
Home Loan Interest Rate : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में की गई कटौती का असर अब सीधे आम लोगों की जेब पर दिखने लगा है। खासकर उन लोगों को राहत मिली है जो Home Loan, Car Loan या किसी अन्य प्रकार का लोन लेने की योजना बना रहे हैं। देश के चार बड़े सरकारी बैंकों (Public Sector Banks) ने लोन पर लगने वाली ब्याज दरों (Interest Rates) में कटौती करने का ऐलान किया है। इससे न सिर्फ नए ग्राहकों को राहत मिलेगी बल्कि मौजूदा ग्राहकों को भी EMI में बचत का फायदा होगा।
🔻Car Loan Interest Rate Cut : रेपो रेट में 0.25% की कटौती, अब हुआ 6.00%
Car Loan Interest Rate Cut : RBI ने बुधवार, 9 अप्रैल को रेपो रेट (Repo Rate) को 0.25% घटा दिया, जिसके बाद यह दर 6.25% से घटकर 6.00% रह गई है। रेपो रेट में यह कमी सीधे तौर पर बैंकों की उधारी लागत को घटा देती है, और इसी वजह से बैंक अपने कर्ज उत्पादों की ब्याज दरें कम करना शुरू कर देते हैं।
🏦 Latest Repo Rate by RBI : इन सरकारी बैंकों ने घटाई ब्याज दरें
Latest Repo Rate by RBI : रेपो रेट में कमी की घोषणा होते ही पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और इंडियन बैंक (Indian Bank) ने बुधवार शाम को ही अपनी Repo Based Lending Rate (RBLR) में कटौती कर दी। इसके साथ ही बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) और यूको बैंक (UCO Bank) ने भी ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है।
📉PNB Home Loan Interest Rate : बैंकों की नई ब्याज दरें इस प्रकार होंगी लागू:
- PNB Home Loan Interest Rate : इंडियन बैंक (Indian Bank) ने घोषणा की है कि उसकी नई RBLR दर 11 अप्रैल से 9.05% से घटकर 8.70% हो जाएगी। यानी 0.35 प्रतिशत (या 35 बेसिस पॉइंट्स) की कमी की गई है।
- PNB ने भी अपने ग्राहकों को राहत देते हुए RBLR को 9.10% से घटाकर 8.85% कर दिया है। यह नई दर गुरुवार से प्रभावी हो गई है।
- Bank of India ने भी अपने लोन ग्राहकों के लिए RBLR में 0.25% की कटौती कर 8.85% कर दी है। पहले यह 9.10% थी।
- यूको बैंक (UCO Bank) ने भी अपनी लोन ब्याज दर को घटाकर 8.80% कर दिया है, जो गुरुवार से लागू हो गई है।
💡 Indian Bank RBLR rate : पुराने और नए ग्राहकों दोनों को होगा लाभ
इन बैंकों द्वारा ब्याज दरें घटाने से पुराने (Existing Borrowers) ग्राहकों को उनकी EMI में राहत मिलेगी, जबकि नए ग्राहक (New Borrowers) अब पहले की तुलना में सस्ते होम या कार लोन ले पाएंगे। इसके साथ ही अब उम्मीद की जा रही है कि अन्य बैंक भी जल्द ही इस राह पर चलेंगे और अपनी ब्याज दरों में कटौती की घोषणा कर सकते हैं।
🏦 Repo Rate Impact on Loans : FD निवेशकों के लिए थोड़ी निराशा
Repo Rate Impact on Loans :
हालांकि जहां लोन लेने वालों के लिए यह राहत भरी खबर है, वहीं Fixed Deposit (FD) में निवेश करने वाले ग्राहकों को थोड़ा नुकसान हो सकता है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि रेपो रेट में कटौती के बाद बैंक न सिर्फ लोन की ब्याज दरें घटाते हैं, बल्कि FD पर मिलने वाली ब्याज दरों में भी कटौती कर देते हैं। ऐसे में नए FD निवेशकों को कम रिटर्न मिल सकता है।
📊 रेपो रेट कटौती के संभावित फायदे:
- Home Loan EMI में कमी
- Car Loan लेना होगा सस्ता
- बिजनेस लोन के लिए बेहतर मौका
- मौजूदा लोन की ब्याज दरें घटेंगी
- EMI का बोझ होगा हल्का
📌 क्या आप अभी लोन लेने की सोच रहे हैं?
अगर आप इस समय घर खरीदने, नया वाहन लेने या कोई और बड़ा फाइनेंशियल डिसीजन लेने की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए काफी अनुकूल साबित हो सकता है। कम ब्याज दरें आपके EMI को किफायती बनाएंगी और कुल लोन राशि पर ब्याज में भारी बचत कराएंगी।
RBI द्वारा रेपो रेट में की गई कटौती के बाद, देश के चार बड़े सरकारी बैंकों ने जिस तरह से RBLR को घटाया है, वह देश की आर्थिक व्यवस्था को गति देने की दिशा में बड़ा कदम है। इससे न केवल आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, बल्कि बाजार में निवेश और क्रय क्षमता भी बढ़ेगी। अब देखने वाली बात होगी कि निजी बैंक (Private Banks) और अन्य फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन्स इस दिशा में क्या कदम उठाते हैं।
🔻 EMI में संभावित बचत की गणना
RBI द्वारा रेपो रेट में 0.25% की कटौती और उसके बाद बैंकों द्वारा ब्याज दर घटाए जाने का सीधा असर कर्ज लेने वाले ग्राहकों की EMI पर पड़ता है। चलिए एक आसान उदाहरण से समझते हैं कि इस कटौती से आपकी जेब पर कितना सकारात्मक असर पड़ सकता है।

📌 उदाहरण:
मान लीजिए किसी व्यक्ति ने ₹30 लाख का होम लोन 20 साल की अवधि के लिए लिया है। ब्याज दर पहले 9.10% थी, जिसे अब घटाकर 8.85% कर दिया गया है।
🔹 पुरानी EMI @ 9.10% ब्याज पर: ₹27,171 लगभग
🔹 नई EMI @ 8.85% ब्याज पर: ₹26,558 लगभग
🔹 हर महीने की बचत: ₹613
🔹 20 साल में कुल बचत: ₹1,47,120 के आसपास
👉 अगर लोन की राशि ज्यादा है, तो EMI में बचत और भी अधिक होगी।
🚗 कार लोन के मामले में:
मान लीजिए किसी ने ₹10 लाख का कार लोन 7 साल के लिए लिया है, तो ब्याज दर में 0.25% की कमी से करीब ₹150-₹250 तक की EMI में राहत मिल सकती है।
📉 Fixed Deposit (FD) पर पड़ेगा ये सीधा असर
जहां एक तरफ रेपो रेट में कटौती से लोन लेने वालों को राहत मिलती है, वहीं दूसरी ओर इसका असर FD निवेशकों के लिए उतना सुखद नहीं होता। दरअसल, रेपो रेट कम होने के बाद बैंक अपनी FD यानी फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दरों में भी कटौती शुरू कर देते हैं।
🔍 क्यों घटती हैं FD की ब्याज दरें?
RBI जब रेपो रेट घटाता है, तो बैंकों की फंडिंग कॉस्ट (पैसे की लागत) कम हो जाती है। इससे बैंकों को सस्ते में पैसा मिल जाता है, जिससे उन्हें FD पर ज्यादा ब्याज देने की जरूरत नहीं रह जाती। यही वजह है कि बैंक धीरे-धीरे अपनी FD दरों में कटौती शुरू कर देते हैं।
📊 संभावित प्रभाव: कितना कम हो सकता है रिटर्न?
उदाहरण के लिए, अगर किसी बैंक की मौजूदा 5 साल की FD पर ब्याज दर 7.25% है, तो वो घटकर 6.75% या उससे भी कम हो सकती है।
FD राशि | अवधि | पहले ब्याज दर (7.25%) | अनुमानित नई दर (6.75%) | 5 साल बाद ब्याज में अंतर |
---|---|---|---|---|
₹5 लाख | 5 साल | ₹2,11,618 | ₹1,94,674 | ₹16,944 की कम कमाई |
👉 इससे यह साफ है कि लंबी अवधि की FD कराने वाले निवेशकों की कमाई पर असर पड़ सकता है।
💡 क्या करें FD निवेशक?
- अगर आपने पहले से ही FD करा रखी है, तो उस पर यह बदलाव असर नहीं डालेगा।
- लेकिन अगर आप नई FD कराने की सोच रहे हैं, तो जल्द फैसला लेना फायदेमंद हो सकता है।
- वैकल्पिक रूप से, आप डिजिटल एफडी, टैक्स सेविंग FD या बॉन्ड्स जैसे निवेश विकल्पों पर भी विचार कर सकते हैं।
Parmeshwar Singh Chundwat ने डिजिटल मीडिया में कॅरियर की शुरुआत Jaivardhan News के कुशल कंटेंट राइटर के रूप में की है। फोटोग्राफी और वीडियो एडिटिंग में उनकी गहरी रुचि और विशेषज्ञता है। चाहे वह घटना, दुर्घटना, राजनीतिक, सामाजिक या अपराध से जुड़ी खबरें हों, वे SEO आधारित प्रभावी न्यूज लिखने में माहिर हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, थ्रेड्स और यूट्यूब के लिए छोटे व बड़े वीडियो कंटेंट तैयार करने में निपुण हैं।