मध्य प्रदेश के शाजापुर में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की याद में उनका मंदिर बनवा दिया। इसके लिए राजस्थान में ऑर्डर देकर 3 फीट की प्रतिमा तैयार करवाई गई और उसे प्राण-प्रतिष्ठा के साथ स्थापित किया गया। अब पूरा परिवार सुबह-शाम पूजा-पाठ करता है।
शाजापुर जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर सांपखेड़ा गांव में रहने वाले नारायण सिंह बंजारा की पत्नी गीताबाई की 27 अप्रैल को कोरोना की वजह से मौत हो गई थी। गीताबाई धार्मिक प्रवृत्ति की थीं और उनका लगाव राजस्थान के रामदेवरा में स्थित बाबा रामदेव मंदिर से था। वे हर साल वहां दर्शन करने भी जाती थीं।
नारायण सिंह को पत्नी से बेहद लगाव था, इसलिए गीताबाई की मौत के बाद नारायण ने उनकी याद में घर के बाहर ही मंदिर बनाने फैसला लिया। मंदिर में पत्नी की प्रतिमा स्थापित करने की बात उन्होंने जब बेटों से कही तो वे भी खुश हो गए। फिर राजस्थान के अलवर में एक मूर्तिकार को 50 हजार रुपए में गीताबाई की प्रतिमा बनाने का ऑर्डर दिया गया और करीब डेढ़ महीने में प्रतिमा बनकर तैयार हो गई।
नारायण के बेटों का कहना है कि मां भले ही इस दुनिया से चली गई हों, लेकिन वे चाहते हैं कि प्रतिमा के तौर पर वे सदैव साथ रहें। वहीं, नारायण सिंह भी अपनी पत्नी को देवी स्वरूप मानते हैं और उनके आचरण और संयमित जीवन शैली की जमकर तारीफ करते हैं।