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Akash Ambani : मुंबई टेक वीक 2025 में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (आरजेआईएल) के चेयरमैन आकाश अंबानी ने एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) को इस पीढ़ी का सबसे बड़ा तकनीकी बदलाव करार दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि एआई भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए एक प्रमुख शक्ति बनेगा। यह बयान उन्होंने जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित मुंबई टेक वीक 2025 के दौरान दिया। इस दौरान उन्होंने ड्रीम11 के सीईओ हर्ष जैन के साथ एक फायरसाइड चैट में भाग लिया और भविष्य में एआई की भूमिका पर अपने विचार साझा किए।
Mumbai tech week program : मुंबई टेक वीक 2025 में आकाश अंबानी द्वारा दिया गया यह वक्तव्य भारत में एआई के भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण संकेत देता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एआई केवल एक तकनीकी विकास नहीं है, बल्कि यह भारत की आर्थिक प्रगति का प्रमुख इंजन बनने जा रहा है।
भारत में एआई के विकास के लिए बुनियादी ढांचे, अनुसंधान और प्रतिभा पर ध्यान देने की जरूरत है। जियो जैसी कंपनियाँ पहले ही इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही हैं। अगर भारत इन तीन क्षेत्रों में मजबूत निवेश करता है, तो यह न केवल एआई में अग्रणी बनेगा, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आने वाले वर्षों में, एआई भारत के विभिन्न उद्योगों में क्रांति लाने के साथ-साथ जीडीपी वृद्धि दर को भी नए स्तर तक पहुँचाने में मदद करेगा।
Ai Growth Engine : एआई भारत की आर्थिक वृद्धि का मुख्य चालक
Ai Growth Engine : आकाश अंबानी ने अपने संबोधन में कहा कि एआई भारत के आर्थिक विकास का इंजन साबित होगा। उन्होंने भविष्यवाणी की कि आने वाले वर्षों में एआई के कारण भारत की जीडीपी वृद्धि दर 10 प्रतिशत या उससे अधिक हो सकती है। अंबानी ने कहा, “मुझे लगता है कि एआई अब तक का सबसे बड़ा तकनीकी परिवर्तन है जिसे हमने अपने जीवनकाल में देखा है। यह भारत को आने वाले समय में तेजी से आगे बढ़ने की शक्ति देगा।”
उन्होंने बताया कि एआई विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखता है। चाहे वह हेल्थकेयर हो, शिक्षा, वित्तीय सेवाएँ, विनिर्माण या ई-कॉमर्स, एआई सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व नवाचार और उत्पादकता वृद्धि का कारण बन सकता है।
भारत को एआई में अग्रणी बनाने के लिए तीन प्रमुख क्षेत्र
अंबानी ने कहा कि भारत को एआई में अग्रणी बनाने के लिए तीन मूलभूत क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए:
- एआई इंफ्रास्ट्रक्चर: विश्व स्तरीय एआई इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जियो पहले से ही इस दिशा में बड़े कदम उठा रहा है। जियो ने हाल ही में जामनगर में 1 गीगावाट क्षमता वाला डेटा सेंटर स्थापित करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, “एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हमारा निवेश जारी रहेगा ताकि भारत को डिजिटल क्रांति में विश्व स्तर पर अग्रणी बनाया जा सके।”
- अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी): एआई में गहरी प्रगति करने के लिए अनुसंधान और विकास में निवेश करना जरूरी है। अंबानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एआई को लेकर दूरदर्शी सोच की सराहना करते हुए कहा कि गहन अनुसंधान से ही इस क्षेत्र में भारत की स्थिति मजबूत होगी। उन्होंने कहा, “हम एआई में गहन शोध में निवेश कर रहे हैं और इससे अत्याधुनिक विकास हो रहा है।”
- कुशल प्रतिभा: एआई के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए उच्च स्तर की प्रतिभा को आकर्षित करना और विकसित करना आवश्यक है। अंबानी ने बताया कि जियो ने पहले ही 1000 से अधिक डेटा वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और इंजीनियरों की एक मजबूत टीम बनाई है। उन्होंने कहा कि नए विचारों को प्रोत्साहित करने और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए उच्च कौशल वाले एआई पेशेवरों को भारत में बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
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एआई के कारण नौकरियों पर प्रभाव
Akash Ambani Update : एआई के बढ़ते प्रभाव के कारण नौकरियों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में अंबानी ने कहा कि यह तकनीक रोजगार खत्म नहीं करेगी, बल्कि कार्य करने के तरीकों को बदलेगी। उन्होंने एआई की तुलना इंटरनेट से करते हुए कहा कि जैसे इंटरनेट ने नई संभावनाओं को जन्म दिया, वैसे ही एआई भी नए उद्योगों और अवसरों को जन्म देगा।
उन्होंने कहा कि इंटरनेट ने फिनटेक, ई-कॉमर्स और क्रिएटर इकोनॉमी जैसी नई इंडस्ट्री को विकसित किया। इसी तरह, एआई भी रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और कामकाज के पारंपरिक तरीकों को और अधिक प्रभावी बनाएगा।
मुंबई टेक वीक 2025 में एआई पर चर्चा
मुंबई टेक वीक 2025 भारत के तकनीकी जगत का एक प्रमुख आयोजन है, जहाँ उद्योग जगत के दिग्गज और विशेषज्ञ अपने विचार साझा करते हैं। इस कार्यक्रम में विभिन्न तकनीकी नवाचारों, डिजिटल परिवर्तन और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की जाती है। इस बार के आयोजन में भी एआई को मुख्य विषय बनाया गया, जहाँ अंबानी और अन्य विशेषज्ञों ने इसके प्रभाव, संभावनाओं और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की।
अंबानी ने कहा कि एआई की शक्ति का उपयोग कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डिजिटल परिवर्तन को गति देने के लिए सरकार, उद्योग और शिक्षाविदों को मिलकर काम करना होगा।
आकाश अंबानी के जीवन की कहानी
आकाश अंबानी भारत के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के बड़े बेटे और रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (RJIL) के चेयरमैन हैं। उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता और तकनीकी समझ से जियो को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आकाश अंबानी भारतीय टेलीकॉम और डिजिटल क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले युवा उद्यमियों में से एक हैं।
आकाश अंबानी भारतीय उद्योग जगत के एक उभरते हुए सितारे हैं। वे अपने पिता के मार्गदर्शन में रिलायंस जियो को नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता, नवीन सोच और तकनीकी समझ ने उन्हें भारत के सबसे प्रभावशाली युवा उद्यमियों में शामिल कर दिया है। आने वाले वर्षों में, वे भारत के डिजिटल परिवर्तन को और गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे।
जन्म और परिवार
आकाश अंबानी का जन्म 23 अक्टूबर 1991 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। वे भारत के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के बड़े बेटे हैं। उनकी एक जुड़वां बहन ईशा अंबानी और एक छोटा भाई अनंत अंबानी हैं। अंबानी परिवार भारत के सबसे प्रभावशाली और समृद्ध परिवारों में से एक है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के संचालन और विस्तार के लिए जाना जाता है।
शिक्षा
आकाश अंबानी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के प्रतिष्ठित धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने अर्थशास्त्र और व्यवसाय प्रबंधन की पढ़ाई की। शिक्षा के दौरान ही उन्होंने बिजनेस और टेक्नोलॉजी में रुचि लेना शुरू किया, जिससे वे अपने पिता के बिजनेस को और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हुए।
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कॅरियर और जियो की सफलता में भूमिका
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आकाश अंबानी ने 2014 में रिलायंस जियो में बतौर डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने जियो की स्थापना और इसके संचालन में अहम भूमिका निभाई। 2016 में जियो के व्यावसायिक लॉन्च के बाद भारत में डिजिटल क्रांति आई, जिसने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में भारी वृद्धि की।
उनकी रणनीतिक सोच और नवाचार की बदौलत जियो ने भारत में टेलीकॉम इंडस्ट्री का परिदृश्य बदल दिया। उन्होंने सस्ते डेटा प्लान, फ्री वॉयस कॉलिंग और डिजिटल सेवाओं की एक श्रृंखला पेश कर टेलीकॉम सेक्टर में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाया।
जुलाई 2022 में, आकाश अंबानी को रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड का चेयरमैन नियुक्त किया गया। इस पद पर रहते हुए उन्होंने 5G नेटवर्क की स्थापना, AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) में निवेश और डिजिटल सेवाओं के विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए।
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तकनीकी इनोवेशन और भविष्य की योजनाएं
आकाश अंबानी ने हमेशा टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को प्राथमिकता दी है। वे भारत में डिजिटल सेवाओं को और अधिक उन्नत बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा एनालिटिक्स पर काम कर रहे हैं। हाल ही में, उन्होंने जियो के एआई डेटा सेंटर की घोषणा की, जो भारत के डिजिटल भविष्य को और सशक्त बनाएगा।
निजी जीवन
आकाश अंबानी ने 2019 में श्लोका मेहता से शादी की, जो हीरा कारोबारी रसेल मेहता की बेटी हैं। यह शादी भारत की सबसे भव्य शादियों में से एक थी। दोनों का एक बेटा भी है, जिसका नाम ‘प्रथम’ है।
आकाश अंबानी के भविष्य का प्लान, देखिए
आकाश अंबानी, रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (RJIL) के चेयरमैन, ने हाल ही में मुंबई टेक वीक 2025 में भारत के डिजिटल भविष्य के लिए अपनी दृष्टि प्रस्तुत की। उनका मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इस पीढ़ी का सबसे बड़ा तकनीकी परिवर्तन है और यह भारत की आर्थिक वृद्धि का प्रमुख इंजन बनेगा।
आकाश अंबानी ने बताया कि उनकी कंपनी ने AI के विकास के लिए 1,000 से अधिक डेटा वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और इंजीनियरों की एक समर्पित टीम बनाई है। इसके अलावा, जामनगर में एक गीगावाट क्षमता का डेटा सेंटर स्थापित किया जा रहा है, जो भारत के AI इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगा। कंपनी ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) की पेशकश पर भी काम कर रही है, जिससे क्लाउड कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग और डेटा प्रोसेसिंग को गति मिलेगी।
AI में भारत को अग्रणी बनाने के लिए आकाश अंबानी ने तीन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है:
- AI इंफ्रास्ट्रक्चर: मजबूत तकनीकी बुनियादी ढांचे का विकास।
- अनुसंधान और विकास: नई तकनीकों और नवाचार को बढ़ावा देना।
- कुशल प्रतिभा: टेक्नोलॉजी के लिए प्रतिभाशाली पेशेवरों को तैयार करना।
उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया और AI क्रांति को सफल बनाने के लिए निरंतर निवेश आवश्यक है।
काम के घंटे और गुणवत्ता पर अपने विचार साझा करते हुए, आकाश अंबानी ने कहा कि उनके लिए काम की गुणवत्ता अधिक महत्वपूर्ण है, न कि काम के घंटे। उन्होंने कहा कि काम और परिवार दोनों ही उनके जीवन की प्राथमिकताएं हैं, और किसी व्यक्ति के लिए जीवन में अपनी प्राथमिकताओं को जानना महत्वपूर्ण है।
आकाश अंबानी की इस रणनीति का उद्देश्य भारत को AI क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाना है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो और हर नागरिक को डिजिटल सुविधाओं का लाभ मिले। उनका दृष्टिकोण है कि AI के माध्यम से भारत आने वाले वर्षों में 10 प्रतिशत या उससे अधिक की GDP वृद्धि दर हासिल कर सकता है।
उनकी इस पहल से न केवल तकनीकी क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। आकाश अंबानी का यह दृष्टिकोण भारत के डिजिटल भविष्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता रखता है।
अधिक जानकारी के लिए, आप इस वीडियो को देख सकते हैं-