
indusind bank news : डेरिवेटिव ट्रांजैक्शन में गड़बड़ी से बैंक को भारी नुकसान इन्डसइंड बैंक को अपनी नेटवर्थ में ₹2,000 करोड़ तक का नुकसान झेलना पड़ सकता है। बैंक ने हाल ही में खुलासा किया है कि पिछले 5-7 वर्षों में किए गए कुछ डेरिवेटिव ट्रांजैक्शनों में गड़बड़ी सामने आई है, जिसके चलते उसे इस भारी नुकसान को अपनी बैलेंस शीट में समायोजित करना पड़ेगा। बैंक के अनुसार, यह प्रभाव चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही या अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पड़ेगा।
indusind bank share price : बैंक के सीईओ सुमंत कथपालिया ने विश्लेषकों को जानकारी देते हुए बताया, “हमने अपने इंटरनल ट्रेड बुक की समीक्षा शुरू की और कुछ असंगतताओं को पहचाना। इसके बाद हमने एक बाहरी एजेंसी को जांच के लिए नियुक्त किया। प्रारंभिक निष्कर्ष हमारे अनुमान के अनुरूप ही हैं, लेकिन हम पूरी तरह से इसकी पुष्टि करना चाहते हैं।”
Indusind Bank Crisis : बैंक के सीईओ सुमंत कथपालिया ने बताया कि बैंक ने इस मामले की जानकारी भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को पहले ही दे दी है और मार्च के अंत तक अंतिम ऑडिट रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। इन्डसइंड बैंक के लिए यह संकट गहराता जा रहा है। डेरिवेटिव ट्रांजैक्शन में गड़बड़ी, सीईओ के कार्यकाल को लेकर अनिश्चितता और स्टॉक की गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। मार्च के अंत तक आने वाली ऑडिट रिपोर्ट इस मामले पर और रोशनी डालेगी, लेकिन तब तक बाजार में अनिश्चितता बनी रह सकती है।
why indusind bank is falling : स्टॉक मार्केट में गिरावट, निवेशकों में चिंता इन्डसइंड बैंक के शेयर सोमवार को 3.87% गिरकर ₹900.50 पर बंद हुए, जिससे इसका बाजार पूंजीकरण पिछले छह महीनों में 37% तक घट चुका है। मार्च 11 को शेयर की कीमत 20% तक गिरकर ₹720.35 के नए 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गई।
बैंक की इस स्थिति ने बाजार विश्लेषकों को भी चिंतित कर दिया है। मैक्वेरी कैपिटल का कहना है कि “यह संभव है कि सुमंत कथपालिया अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही पद छोड़ दें या बैंक किसी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकर को उनका उत्तराधिकारी बना सकता है।”
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक बैंक को एक स्थायी तीन साल का सीईओ नहीं मिलता, तब तक निवेशकों की धारणा में सुधार की संभावना कम है।
Indusind Bank Crisis : ब्रोकरेज फर्मों ने घटाए बैंक के टारगेट प्राइस इस खुलासे के बाद प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों ने इन्डसइंड बैंक के स्टॉक रेटिंग और टारगेट प्राइस में भारी कटौती की है:
- नुवामा (Nuvama) ने स्टॉक को ‘रिड्यूस’ रेटिंग दी और लक्ष्य मूल्य ₹1115 से घटाकर ₹750 कर दिया, यानी 32% की कटौती।
- मोतिलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने इसे ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी और टारगेट प्राइस ₹925 कर दिया।
- प्रभुदास लीलाधर (Prabhudas Lilladher) ने ‘होल्ड’ रेटिंग दी और लक्ष्य मूल्य ₹1400 से घटाकर ₹1000 कर दिया।
विश्लेषकों का मानना है कि “डेरिवेटिव से जुड़ी गड़बड़ी की खबर ने निवेशकों के भरोसे को झटका दिया है।”
सीईओ का कार्यकाल सिर्फ एक साल, लीडरशिप पर सवाल आरबीआई ने बैंक के सीईओ सुमंत कथपालिया के कार्यकाल को सिर्फ एक साल का विस्तार दिया है, जो आमतौर पर तीन साल के लिए होता है। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि आरबीआई ने मुझे सिर्फ एक साल का कार्यकाल क्यों दिया, लेकिन शायद वे मेरे नेतृत्व कौशल को लेकर पूरी तरह से सहज नहीं हैं।”

बोर्ड अब नए सीईओ की तलाश में जुट गया है और आंतरिक व बाहरी उम्मीदवारों का मूल्यांकन करेगा। विश्लेषकों का मानना है कि यह बदलाव बैंक की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण होगा।
1. IndusInd Bank derivative loss
इन्डसइंड बैंक को डेरिवेटिव सौदों में गड़बड़ी के कारण लगभग ₹2,000 करोड़ तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है। यह गड़बड़ी पिछले 5-7 वर्षों के लेन-देन से जुड़ी हुई है, जिसे हाल ही में एक आंतरिक जांच में पहचाना गया। बैंक अब इस नुकसान को अपनी बैलेंस शीट में समायोजित करने की तैयारी कर रहा है।
2. IndusInd Bank CEO tenure
बैंक के सीईओ सुमंत कथपालिया को आरबीआई ने सिर्फ एक साल का कार्यकाल विस्तार दिया है, जबकि आमतौर पर तीन साल का कार्यकाल दिया जाता है। इससे बैंक की लीडरशिप स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं।
3. IndusInd Bank share price drop
बैंक के शेयर में भारी गिरावट आई है। पिछले छह महीनों में 37% की गिरावट और हाल ही में ₹720.35 के नए 52-सप्ताह के निचले स्तर तक पहुंच गया है।
4. IndusInd Bank audit report
बैंक ने ऑडिट के लिए एक बाहरी एजेंसी को नियुक्त किया है, जिसकी अंतिम रिपोर्ट मार्च के अंत तक आने की उम्मीद है। इस रिपोर्ट से स्थिति अधिक स्पष्ट होगी।
5. IndusInd Bank leadership change
बैंक के बोर्ड ने कहा है कि वे आंतरिक और बाहरी उम्मीदवारों का मूल्यांकन करके एक नए सीईओ की तलाश करेंगे, जिससे बैंक की स्थिरता बनी रहे।
FAQs : प्रश्न और उत्तर
- इन्डसइंड बैंक को कितना नुकसान होने की संभावना है?
- लगभग ₹2,000 करोड़ तक का।
- यह नुकसान क्यों हो रहा है?
- पुराने डेरिवेटिव ट्रांजैक्शन में हुई गड़बड़ियों के कारण।
- बैंक ने इस मामले की जानकारी किसे दी?
- भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को।
- बैंक के सीईओ कौन हैं?
- सुमंत कथपालिया।
- बैंक के शेयरों में कितनी गिरावट आई?
- 3.87% सोमवार को और 37% छह महीनों में।
- बैंक का शेयर किस नए निचले स्तर पर पहुंचा?
- ₹720.35।
- ब्रोकरेज फर्मों ने बैंक की रेटिंग कैसे बदली?
- कई फर्मों ने स्टॉक को डाउनग्रेड किया और लक्ष्य मूल्य घटाया।
- नुवामा ने बैंक का लक्ष्य मूल्य कितना रखा?
- ₹750।
- मोतिलाल ओसवाल ने बैंक की रेटिंग क्या दी?
- ‘न्यूट्रल’।
- आरबीआई ने सीईओ का कार्यकाल कितना बढ़ाया?
- केवल एक वर्ष।
- बैंक की सबसे बड़ी समस्या क्या है?
- डेरिवेटिव सौदों में अनियमितता।
- बैंक को स्थिरता के लिए क्या करना होगा?
- मजबूत जोखिम प्रबंधन और नया नेतृत्व लाना।
- सीएफओ ने कब इस्तीफा दिया?
- Q3FY25 के पहले।
- बैंक का भविष्य क्या होगा?
- ऑडिट रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
- निवेशक कैसे प्रभावित हुए?
- स्टॉक की गिरावट और अनिश्चितता के कारण।