
लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
Rajsamand Infamous : प्रदेश में दो सरकारी महकमों की अजब करतूत ने राजसमंद जिले की पूरे राजस्थान में तगड़ी किरकिरी करवा डाली। दरअसल बिजली बिल बकाया होने पर अजमेर विद्युत वितरण निगम ने स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन काट दिए, तो राजसमंद और आमेट शहर रातभर अंधेरे में रहा। इस बीच नगरपरिषद कार्मिकों की टीम ने कचरे से भरा डम्पर अजमेर विद्युत वितरण निगम राजसमंद के सहायक अभियंता कार्यालय के गेट पर खाली कर दिया। क्या कचरा डालने से बिल का भुगतान हो जाएगा। इस तरह पहले तो विद्युत निगम ने दोनों शहरों को अंधेरे डालकर छिछोरी हरकत की और उसके बाद नगरपरिषद ने तो सारी हदें ही लांघकर राजसमंद जिले की पूरे प्रदेश की किरकिरी करवा डाली। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा खूब छाया हुआ है और सवाल उठ रहे हैं क्या इस तरह की हरकतों से बिल बिल जमा हो जाता है अथवा दोनों महकमों के अफसरों को मिल बैठ कर समस्या का समाधान करना चाहिए। खैर, इस हरकत से न केवल अजमेर विद्युत वितरण निगम और नगर निकाय की की फजीहत हुई है, बल्कि कहीं न कहीं प्रदेश की भजनलाल सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए। हालांकि सुबह होने से पहले विद्युत निगम कार्यालय के गेट पर डाली गई गदंगी को साफ कर दिया गया।
AVVNL : अजमेर विद्युत वितरण निगम राजसमंद के सहायक अभियंता लखनलाल मीणा ने बताया कि राजसमंद शहर में स्ट्रीट लाइट के 2 करोड़ 75 लाख रुपए का बिजली बिल नगरपरिषद राजसमंद द्वारा जमा नहीं करवाया गया। इसके लिए कई बार नोटिस भी दिए गए। मार्च माह में वित्तीय वर्ष 2025-26 की समाप्ति की ओर से बिकाया बिल जमा नहीं होने पर स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काटा गया। इसके चलते गुरुवार को शाम ढलने के साथ ही पूरे राजसमंद शहर में अंधेरा छा गया और रातभर पूरा राजसमंद शहर अंधेरे में ही रहा।
Amet city : इसी तरह आमेट शहर में स्ट्रीट लाइट का 1 करोड़ 44 लाख रुपए का बिजली बिल का भुगतान नगरपालिका आमेट द्वारा नहीं किया गया। मार्च माह के आखिरी दिनों तक भी बिजली बिल जमा नहीं होने पर अजमेर विद्युत वितरण निगम के चीफ अकाउंट ऑफिसर आरबी अग्रवाल और उदयपुर जोन के चीफ इंजीनियर आईआर मीणा के निर्देश पर राजसमंद व आमेट शहर में बिजली कनेक्शन काटे गए। बताया कि राजसमंद शहर में ही 60 सर्किट सेंटरों से बिजली कनेक्शन काटे गए। इस पर अजमेर विद्युत वितरण निगम सहायक अभियंता कार्यालय आमेट द्वारा कनेक्शन काट दिया गया। इस तरह राजसमंद और आमेट शहर रातभर अंधेरे में रहा। इस कारण शहरवासी, गश्त करने वाले पुलिसकर्मी, होमगार्ड व अन्य सुरक्षाकर्मियों के साथ आमजन काफी परेशान रहा।
बिजली कार्यालय के बाहर डाल दिया कचरा
Rajsamand City : बिजली बिल बकाया होने पर राजसमंद शहर में अंधेरा छाने के साथ ही लोगों ने नगरपरिषद में शिकायतों की झड़ी लगा दी। नगरपरिषद द्वारा बार-बार नोटिस जारी करने के बाद बिल की बकाया राशि जमा नहीं कराने पर विद्युत निगम के उच्चाधिकारियों ने खासी नाराजगी जताई और तत्काल प्रभाव से बिजली कनेक्शन काटने के आदेश दिए। इधर, नगरपरिषद की टीम ने कचरे से भरा डम्पर अजमेर विद्युत वितरण राजनगर के सहायक अभियंता कार्यालय के बाहर गेट पर डाल दिया। बताया जा रहा है कि नगरपरिषद द्वारा हमेशा ही आधा व अधूरा पैसा जमा करवाया गया। इस कारण बकाया बिल की राशि लगातार बढ़ती जा रही है। इसी तरह आमेट में भी अंधेरा छाने के बाद नगरपालिका ईओ शंकरलाल चंगेरीवाल और प्रशासक गोविंदसिंह ने विद्युत अधिकारियों से मुलाकात कर समस्या का समाधान करने की बात कही है।
पहले डाला कचरा, फिर साफ कर दिया
बकाया बिजली बिल को लेकर अजमेर विद्युत वितरण निगम द्वारा स्ट्रीट लाइट को कनेक्शन काट दिया। इसके बाद नगरपरिषद की टीम द्वारा राजनगर सहायक अभियंता कार्यालय विद्युत निगम के गेट पर कचरे का ढेर लगा दिया। इस तरह नगरपरिषद और अजमेर विद्युत वितरण निगम के अफसरों की खींचतान खुलकर सामने आ गई। इस हरकत के बाद न सिर्फ दोनों विभाग, बल्कि कहीं न कहीं राजसमंद जिला पूरे प्रदेश में बदनाम हो गया और सरकार की भी किरकिरी होने लगी। इसकी भनक लगने के बाद आनन फानन में सुबह होने से पहले ही विद्युत निगम कार्यालय के गेट से कचरा साफ कर दिया गया।
सवाल जिंदा… क्या आज भी अंधेरे में रहेंगे दोनों शहर ?
विद्युत निगम के साथ नगरपरिषद राजसमंद व नगरपालिका आमेट के बीच तालमेल के अभाव में राजसमंद शहर और आमेट शहर में अंधेरे में रहा। अब सवाल उठ रहा है कि क्या तीनों महकमे आपस में मिलकर बकाया बिल जमा कराते हुए समस्या का समधान कर पाएंगे। फिलहाल इसको लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। हालांकि अप्रत्यक्ष तौर पर दोनों महकमों के अधिकारियों को कहना है कि आज शाम तक दोनों महकमों के बीच वार्ता हाेक समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।
बिल बकाया होने पर काटा कनेक्शन
power connection cut : बिल बकाया होने पर काटा कनेक्शन पौने तीन करोड़ का बिजली बिल बकाया होने व कई बार नोटिस के बाद भी जमा नहीं कराया गया। इस कारण उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बिजली कनेक्शन काटा गया।
लखनलाल मीणा, सहायक अभियंता अजमेर विद्युत वितरण निगम राजनगर
कनेक्शन काटना अनुचित, आमजन परेशान
बिजली बिल बकाया होने पर मेरे पास कोई विद्युत निगम के अधिकारी नहीं आए। कनेक्शन काटना उचित नहीं है। लगातर बिल जमा किए जा रहे हैं। नगरपरिषद का भी कुछ टैक्स बकाया चल रहा है। इसके लिए मिल बैठ कर ही समाधान संभव है। विद्युत निगम के अधिकारियों द्वारा कनेक्शन काटा है, वह अनुचित है। कचरा किसने डाला, मुझे नहीं पता है। खैर, इसको लेकर अधिकारियों से बात करते हुए उचित समाधान निकाला जाएगा।
अशोक टांक, सभापति नगरपरिषद राजसमंद