दो जुड़वा बच्चों के कुएं में शव मिलने के मामले में पुलिस ने चौबीस घंटे की समयावधि में त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला को गिरफ्तार कर लिया। परिवार की संपूर्ण पैतृक सम्पत्ति हड़पने के लालच में काकी ने ही दोनों ही जुड़वा भतीजों की हत्या कर दी। आरोपी काकी के खुद के 2 बेटे हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि सांयों का खेड़ा के वागा की वेर में बालूसिंह खरवड़ राजपूत के दो जुड़वा बच्चे तंवर व भूपेंद्र की हत्या के मामले में वागा की वेर निवासी अणछीदेवी पत्नी हीरसिंह खरवड़ को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में महिला ने हत्या करना कबूल किया। हत्या में परिवार के अन्य सदस्यों की भूमिका रही या नहीं रही। इसको लेकर पुलिस द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है।
संपूर्ण सम्पत्ति कब्जाने का लालच
हत्या के बाद पुलिस ने आस पड़ोस के लोगों से गहन पूछताछ शुरू कर दी, जिसमें प्रथम दृष्टया यह तथ्य सामने आया कि जुड़वा बच्चों की मां चांदनीबाई व उसकी देवरानी अणछीदेवी अक्सर आपस में लड़ती झगड़ती रहती थी। साथ ही देवरानी- जेठानी के साथ सास के बीच भी अनबन थी। इसी बात को लेकर पुलिस ने गहन पूछताछ की, मगर पहले तो अणछीदेवी कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिए, मगर बाद में जब पुलिस ने सख्ती बरती, तो महिला अणछीदेवी टूट गई और कुएं में धक्का देकर गिरा दिया, जिससे पानी में डूबने से मौत हो गई।
यह था मामला
सांयों का खेड़ा के वागा की वेर में बालूसिंह खरवड़ राजपूत के दो जुड़वा बच्चे तंवर व भूपेंद्र 2 सितंबर को लापता हो गए। गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज होने के बाद 4 सितंबर को डॉग स्क्वायड के साथ पुलिस ने तलाश शुरू की, तो घर से एक किमी. दूर खेत पर स्थित कुएं में दोनों बच्चों के शव मिले। घटना के बाद शव खमनोर अस्पताल ले गए, जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के साथ ही पुलिस ने मामला हत्या का मानते हुए जांच भी शुरू कर दी। इधर, ग्रामीण इस बात पर अड़ गए कि पहले हत्या के आरोपी पकड़े जाए, तब ग्रामीण बच्चों के शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाएंगे। फिर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए।
एएसपी, डीएसपी व 4 थानेदार जुटे जांच में
मासूम बच्चों की हत्या के मामले में त्वरित जांच के लिए एसपी सुधीर चौधरी ने एएसपी शिवलाल बैरवा, नाथद्वारा डीएसपी जितेंद्र आंचलिया, खमनोर थाना प्रभारी नवलकिशोर, कुंवारिया थाना प्रभारी पेशावर खां, उप निरीक्षक संग्रामसिंह के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया। चारों ही टीमों ने परिजनों, आस पड़ोसियों, ग्रामीणों से गहन पूछताछ की और हर एक पहलू से तहकीकात शुरू की। इससे चारों टीमों की जांच में जो तथ्य सामने आएं, उसी आधार पर सभी की अणछीदेवी पर शक की सुई गई। पुलिस जांच टीम में साइबर एएसआई पवनसिंह, एएसआई खमनोर नंदलाल, हैड कांस्टबल हरिसिंह, हीराराम, संदीप कुमार, हमेरसिंह, निर्मल, इन्द्रचंद चोयल, मोहित कुमार, दिनेश सिंह, पार्वती, रेखारानी व सरोज आदि शामिल हैं।