
Petrol Diesel Price : अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) और अमेरिकी क्रूड ऑयल (WTI Crude) दोनों के दामों में बीते दो दिनों में 12% से अधिक की गिरावट आई है, जो डेढ़ साल में अब तक की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट मानी जा रही है। यही नहीं, पिछले एक हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में 10.6% की गिरावट देखी गई है, जो बीते दो वर्षों में सबसे बड़ी है।
पेट्रोल से सस्ता कोक? नहीं! अब कोक से सस्ता हुआ क्रूड ऑयल
भारत में कोक और पेप्सी की एक लीटर बोतल लगभग ₹65 की मिलती है। लेकिन मौजूदा अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अनुसार, एक लीटर कच्चे तेल की कीमत ₹35 के करीब आ चुकी है। यानी क्रूड ऑयल अब सॉफ्ट ड्रिंक्स से भी सस्ता हो चुका है। एक बैरल में 159 लीटर होते हैं और अगर एक बैरल की कीमत 65 डॉलर है, तो प्रति लीटर कच्चे तेल की कीमत लगभग 0.40 डॉलर यानी ₹35 के आसपास बैठती है।
Crude oil prices today : चीन बनाम अमेरिका: ट्रेड वॉर का असर
Crude oil prices today : इस भारी गिरावट की एक बड़ी वजह अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा नया ट्रेड वॉर (Trade War) है। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया, जिसके जवाब में चीन ने भी 10 अप्रैल से अमेरिकी वस्तुओं पर 34% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की। इसका सीधा असर ग्लोबल इकोनॉमी पर पड़ा है और मंदी की आशंका भी बढ़ गई है। जेपी मॉर्गन का अनुमान है कि साल के अंत तक वैश्विक मंदी (Global Recession) की संभावना 60% तक पहुंच गई है। पहले ये 40% थी।
Petrol price in India today : कच्चे तेल की कीमतें तीन साल के न्यूनतम स्तर पर
Petrol price in India today अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत $4.56 यानी 6.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ $65.58 प्रति बैरल पर बंद हुई, जबकि अमेरिकी क्रूड ऑयल (West Texas Intermediate – WTI) की कीमत $4.96 या 7.4 प्रतिशत घटकर $61.99 प्रति बैरल तक आ गई। यह आंकड़े तेल बाजार में बड़ी गिरावट की ओर इशारा करते हैं। सत्र के दौरान ब्रेंट क्रूड की कीमत $64.03 तक और WTI की कीमत $60.45 प्रति बैरल तक लुढ़क गई, जो पिछले चार सालों का सबसे निचला स्तर है। इससे साफ है कि तेल की कीमतों ने पिछले कुछ वर्षों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस सप्ताह के आंकड़ों की बात करें तो केवल ब्रेंट क्रूड में ही 10.9 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। वहीं, पिछले दो दिनों में ब्रेंट में 12.5 प्रतिशत तक की तेजी से गिरावट आई है। यह गिरावट प्रतिशत के हिसाब से पिछले डेढ़ साल का सबसे बड़ा साप्ताहिक नुकसान मानी जा रही है। उधर, अमेरिकी क्रूड ऑयल यानी WTI ने भी कमजोर प्रदर्शन किया है। एक सप्ताह में 10.6 प्रतिशत की गिरावट के साथ इसने दो वर्षों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की है। इतना ही नहीं, सिर्फ दो दिनों में अमेरिकी क्रूड की कीमत में 13.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई है, जो तेल बाजार के लिए बेहद असामान्य मानी जा रही है।
Oil price drop 2025 reason : क्यों गिर सकती हैं कच्चे तेल की कीमतें?
Oil price drop 2025 reason कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट की मुख्य वजह ओपेक+ का उत्पादन बढ़ाने का फैसला है। अब मई से संगठन 411,000 बैरल प्रति दिन (BPD) का अतिरिक्त उत्पादन बाजार में लाएगा, जो पहले तय 135,000 BPD से काफी ज्यादा है। इससे बाजार में तेल की आपूर्ति बढ़ेगी, जिससे कीमतों पर दबाव पड़ेगा। साथ ही, अमेरिका के नए टैरिफ से भले ही तेल और गैस को छूट मिली हो, लेकिन इन नीतियों से महंगाई, आर्थिक सुस्ती और ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है, जो मांग पर असर डाल सकती है। गोल्डमैन सैक्स ने दिसंबर 2025 तक ब्रेंट और WTI के लक्ष्य घटाकर 66 और 62 डॉलर प्रति बैरल कर दिए हैं। वहीं HSBC ने भी 2025 की वैश्विक तेल मांग वृद्धि का अनुमान घटाकर 1 मिलियन से 0.9 मिलियन BPD कर दिया है, जो कीमतों में और गिरावट की ओर इशारा करता है।
क्या अब सस्ता होगा पेट्रोल?
विशेषज्ञों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बाद भारत में पेट्रोल और डीजल 5 रुपए प्रति लीटर तक सस्ते हो सकते हैं। लेकिन अगर क्रूड के दाम आने वाले दिनों में और नीचे जाते हैं, तो 20 से 25 रुपए प्रति लीटर तक की कटौती की संभावना बनती है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी करेंसी हेड अनुज गुप्ता का कहना है कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम तेजी से नीचे आ रहे हैं, जिससे ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को लाभ मिल रहा है। ऐसे में उन्हें इस लाभ को ग्राहकों तक ट्रांसफर करना चाहिए। हालांकि उन्होंने ये भी जोड़ा कि अगर सरकार विंडफॉल टैक्स को दोबारा लागू करती है, तो पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि इससे कंपनियों की लागत फिर बढ़ जाएगी।
India petrol diesel price update : क्या ₹4,100 प्रति बैरल तक गिर जाएगा क्रूड ऑयल?
India petrol diesel price update यूनाइटेड आईसीएपी के एनर्जी स्पेशलिस्ट स्कॉट शेल्टन का मानना है कि मौजूदा समय में कच्चे तेल की कीमतें अपने “उचित स्तर” के करीब पहुंच चुकी हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय एजेंसी Reuters से बातचीत में कहा कि यदि वैश्विक डिमांड में और गिरावट आती है, तो अमेरिकी क्रूड ऑयल WTI (West Texas Intermediate) की कीमतें जल्द ही $50 प्रति बैरल तक गिर सकती हैं। अगर इस कीमत को भारतीय मुद्रा में रूपांतरित करें, तो मौजूदा डॉलर-रुपया एक्सचेंज रेट (लगभग ₹82 प्रति डॉलर) के आधार पर, एक बैरल क्रूड ऑयल की कीमत ₹4,100 तक हो सकती है। चूंकि एक बैरल में करीब 159 लीटर कच्चा तेल होता है, ऐसे में एक लीटर क्रूड ऑयल की कीमत केवल ₹25.80 प्रति लीटर के आसपास रह जाएगी। यह बेहद चौंकाने वाला स्तर होगा, क्योंकि फिलहाल भारत में पेट्रोल और डीजल की रिटेल कीमतें ₹90 से ₹105 प्रति लीटर के बीच हैं। यानी इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड का रेट अगर गिर भी जाता है, तब भी यह जरूरी नहीं कि आम आदमी को तुरंत उसका फायदा मिले। इसी बीच, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने भी आगाह किया है कि ट्रंप द्वारा लगाए गए नए टैरिफ “अनुमान से कहीं अधिक सख्त” हैं, जिससे अमेरिका समेत पूरी दुनिया में मुद्रास्फीति (Inflation) और आर्थिक सुस्ती (Slow Growth) आने की प्रबल आशंका है। पॉवेल का इशारा यह भी था कि इस परिस्थिति में अमेरिकी केंद्रीय बैंक को कई कठिन नीतिगत फैसले लेने पड़ सकते हैं।

मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल के दाम
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार हैं:
- नई दिल्ली: पेट्रोल – ₹94.77/लीटर, डीजल – ₹87.67/लीटर
- कोलकाता: पेट्रोल – ₹105.01/लीटर, डीजल – ₹91.82/लीटर
- मुंबई: पेट्रोल – ₹103.50/लीटर, डीजल – ₹90.03/लीटर
- चेन्नई: पेट्रोल – ₹100.80/लीटर, डीजल – ₹92.39/लीटर
- बेंगलुरु: पेट्रोल – ₹102.92/लीटर, डीजल – ₹88.99/लीटर
- चंडीगढ़: पेट्रोल – ₹94.30/लीटर, डीजल – ₹82.45/लीटर
- गुरुग्राम: पेट्रोल – ₹95.25/लीटर, डीजल – ₹88.10/लीटर
- लखनऊ: पेट्रोल – ₹94.69/लीटर, डीजल – ₹87.81/लीटर
- नोएडा: पेट्रोल – ₹94.87/लीटर, डीजल – ₹88.01/लीटर
- जयपुर (राजस्थान): पेट्रोल – ₹108.48/लीटर, डीजल – ₹93.72/लीटर
राजस्थान में टैक्स स्ट्रक्चर ज्यादा होने के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम बाकी राज्यों की तुलना में अधिक हैं। यदि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर जल्द दिखाई देता है, तो इन दरों में भी राहत देखने को मिल सकती है।
एक साल से स्थिर है पेट्रोल-डीजल का रेट
भारत में आखिरी बार फ्यूल की कीमतों में बदलाव मार्च 2024 में हुआ था, जब सरकार ने ₹2 प्रति लीटर की कटौती की थी। उसके बाद से अब तक कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला। इतनी बड़ी गिरावट के बावजूद भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम जस के तस हैं। जानकारों की मानें तो इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल कोक और पेप्सी से सस्ता हो गया है, लेकिन भारत में लोगों की जेब पर अब भी पुराना भार बना हुआ है। आने वाले हफ्तों में अगर सरकार कोई राहत देती है, तभी आम जनता को इसका सीधा फायदा मिल सकेगा।
Parmeshwar Singh Chundwat ने डिजिटल मीडिया में कॅरियर की शुरुआत Jaivardhan News के कुशल कंटेंट राइटर के रूप में की है। फोटोग्राफी और वीडियो एडिटिंग में उनकी गहरी रुचि और विशेषज्ञता है। चाहे वह घटना, दुर्घटना, राजनीतिक, सामाजिक या अपराध से जुड़ी खबरें हों, वे SEO आधारित प्रभावी न्यूज लिखने में माहिर हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, थ्रेड्स और यूट्यूब के लिए छोटे व बड़े वीडियो कंटेंट तैयार करने में निपुण हैं।