
Khadya Suraksha Yojana : राजसमंद जिले में खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े 85 अपात्र परिवारों को जिला रसद विभाग ने नोटिस जारी किए हैं। राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे गिव-अप अभियान के तहत की गई जांच के बाद इन परिवारों को अपात्र घोषित किया गया।
जिला रसद अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 27 सितंबर 2018 को गिव-अप अभियान की अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके तहत कुछ विशेष मापदंड तय किए गए थे। इन मापदंडों के आधार पर जांच की गई और 85 परिवारों को अपात्र मानते हुए नोटिस भेजे गए।
Give UP Abhiyan : किन परिवारों को माना गया अपात्र?
निम्नलिखित श्रेणियों के परिवारों को खाद्य सुरक्षा योजना के लिए अपात्र माना गया है:
- जिन परिवारों का कोई भी सदस्य आयकर दाता है।
- परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी, अर्द्ध सरकारी या स्वायत्तशासी संस्थाओं में कर्मचारी या अधिकारी है।
- परिवार की वार्षिक आय 1 लाख रुपए से अधिक है।
- परिवार के किसी सदस्य के पास ट्रैक्टर या वाणिज्यिक वाहन (जो जीविकोपार्जन में उपयोग होता हो) को छोड़कर चार पहिया वाहन है।

गिव-अप अभियान का असर
राजसमंद जिले में अब तक 2376 परिवारों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से गिव-अप अभियान के तहत आवेदन किया है। इन परिवारों को खाद्य सुरक्षा योजना से बाहर कर दिया गया है। वहीं, जो परिवार गिव-अप अभियान में शामिल नहीं हुए और फिर भी अपात्र पाए गए, ऐसे 85 परिवारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
फ्री राशन के लिए कौन पात्र है?
फ्री राशन के लिए पात्रता सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत निर्धारित की जाती है। भारत में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत गरीब और जरूरतमंद परिवारों को फ्री राशन दिया जाता है। इसके लिए पात्रता इस प्रकार है:
✅ फ्री राशन के लिए पात्रता मानदंड:
- गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के परिवार:
- जिनकी वार्षिक आय राज्य सरकार द्वारा निर्धारित गरीबी रेखा से कम है।
- अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के लाभार्थी:
- अत्यंत गरीब परिवार, जैसे कि भूमिहीन मजदूर, दिहाड़ी मजदूर, विधवा या वृद्धजन।
- प्राथमिकता घरेलू (PHH) परिवार:
- कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवार जिन्हें राज्य सरकार प्राथमिकता सूची में शामिल करती है।
- अनुसूचित जाति/जनजाति (SC/ST) के परिवार:
- राज्य सरकार द्वारा चयनित पात्र परिवार।
- दिव्यांगजन, वृद्धजन और विधवा महिलाएं:
- जिनकी आय का कोई स्थायी स्रोत नहीं है।
- मजदूर और असंगठित क्षेत्र के कामगार:
- असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले गरीब मजदूर भी पात्र होते हैं।
- प्राकृतिक आपदा प्रभावित परिवार:
- बाढ़, सूखा या अन्य आपदाओं से प्रभावित परिवारों को भी फ्री राशन दिया जाता है।
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत:
- कोविड-19 जैसी आपातकालीन स्थितियों में सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त राशन दिया जाता है।
आगे क्या होगी प्रक्रिया?
राज्य सरकार के निर्देशानुसार, नोटिस के जवाब संतोषजनक न होने की स्थिति में संबंधित परिवारों के खिलाफ वसूली एवं विधिक कार्यवाही की जाएगी। इसके तहत योजनांतर्गत अब तक लिए गए अनाज की रिकवरी भी हो सकती है। राज्य सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि जो परिवार इस योजना के अंतर्गत पात्र नहीं हैं, वे स्वेच्छा से योजना छोड़ने के लिए गिव-अप अभियान में आवेदन करें। इससे सही और जरूरतमंद लोगों को योजना का लाभ मिल सकेगा।
खाद्य सुरक्षा योजना समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे गिव-अप अभियान के अंतर्गत अपात्र परिवारों को योजना से हटाना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वास्तविक जरूरतमंद लोगों तक इसका लाभ पहुंच सकेगा।
Ration card Surrender Online : ऑनलाइन राशन कार्ड सरेंडर करने की प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
- अपने राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की वेबसाइट पर विजिट करें।
- लॉगिन या रजिस्टर करें:
- मोबाइल नंबर, आधार नंबर या राशन कार्ड नंबर की सहायता से लॉगिन करें। यदि पहले से अकाउंट नहीं है, तो रजिस्टर करें।
- सर्विस सेक्शन में जाएं:
- “राशन कार्ड प्रबंधन” या “राशन कार्ड सरेंडर” का विकल्प चुनें।
- आवेदन फॉर्म भरें:
- अपना राशन कार्ड नंबर, आधार नंबर और सरेंडर करने का कारण दर्ज करें।
- दस्तावेज अपलोड करें:
- आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पहचान प्रमाण या एड्रेस प्रूफ अपलोड करें।
- सबमिट करें:
- सभी जानकारी जांच लें और Submit बटन पर क्लिक करें।
- Acknowledgment प्राप्त करें:
- आवेदन सफलतापूर्वक सबमिट करने के बाद आपको एक Acknowledgment Number मिलेगा, जिससे आप स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं।
Parmeshwar Singh Chundwat ने डिजिटल मीडिया में कॅरियर की शुरुआत Jaivardhan News के कुशल कंटेंट राइटर के रूप में की है। फोटोग्राफी और वीडियो एडिटिंग में उनकी गहरी रुचि और विशेषज्ञता है। चाहे वह घटना, दुर्घटना, राजनीतिक, सामाजिक या अपराध से जुड़ी खबरें हों, वे SEO आधारित प्रभावी न्यूज लिखने में माहिर हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, थ्रेड्स और यूट्यूब के लिए छोटे व बड़े वीडियो कंटेंट तैयार करने में निपुण हैं।