अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में एक डॉक्टर- नर्सेज पर अश्लीलता, लज्जाभंग व अभद्रता को लेकर बवाल मच गया है। एक महिला की मौत के बाद परिजनों से अभद्रता करने वाले डॉक्टर, नर्सेज के खिलाफ कार्रवाई के लिए ग्रामीण अड़े हुए हैं, जबकि अस्पताल प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ अलग रिपोर्ट दी। ऐसे में शव अब भी अजमेर अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है। इस बीच मृतक महिला के पैतृक धनेरियागढ़ के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम रेलमगरा उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर डॉक्टर- नर्सेज के खिलाफ एससीएसटी एक्ट, लज्जाभंग व मारपीट का प्रकरण दर्ज करते हुए कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। उधर, अजमेर में रेजीडेंट डॉक्टर भी हड़ताल पर उतर गए हैं। इस गतिरोध के बीच धनेरियागढ़ के ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वे शव नहीं उठाएंगे।
धनेरियागढ़ के ग्रामीण रेलमगरा उपखंड कार्यालय पहुंचे, जहां उपखंड अधिकारी मनसुखराम डामोर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया कि धनेरियागढ़ की एक महिला अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में भर्ती हुई थी, जहां 31 अगस्त दोपहर एक बजे महिला की तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर उसकी बेटी व परिजनों ने नर्सिंगकर्मी व डॉक्टरों को बुलाया, लेकिन काफी देर तक चिकित्सक नहीं आए। इस कारण उसी दिन 3 बजे महिला की मौत हो गई। मृतक की बेटी बार बार डॉक्टर से इलाज की गुहार लगा रही थी, तभी उत्तेजित हुए चिकित्सक डॉ. सौरभ ने मारपीट करते हुए उसके साथ अश्लीलता करते हुए लज्जाभंग की। उसकी छाती पर साड़ी खींची व जातिगत गाली गलोच करते हुए उसे लज्जित किया। इस पर परिजन आरोपी व लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़ गए और शव का पोस्टमार्टम भी नहीं करने दिया। ऐसे में शव अजमेर अस्पताल के मोर्चरी में रखा हुआ हैं। इस बीच मृतक व पीडि़त महिला के पैतृक गांव रेलमगरा के धनेरियागढ़ के ग्रामीण उग्र होकर रेलमगरा उपखंड कार्यालय पहुंचे, जहां अजमेर हॉस्पीटल प्रबंधन व डॉक्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही सख्त कार्रवाई की मांग की गई। फिर ग्रामीणों ने डॉक्टर सौरभ व अन्य दोषी रेजीडेंट डॉक्टर व नर्सेज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई। इस पर उपखंड अधिकारी ने आश्वस्त किया कि प्रकरण की प्रति सरकार को भिजवाई जाएगी, जहां से नियमानुसार कार्रवाई होगी। दूसरी तरफ अजमेर हॉस्पीटल के रेजीडेंट डॉक्टर भी हड़ताल पर उतर गए हैं। ऐसे में दोनों तरफ से अब गतिरोध बढ़ गया है।
यह है ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों की मांग की है कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ एससीएसटी एक्ट, लज्जाभंग व मारपीट का प्रकरण दर्ज करते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इस दौरान रेलमगरा पूर्व सरपंच प्रकाश चौधरी, रोशनलाल, पृथ्वीराज, शंभूलाल, रामलाल, घनश्याम, कृष्णादेवी, धमेन्द्र, मनोहर, उषाबाई, सतीश यादव, रामभरोसे, हरीश कुमार, राजकुमार, बालूराम सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।