
Credit score increase : आज के दौर में हर व्यक्ति को अपने फाइनेंशियल प्रोफाइल को मजबूत बनाए रखने की जरूरत होती है, खासकर जब बात लोन लेने या नया क्रेडिट कार्ड बनवाने की आती है। सिबिल स्कोर इसमें अहम भूमिका निभाता है। आमतौर पर, लोग समय पर क्रेडिट कार्ड और लोन का भुगतान करके अपने सिबिल स्कोर को सुधारने की कोशिश करते हैं, लेकिन कई बार इसके बावजूद भी स्कोर में गिरावट आ जाती है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि सही समय पर पेमेंट करने के अलावा क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि वे अपने कार्ड की अधिकतम लिमिट का केवल 30% ही उपयोग करें। यदि आप 70% से अधिक क्रेडिट लिमिट खर्च करते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपके सिबिल स्कोर पर पड़ सकता है।
इस आर्टिकल में हम आपको सिबिल स्कोर को मेंटेन रखने के लिए 4 जरूरी टिप्स बता रहे हैं:
1. क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें
हमेशा अपने खर्च को क्रेडिट कार्ड की कुल लिमिट के 30% तक सीमित रखें। उदाहरण के लिए, यदि आपके कार्ड की कुल लिमिट 1 लाख रुपये है, तो आपको अधिकतम 30,000 रुपये तक ही खर्च करना चाहिए। इससे आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा बना रहेगा और लोन अप्रूवल में आसानी होगी।
2. क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए आवेदन करें
यदि आपकी इनकम स्थिर है और आपकी पेमेंट हिस्ट्री अच्छी है, तो बैंक से अपनी क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के लिए रिक्वेस्ट करें। क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से आपका उपयोग अनुपात (यूटिलाइजेशन रेशियो) कम होगा, जिससे सिबिल स्कोर को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलेगी।
3. खर्च को कई क्रेडिट कार्ड्स में विभाजित करें
अगर आपके पास एक से अधिक क्रेडिट कार्ड हैं, तो अपने नियमित खर्चों को दो या तीन कार्ड्स में विभाजित करें। इससे किसी एक कार्ड पर बहुत अधिक लोड नहीं पड़ेगा और क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रहेगा। इससे सिबिल स्कोर बेहतर बना रहेगा।
4. क्रेडिट कार्ड स्पेंडिंग के लिए अलर्ट सेट करें
क्रेडिट कार्ड के मोबाइल ऐप या SMS अलर्ट को एक्टिवेट करें ताकि जब भी आपका खर्च 30% से ऊपर जाए, तो आपको तुरंत नोटिफिकेशन मिल सके। इससे आप अपने खर्च को नियंत्रित कर सकेंगे और अनजाने में क्रेडिट लिमिट से अधिक उपयोग करने की गलती नहीं करेंगे।
कम क्रेडिट लिमिट का उपयोग करने के फायदे:
- बार-बार पूरी लिमिट का उपयोग करने से बैंक आपको फाइनेंशियली कमजोर समझ सकता है।
- इससे आपके नए लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन के रिजेक्ट होने की संभावना बढ़ जाती है।
- सिबिल स्कोर गिरने से भविष्य में उच्च मूल्य वाले लोन प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है।
नकारात्मक रिकॉर्ड का प्रभाव 7 साल तक रह सकता है
यदि आपका पुराना क्रेडिट रिकॉर्ड सही नहीं है, तो इसका प्रभाव आने वाले 7 वर्षों तक आपके सिबिल स्कोर पर बना रह सकता है। इसलिए, क्रेडिट कार्ड और लोन का उपयोग करते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। समय पर भुगतान करें और अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन को नियंत्रित रखें।
Credit score check : सिबिल स्कोर कैसे चेक करें?
सिबिल स्कोर चेक करने की प्रक्रिया
आप अपना सिबिल स्कोर निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करके आसानी से चेक कर सकते हैं:
1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- सबसे पहले CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
2. अकाउंट बनाएं या लॉगिन करें
- यदि आपका पहले से अकाउंट है, तो लॉगिन करें।
- नया यूजर होने पर “Get Your CIBIL Score” पर क्लिक करें और नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल, पैन कार्ड नंबर आदि भरकर अकाउंट बनाएं।
3. वेरिफिकेशन पूरा करें
- आपके ईमेल या मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा, जिसे दर्ज करके वेरिफिकेशन पूरा करें।
4. सिबिल स्कोर चेक करें
- लॉगिन करने के बाद आपको “CIBIL Score and Report” का ऑप्शन दिखेगा।
- यदि आप पहली बार स्कोर चेक कर रहे हैं, तो यह मुफ्त होगा।
- यदि पहले ही चेक कर चुके हैं, तो आपको एक भुगतान योजना (550 रुपये/महीना या अन्य प्लान) खरीदनी होगी।
5. रिपोर्ट डाउनलोड करें
- आपका सिबिल स्कोर स्क्रीन पर दिख जाएगा।
- आप अपनी पूरी क्रेडिट रिपोर्ट भी डाउनलोड कर सकते हैं।
अन्य तरीकों से सिबिल स्कोर चेक करें
- कई बैंक और फिनटेक प्लेटफॉर्म (Paytm, BankBazaar, Paisabazaar आदि) भी मुफ्त में सिबिल स्कोर दिखाते हैं।
- इसके लिए संबंधित बैंकिंग ऐप या वेबसाइट पर लॉगिन करें और “Check Credit Score” ऑप्शन चुनें।
इस प्रक्रिया को फॉलो करके आप आसानी से अपना सिबिल स्कोर जान सकते हैं और उसे मेंटेन कर सकते हैं।
Credit score range : क्रेडिट स्कोर रेंज और उसका अर्थ
Credit score range : क्रेडिट स्कोर आमतौर पर 300 से 900 के बीच होता है। जितना अधिक स्कोर होगा, लोन और क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।
क्रेडिट स्कोर रेंज | अर्थ | लोन मिलने की संभावना |
---|---|---|
300 – 549 | बहुत खराब | लोन अप्रूवल लगभग नामुमकिन |
550 – 649 | खराब | लोन मिलने की संभावना बहुत कम |
650 – 699 | ठीक-ठाक | उच्च ब्याज दर पर लोन मिल सकता है |
700 – 749 | अच्छा | बैंक लोन दे सकते हैं, लेकिन शर्तों के साथ |
750 – 900 | बहुत अच्छा | आसानी से लोन और क्रेडिट कार्ड अप्रूव होने की संभावना |
अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के लिए समय पर क्रेडिट कार्ड और लोन का भुगतान करें और क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें।
अक्सर पुछे जाने वाले प्रश्न
What is a good credit score in?
क्रेडिट स्कोर 750 से 900 के बीच हो तो इसे अच्छा माना जाता है। इस रेंज में आने वाले स्कोर पर बैंक और वित्तीय संस्थान आसानी से लोन और क्रेडिट कार्ड अप्रूव कर देते हैं।
How to get 800 CIBIL score?
800+ सिबिल स्कोर पाने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
- समय पर सभी लोन और क्रेडिट कार्ड भुगतान करें।
- क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें।
- बार-बार नए लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन न करें।
- पुराना क्रेडिट हिस्ट्री बनाए रखें और अकाउंट बंद न करें।
- अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में किसी भी गलती को तुरंत सुधारें।
Is 750 a good credit score in India?
हाँ, 750 एक अच्छा क्रेडिट स्कोर माना जाता है। इस स्कोर पर बैंक आपको आसानी से लोन और क्रेडिट कार्ड दे सकते हैं, साथ ही आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना भी बढ़ जाती है।
में एक अच्छा क्रेडिट स्कोर क्या है?
अच्छा क्रेडिट स्कोर 750 से 900 के बीच होता है। इस रेंज में स्कोर होने से बैंक और NBFCs से लोन लेने में आसानी होती है।
कौन सा सिबिल स्कोर सबसे अच्छा है?
सबसे अच्छा सिबिल स्कोर 900 होता है। यह अधिकतम स्कोर है, जो एक आदर्श क्रेडिट प्रोफाइल को दर्शाता है।
खराब सिबिल स्कोर क्या है?
300 से 649 के बीच का सिबिल स्कोर खराब माना जाता है। इस स्कोर पर लोन और क्रेडिट कार्ड अप्रूव होने में दिक्कत आ सकती है, और अगर लोन मिलता भी है तो ब्याज दरें अधिक होती हैं।
क्या 900 सिबिल स्कोर संभव है?
हाँ, 900 का सिबिल स्कोर संभव है, लेकिन इसे प्राप्त करना और बनाए रखना कठिन होता है। समय पर भुगतान, क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखना और लंबी क्रेडिट हिस्ट्री बनाए रखना इससे संभव हो सकता है।
बिना सिबिल स्कोर के 1 लाख का लोन कैसे मिलेगा?
बिना सिबिल स्कोर के 1 लाख रुपये का लोन लेने के लिए आप निम्नलिखित विकल्प अपना सकते हैं:
- गोल्ड लोन या सिक्योर्ड लोन लें – गहने या अन्य संपत्ति के बदले लोन मिल सकता है।
- NBFCs और फिनटेक कंपनियों से लोन लें – कुछ डिजिटल लोन प्रदाता कम क्रेडिट हिस्ट्री वाले लोगों को भी लोन देते हैं।
- गारंटर के साथ लोन लें – अगर कोई व्यक्ति जिसकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी है, गारंटर बने तो लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- सैलरी अकाउंट पर पर्सनल लोन – कुछ बैंक सैलरी अकाउंट धारकों को बिना क्रेडिट स्कोर चेक किए लोन देते हैं।
अगर मेरा सिबिल स्कोर 1 है तो क्या होगा?
सिबिल स्कोर 1 का मतलब यह है कि आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बहुत नई या अपर्याप्त है। ऐसे में बैंक आपको लोन देने में हिचकिचा सकते हैं। इस स्थिति में, आप छोटे लोन लेकर और समय पर भुगतान करके अपनी क्रेडिट हिस्ट्री बना सकते हैं।
What is 1 credit score?
क्रेडिट स्कोर 1 का अर्थ है कि व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री बहुत सीमित या नई है। बैंक और वित्तीय संस्थान इसे अपर्याप्त डेटा मानते हैं और लोन अप्रूव करने में संकोच कर सकते हैं।
What is the CIBIL score of HDFC Bank?
HDFC Bank का खुद का कोई CIBIL स्कोर नहीं होता, बल्कि यह ग्राहकों का सिबिल स्कोर चेक करता है। किसी भी ग्राहक के लिए HDFC आमतौर पर 750 या उससे अधिक के सिबिल स्कोर को अच्छा मानता है।
How to check CIBIL score in Gpay?
Google Pay (GPay) पर सिबिल स्कोर चेक करने के लिए ये स्टेप्स फॉलो करें:
- Google Pay ऐप खोलें।
- “Loans & Credit” सेक्शन में जाएं।
- “Check Your Credit Score” पर क्लिक करें।
- अपनी बेसिक जानकारी (नाम, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड आदि) दर्ज करें।
- OTP के जरिए वेरिफिकेशन पूरा करें।
- आपका सिबिल स्कोर स्क्रीन पर दिख जाएगा।
इस तरह, GPay और अन्य फिनटेक ऐप्स जैसे Paytm, CRED आदि से भी फ्री में क्रेडिट स्कोर चेक किया जा सकता है।
