
Rohit Sharma retirement : दुबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल से पहले भारतीय उपकप्तान शुभमन गिल ने स्पष्ट किया कि कप्तान रोहित शर्मा का निकट भविष्य में संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, “अब तक हमारी चर्चा केवल मैच जीतने और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने को लेकर हुई है। उन्होंने मुझसे या टीम से इस बारे में कोई बात नहीं की है। मुझे नहीं लगता कि रोहित इस बारे में सोच रहे हैं।”
Champions Trophy : हाल ही में रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, विशेष रूप से तब जब उन्होंने पिछले साल जून में बारबाडोस में टी20 विश्व कप जीतने के बाद इस प्रारूप से संन्यास ले लिया था। अब चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल को उनके एकदिवसीय या संपूर्ण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के लिए उपयुक्त अवसर माना जा रहा है, खासकर जब वे टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हालांकि, गिल ने शनिवार को दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित प्री-फाइनल प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस तरह की सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उन्होंने मीडिया कक्ष में वापस आकर स्पष्ट किया कि उन्हें रोहित के किसी भी संन्यास योजना की कोई जानकारी नहीं है।
India vs New Zealand : रोहित शर्मा के संन्यास की अटकलों के बीच, शुभमन गिल का यह बयान टीम इंडिया के प्रशंसकों के लिए राहत की खबर है। टीम पूरी तरह से फाइनल मुकाबले पर केंद्रित है और भारत के पास चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचने का सुनहरा अवसर है। गिल समेत सभी खिलाड़ी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की नजरें इस बड़े मुकाबले पर टिकी हुई हैं।
मैच की परिस्थितियों और रणनीति पर गिल का विचार
Shubman Gill statement : गिल ने यह भी कहा कि भारतीय टीम को दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की परिस्थितियों की अच्छी समझ है, हालांकि स्थानीय स्तर पर अचानक मौसम परिवर्तन की चर्चा हो रही है। दिन के समय तेज गर्मी के कारण रात में ओस का प्रभाव पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि पिच अलग तरह से खेलेगी। अब तक हमने यहां 300 से अधिक का स्कोर नहीं देखा है और मुझे लगता है कि मौसम चाहे जैसा भी हो, पिच उसी तरह खेलेगी जैसी अब तक रही है। हमारी टीम को इस तरह की पिचों पर खेलने और गेंदबाजी करने का अच्छा अनुभव है।” भारत ने अब तक इस मैदान पर खेले गए सभी चार मैच जीते हैं, जिससे खिलाड़ियों को काफी आत्मविश्वास मिला है।
आईसीसी टूर्नामेंट फाइनल में दूसरी बार खेलने को लेकर उत्साहित गिल
युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने कहा कि वह अपने दूसरे आईसीसी टूर्नामेंट फाइनल को लेकर काफी उत्साहित हैं। पिछले साल 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, “मैं बहुत उत्साहित हूं। यह मेरा टीम इंडिया के लिए दूसरा आईसीसी इवेंट है और दूसरी बार फाइनल खेल रहा हूं। पिछली बार हम जीत नहीं पाए थे, लेकिन इस बार हम इसे जीतने की पूरी कोशिश करेंगे।”
गौरतलब है कि पिछले साल के टी20 विश्व कप फाइनल में भारत ने जगह बनाई थी, लेकिन गिल उस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे।
बड़े मुकाबलों का दबाव और अनुभवी खिलाड़ियों की भूमिका
गिल ने यह भी माना कि फाइनल जैसे बड़े मुकाबलों का दबाव अलग होता है और इसे सामान्य मैच की तरह नहीं लिया जा सकता। उन्होंने कहा, “बड़े मैचों का दबाव जरूर होता है। जैसा कि हमने पिछले मैच में देखा, अगर हम ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी की बात करें तो उनका आक्रमण बहुत अनुभवी नहीं था, लेकिन फिर भी बड़े मैच के कारण दबाव था। ऐसे मैचों में वही टीम जीतती है जो दबाव को अच्छे से संभालती है और इस बात पर ध्यान नहीं देती कि वे फाइनल खेल रहे हैं।”
अनुभव के महत्व को रेखांकित करते हुए गिल ने विराट कोहली का उदाहरण दिया, जिन्होंने सेमीफाइनल में 84 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। उन्होंने कहा, “हमने पिछले मैच में विराट को देखा। उन्होंने भारत के लिए कई महत्वपूर्ण मुकाबले खेले हैं, कई फाइनल और सेमीफाइनल खेले हैं। जब कोई खिलाड़ी बार-बार ऐसे मुकाबलों का हिस्सा होता है और दबाव को संभालने की आदत डाल लेता है, तो वह मैच की परिस्थिति को अच्छे से पढ़ पाता है। ऐसे अनुभवी खिलाड़ी टीम के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।”

गिल का हालिया फॉर्म और अभ्यास सत्र
India playing XI final : टूर्नामेंट के पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार शतक और पाकिस्तान के खिलाफ 46 रन बनाने के बाद गिल पिछले दो मुकाबलों में सस्ते में आउट हो गए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ वे केवल 2 रन बना सके थे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में मात्र 8 रन पर आउट हो गए थे। शनिवार को गिल ने आईसीसी अकादमी में लंबा अभ्यास सत्र बिताया और रोहित शर्मा के साथ नेट्स में बल्लेबाजी की, जबकि उनके बाकी साथी खिलाड़ी दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में हल्के फील्डिंग और गेंदबाजी सत्र में व्यस्त थे।
Rohit Sharma life story : रोहित शर्मा के कॅरियर की दिलचस्प कहानी

Rohit Sharma life story : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली, शानदार टाइमिंग और बड़े मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मशहूर रोहित को ‘हिटमैन’ के नाम से जाना जाता है। उनका क्रिकेट सफर संघर्ष, मेहनत और उपलब्धियों से भरा हुआ है।
रोहित शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1987 को महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ। उनका बचपन कठिनाइयों से भरा था, लेकिन उनके क्रिकेट के प्रति जुनून और लगन ने उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत मुंबई से की और जल्द ही घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई। 2006 में उन्होंने भारतीय अंडर-19 टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें सीनियर टीम में जगह मिली।
रोहित शर्मा का क्रिकेट करियर संघर्ष और सफलता की कहानी है। वह भारतीय क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक हैं और उनकी उपलब्धियां हमेशा क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में रहेंगी। चाहे वह उनकी बल्लेबाजी हो या कप्तानी, रोहित ने हर भूमिका में अपनी छाप छोड़ी है। क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है कि वह आने वाले वर्षों में भी अपनी चमक बिखेरते रहेंगे।
अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत
रोहित शर्मा ने 23 जून 2007 को आयरलैंड के खिलाफ वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया। हालांकि, शुरुआती वर्षों में वह टीम में अपनी स्थायी जगह बनाने के लिए संघर्ष करते रहे। टी20 विश्व कप 2007 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार अर्धशतक जड़कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।

2013: टर्निंग पॉइंट
2013 रोहित शर्मा के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें शिखर धवन के साथ वनडे में ओपनिंग करने का मौका दिया और यहीं से रोहित का असली जलवा देखने को मिला। उन्होंने उसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रनों की पारी खेलकर वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के कुछ गिने-चुने बल्लेबाजों में शामिल हो गए।
वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक
रोहित शर्मा दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक लगाए हैं।
- 209 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2013)
- 264 रन बनाम श्रीलंका (2014) – यह वनडे क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है।
- 208 रन बनाम श्रीलंका (2017)*
टी20 और आईपीएल में दबदबा
रोहित शर्मा का टी20 क्रिकेट में भी बेहतरीन रिकॉर्ड है। उन्होंने 2007 टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अलावा, आईपीएल में भी वह मुंबई इंडियंस के सबसे सफल कप्तान साबित हुए हैं। उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने 2013, 2015, 2017, 2019 और 2020 में कुल पांच बार खिताब जीते हैं।
टेस्ट क्रिकेट में प्रभाव
हालांकि रोहित का टेस्ट करियर धीमी गति से शुरू हुआ, लेकिन 2019 में जब उन्हें टेस्ट में ओपनिंग करने का मौका मिला, तब से उन्होंने कई शानदार पारियां खेली हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2019 में उन्होंने बतौर ओपनर दो शतक लगाए और फिर इंग्लैंड के खिलाफ 2021 में विदेशी धरती पर शतक जड़कर अपनी टेस्ट बल्लेबाजी का लोहा मनवाया।
भारतीय कप्तान के रूप में सफर
2021 के बाद से रोहित शर्मा को भारतीय टीम की कप्तानी सौंपी गई और उन्होंने वनडे, टी20 और टेस्ट में भारत की कमान संभाली। उनकी कप्तानी में भारत ने 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल तक का सफर तय किया, हालांकि फाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता से सभी को प्रभावित किया।

अहम उपलब्धियां और रिकॉर्ड
- वनडे में 10,000+ रन
- एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक (3)
- आईपीएल में सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाले कप्तान (5 बार)
- टी20 इंटरनेशनल में 4 शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज
- एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा शतक (5) – 2019 वर्ल्ड कप
- आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले कप्तानों में शामिल (2018 एशिया कप, 2023 टी20 वर्ल्ड कप)
संन्यास की अटकलें और भविष्य
हाल ही में टी20 विश्व कप 2024 के बाद रोहित शर्मा के संन्यास की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि, वह अभी भी शानदार फॉर्म में हैं और भारत के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी बने हुए हैं। उनकी अगली चुनौती 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी और 2027 वनडे विश्व कप हो सकती है।