Mahakumbh fire : उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे गीता प्रेस कैंपमें अचानक आग लग गई। कुछ ही पलों में अफरा-तफरी मच गई। महाकुंभ की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे, तभी आग लग गई। सीएम सुरक्षा को लेकरअलर्ट सुरक्षा टीमों ने तत्काल आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। आग से करीब 180 कॉटेज जल गए, आग लगते ही मौके पर पहुंची एनडीआरएफ व क्विक रेंस्पोंस टीमों करीब 10 मिनट की समयावधि में रेस्क्यू कर करीब 500 लोगों को बाहर निकाल लिया।घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और बचाव दलों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया।
fire in mahakumbh : महाकुंभ मेला क्षेत्र में जब धुएं के बादल दिखाई दिए, तो चीफ फायर ऑफिसर प्रमोद शर्मा समेत सभी टीमें तेजी से हरकत में आ गईं। महज 10 मिनट के भीतर फायर ब्रिगेड की 20 गाड़ियां और 600 से ज्यादा बचावकर्मी मौके पर पहुंच गए। चारों ओर से इलाके को घेरकर आग बुझाने का काम शुरू हुआ। सिर्फ एक घंटे के भीतर इस भीषण आग पर काबू पा लिया गया। अधिकारियों के अनुसार, गीता प्रेस कैंप की रसोई में चाय बनाने के दौरान सिलेंडर लीक हो गया, जिससे आग लग गई। आग की वजह बनी कैंप की रसोई, जहां चाय बनाते समय सिलेंडर लीक हुआ और दो सिलेंडरों के विस्फोट ने हालात बेकाबू कर दिए। इस दौरान दो सिलेंडर धमाके के साथ फट गए, जिससे आग ने तेजी से 180 से ज्यादा कॉटेज को अपनी चपेट में ले लिया। हालांकि, समय पर हुई कार्रवाई से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
kumbh mela fire : सभी एजेंसियों का बेहतरीन समन्वय
kumbh mela fire : आग बुझाने और लोगों को सुरक्षित निकालने में पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने मिलकर एक टीम की तरह काम किया। ट्रैफिक पुलिस ने तुरंत सभी रास्तों को सील कर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का रास्ता साफ किया। वहीं, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। करीब 500 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। महाकुंभ में तैनात फायर ब्रिगेड, पुलिस, NDRF और SDRF की टीमों ने गजब की मुस्तैदी दिखाई। घटना के महज 10 मिनट में 600 से अधिक जवान मौके पर पहुंच गए। 20 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने चारों तरफ से इलाके को घेर लिया।
mahakumbh news : हाईटेक उपकरणों ने दिखाया कमाल
mahakumbh news : आग पर काबू पाने के लिए एडवांस्ड आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (LWT) और हाई-प्रेशर फ्लोटिंग पंप का उपयोग किया गया। ये उपकरण 35 मीटर ऊंचाई तक पानी पहुंचाने में सक्षम हैं। घटना स्थल पर पानी की कमी को फ्लोटिंग पंप ने पूरा किया, जो एक गड्ढे में लगाकर लगातार पानी सप्लाई करता रहा। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने फुर्ती से झोपड़ियों से सिलेंडरों को हटाया और रास्ता बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया। 35 मीटर ऊंचाई तक आग बुझाने में सक्षम आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर और हाई-प्रेशर फ्लोटिंग पंप ने अहम भूमिका निभाई। यह ऑपरेशन आधुनिक तकनीक और साहस का एक शानदार उदाहरण बनकर सामने आया।
mahakumbh prayagraj : त्रासदी में टली भगदड़ और अफवाहें
mahakumbh prayagraj : आग के दौरान सबसे बड़ी चुनौती थी भगदड़ को रोकना और अफवाहों पर काबू पाना। पुलिस ने इलाके को चारों ओर से घेरकर भीड़ को नियंत्रित किया। वहीं, वरिष्ठ अधिकारियों ने मीडिया के जरिए घटना की जानकारी साझा कर लोगों को अफवाहों से बचने की अपील की।
योगी का दौरा और मोदी की नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महाकुंभ दौरे के चलते सभी टीमें पहले से अलर्ट पर थीं। इस सतर्कता ने आग पर नियंत्रण पाने में बड़ी भूमिका निभाई। घटना के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री से फोन पर घटना की जानकारी ली। यह त्वरित और प्रभावशाली बचाव अभियान साबित करता है कि बेहतर योजना और हाईटेक उपकरणों का उपयोग किसी भी आपदा से निपटने में कितना कारगर हो सकता है।
अब तक सवा 8 करोड़ भक्तों ने किया स्नान
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। अब तक, 8 करोड़ 26 लाख से अधिक भक्तों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया है। 19 जनवरी 2025 को, लगभग 12 लाख 79 हजार श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। मेला प्रशासन ने आगामी मौनी अमावस्या पर्व, जो 29 जनवरी को है, के दौरान 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना जताई है और तैयारियां तेज कर दी हैं। महाकुंभ के इस आयोजन में कुल 40 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। संगम तट पर प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, और सभी प्रमुख घाटों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या के प्रमुख स्नान पर्व के लिए विशेष सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस, मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी के अवसर पर मेला क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन और संचार तंत्र को और बेहतर बनाने पर जोर दिया है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा सके। महाकुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें 50,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती शामिल है। इसके अलावा, मेला क्षेत्र में अस्थायी शहर बसाया गया है, जिसमें हजारों रसोईघर, शौचालय, बिजली और अस्पताल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। हाल ही में, महाकुंभ मेला क्षेत्र में एक गैस सिलेंडर विस्फोट के कारण आग लग गई थी, जिससे कई टेंट जलकर खाक हो गए। हालांकि, फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई से आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया और कोई हताहत नहीं हुआ। महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और प्रशासन की तैयारियां इस आयोजन की भव्यता और सफलता को दर्शाती हैं।