
Rajsamand : राजस्थान पुलिस द्वारा 16 से 31 मार्च तक पुलिस प्राथमिकताओं के अनुसार महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा संबंधित विषयों पर व्यापक जागरूकता के लिए सुरक्षा सखी संवाद पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत शुक्रवार को रेंज पुलिस एवं यूनिसेफ राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में संचालित पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम के अंतर्गत राजसमंद पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजत विश्नोई की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में सुरक्षा सखियों का एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
सुरक्षा सखियों को संबोधित करते हुए एएसपी विश्नोई ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। आप सभी अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है और पुलिस विभाग के साथ समन्वय रखते हुए इसे ओर अधिक बेहतर बनाने का प्रयास करें। उन्होंने बाल कल्याण अधिकारियों को अपने क्षेत्र ने मुस्तैद रहते हुए बच्चों एवं महिलाओं से जुड़े प्रकरणों में पूर्ण संवेदनशीलता बरतते हुए कार्य करने की हिदायत दी। उन्होंने साइबर अपराध से बचने के लिए सजग रहने और अन्य लोगों को प्रेरित करने पर भी जोर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूनिसेफ की बाल संरक्षण अधिकारी हिमाली लेउवा ने महिलाओं के मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हुए कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यदि आप स्वस्थ रहेंगी तो समाज को स्वस्थ वातावरण दे सकेगी। आप सभी महिलाओं को भावनाओ को समझते हुए उनके हित में कार्य कर रही है ये वास्तव में तारीफ ए काबिल है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता बच्चों के अधिकारों की रक्षा करते हुए उनका संरक्षण करना है और उनके बेहतर भविष्य के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा।

Rajsamand Police : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूनिसेफ की संभागीय बाल संरक्षण सलाहकार सिंधु बिनुजीत ने आमुखीकरण के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और प्रेजेंटेशन एवं विडियो आदि के माध्यम से सुरक्षा सखियों के दायित्व बताएं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराते हुए उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में सुरक्षा सखी की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने बाल अधिकारों और संबंधित अधिनियमों के बारे में जानकारी देते हुए बच्चों के भविष्य पर प्रभाव डालने वाली बाल विवाह, बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम जैसी कुरीतियों को मिटाने में भी सुरक्षा सखी को अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने का आहवान किया। उन्होंने साइबर क्राइम और ऑनलाईन अपराधों के बारे में बताते हुए इससे बचने के बारे में भी बताया और आज की युवा पीढ़ी को जागरूक करने की बात कही। जिला स्तर पर बाल संरक्षण हेतु संचालित संरचनाओं तथा विभागों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी महिलाओं को उनके मोबाइल में राज कॉप सिटीजन एप डाउनलोड करवाते हुए उसकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर एएसआई लक्ष्मण सिंह राणावत, महिला सेल प्रभारी, मानव तस्करी विरोधी प्रकोष्ठ के प्रभारी वीरेंद्र सिंह, पुलिस निरीक्षक संगीता बंजारा सहित सुरक्षा सखियों ने अपने अनुभव साझा किये। इस अवसर पर पुलिस मुख्यालय से जारी सुरक्षा सखी अभियान से संबंधित वीडियो भी चलाया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न पुलिस थानों पर चयनित सुरक्षा सखियां, बाल कल्याण पुलिस अधिकारीगण, कार्यक्रम टीम के आकाश उपाध्याय, दिलीप सालवी व सुनील व्यास सहित लगभग 80 प्रतिभागी उपस्थित रहे।
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