
SBI Account Holders : भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने बिजनेस और ग्राहक सुविधा के मध्यनजर कुछ नियमों के बदलाव किए, तो कुछ सेवा में शुल्क लगा दिए हैं। ग्राहक के फायदे की बातें भी है, तो कुछ जगह अतिरिक्त चार्ज भी लग रहा है। हाल ही में SBI ने ATM से नकद निकासी के नियमों में संशोधन किया है, जो 1 फरवरी 2025 से लागू हो चुका है। इस बदलाव का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना और ग्राहकों को अपनी मासिक लेन-देन सीमा के प्रति जागरूक करना है। इसके साथ ही, बैंक ने कुछ मुफ्त सेवाओं की पेशकश भी की है, जो खाताधारकों के लिए राहत की बात है। लेकिन अगर आप SBI के ग्राहक हैं और अन्य बैंकों के ATM का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको अतिरिक्त शुल्क से बचने के लिए इन नए नियमों को समझना जरूरी है। आइए, इस बदलाव के हर पहलू को विस्तार से जानते हैं और देखते हैं कि यह आपके लिए फायदेमंद है या चुनौतीपूर्ण।
SBI Loan : SBI के नए नियम ग्राहकों के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आए हैं। मुफ्त सेवाएं और डिजिटल बैंकिंग का बढ़ावा छोटे खाताधारकों के लिए राहत की बात है, लेकिन ATM से बार-बार निकासी करने वालों को सावधानी बरतनी होगी। यह बदलाव नकदी-आधारित अर्थव्यवस्था से डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने का संकेत है। अगर आप इन नियमों को समझकर अपनी बैंकिंग आदतों में थोड़ा बदलाव कर लें, तो न सिर्फ अतिरिक्त शुल्क से बच सकते हैं, बल्कि मुफ्त सेवाओं का पूरा फायदा भी उठा सकते हैं।
SBI के नए ATM नियम: क्या बदला?
SBI Interest Rates : SBI ने अपने बचत खाता धारकों के लिए मुफ्त ATM लेन-देन की संख्या में एकरूपता लाने की कोशिश की है। नए नियमों के तहत, सभी ग्राहकों को हर महीने SBI के ATM से 5 मुफ्त लेन-देन और अन्य बैंकों के ATM से 10 मुफ्त लेन-देन की सुविधा मिलेगी, चाहे उनका औसत मासिक शेष (AMB) कुछ भी हो और वे मेट्रो या गैर-मेट्रो क्षेत्र में रहते हों। पहले यह सीमा AMB और क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग थी, लेकिन अब इसे एकसमान कर दिया गया है।
- SBI ATM पर शुल्क: अगर आप मुफ्त सीमा (5 लेन-देन) से अधिक बार SBI के ATM से पैसे निकालते हैं, तो हर अतिरिक्त लेन-देन पर 15 रुपये + GST शुल्क देना होगा।
- अन्य बैंकों के ATM पर शुल्क: अन्य बैंकों के ATM से 10 मुफ्त लेन-देन के बाद हर अतिरिक्त लेन-देन पर 21 रुपये + GST का शुल्क लगेगा।
- गैर-वित्तीय लेन-देन: बैलेंस चेक या मिनी स्टेटमेंट जैसे गैर-वित्तीय लेन-देन SBI ATM पर मुफ्त रहेंगे, लेकिन अन्य बैंकों के ATM पर मुफ्त सीमा के बाद 10 रुपये + GST शुल्क देना होगा।
- अपर्याप्त बैलेंस पर जुर्माना: अगर ATM लेन-देन अपर्याप्त बैलेंस के कारण असफल होता है, तो 20 रुपये + GST का जुर्माना लगेगा।
SBI Update : हालांकि, जिन ग्राहकों का AMB 1 लाख रुपये या उससे अधिक है, उन्हें SBI और अन्य बैंकों के ATM से असीमित मुफ्त लेन-देन की सुविधा मिलती रहेगी। यह उन लोगों के लिए बड़ी राहत है जो नियमित रूप से नकदी निकासी करते हैं।
मुफ्त सेवाओं का तोहफा
SBI ने ग्राहकों को कुछ मुफ्त सेवाएं भी दी हैं, जो उनकी जेब पर बोझ कम करेंगी। इनमें शामिल हैं:
- डिजिटल बैंकिंग: NEFT और RTGS जैसी ऑनलाइन ट्रांसफर सेवाएं YONO ऐप या नेट बैंकिंग के जरिए मुफ्त रहेंगी। इससे डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा मिलेगा।
- डेबिट कार्ड: बेसिक RuPay डेबिट कार्ड मुफ्त जारी किया जाएगा, और इसकी वार्षिक रखरखाव फीस भी नहीं ली जाएगी।
- चेकबुक: साल में 25 चेक लीफ मुफ्त मिलेंगे। इसके बाद अतिरिक्त चेकबुक के लिए शुल्क देना होगा।
- SMS अलर्ट: 25,000 रुपये से कम AMB वाले खाताधारकों को SMS अलर्ट के लिए शुल्क नहीं देना होगा।
ये मुफ्त सेवाएं खास तौर पर उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद हैं जो छोटे-मोटे लेन-देन करते हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बढ़ाना चाहते हैं।
ग्राहकों पर प्रभाव
SBI Bank Rules : नए नियमों का असर हर ग्राहक पर अलग-अलग होगा। अगर आप कम नकदी निकालते हैं और ज्यादातर डिजिटल लेन-देन करते हैं, तो यह बदलाव आपके लिए फायदेमंद है। मुफ्त सेवाओं का लाभ उठाकर आप अपनी बैंकिंग लागत को कम रख सकते हैं। लेकिन अगर आप नियमित रूप से ATM से पैसे निकालते हैं, खासकर अन्य बैंकों के ATM से, तो आपको अपनी निकासी की योजना बनानी होगी। मुफ्त सीमा पार करने पर लगने वाला शुल्क आपकी जेब पर असर डाल सकता है।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आप महीने में 15 बार ATM से पैसे निकालते हैं। अगर 10 बार अन्य बैंकों के ATM से निकासी करते हैं, तो पहले 10 मुफ्त होंगे, लेकिन अगले 5 पर 21 रुपये + GST (लगभग 25 रुपये प्रति लेन-देन) देना होगा। यानी कुल 125 रुपये अतिरिक्त शुल्क। ऐसे में बेहतर होगा कि आप SBI के ATM का इस्तेमाल करें या डिजिटल पेमेंट पर स्विच करें।

क्यों किया गया यह बदलाव?
SBI के इस कदम के पीछे कई कारण हैं। पहला, बैंक अपने ATM नेटवर्क की लागत को नियंत्रित करना चाहता है। अन्य बैंकों के ATM पर ज्यादा शुल्क लगाकर SBI ग्राहकों को अपने ATM की ओर आकर्षित कर रहा है। दूसरा, डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना। UPI, NEFT और YONO जैसे प्लेटफॉर्म मुफ्त होने से ग्राहक नकदी पर निर्भरता कम कर सकते हैं। तीसरा, RBI के दिशानिर्देशों के तहत बैंकों को मुफ्त लेन-देन की संख्या और शुल्क संरचना में संतुलन बनाना जरूरी है।
ग्राहकों के लिए सुझाव
- सीमा का ध्यान रखें: महीने की शुरुआत में अपनी निकासी की योजना बनाएं। SBI ATM का ज्यादा इस्तेमाल करें, क्योंकि वहां शुल्क कम है।
- डिजिटल लेन-देन अपनाएं: UPI या नेट बैंकिंग से छोटे-मोटे भुगतान करें, ताकि ATM पर निर्भरता कम हो।
- AMB बढ़ाएं: अगर संभव हो तो अपने खाते में 1 लाख रुपये या उससे ज्यादा AMB बनाए रखें, ताकि असीमित मुफ्त लेन-देन का लाभ मिले।
- अलर्ट चेक करें: हर लेन-देन के बाद SMS अलर्ट जांचें, ताकि आप अपनी मुफ्त सीमा का हिसाब रख सकें।
SBI Loan : एफडी, आरडी और उपभोक्ता शुल्क
SBI Loan : भारतीय स्टेट बैंक (SBI) भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जो अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के लोन, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), रिकरिंग डिपॉजिट (RD) और अन्य बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करता है। यहाँ हम एसबीआई से मिलने वाले विभिन्न लोन पर ब्याज दरें, FD और RD से होने वाले फायदे, और उपभोक्ताओं पर लगने वाले वार्षिक शुल्क के बारे में विस्तार से जानेंगे। यह जानकारी 9 अप्रैल 2025 तक की नवीनतम स्थिति पर आधारित है।
एसबीआई से लोन लेना, FD और RD में निवेश करना ग्राहकों के लिए फायदेमंद हो सकता है, बशर्ते वे नियमों और शुल्कों को समझें। लोन की ब्याज दरें प्रतिस्पर्धी हैं, खासकर FD के खिलाफ लोन में। FD और RD से निश्चित रिटर्न मिलता है, जो जोखिम-मुक्त निवेश चाहने वालों के लिए बेहतर है। हालांकि, ATM शुल्क, न्यूनतम बैलेंस शुल्क और अन्य वार्षिक शुल्क ग्राहकों की जेब पर असर डाल सकते हैं। इसलिए, अपनी जरूरतों के हिसाब से योजना बनाना और डिजिटल लेन-देन को प्राथमिकता देना समझदारी होगी।
एसबीआई से लोन पर ब्याज दरें
एसबीआई कई प्रकार के लोन प्रदान करता है, जिनकी ब्याज दरें लोन के प्रकार और ग्राहक की प्रोफाइल पर निर्भर करती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लोन और उनकी औसत ब्याज दरें दी गई हैं:
- होम लोन: एसबीआई होम लोन की ब्याज दरें आमतौर पर 8.40% से 10.15% प्रति वर्ष तक होती हैं। यह दरें ग्राहक के क्रेडिट स्कोर, लोन राशि और अवधि पर निर्भर करती हैं। महिलाओं को 0.05% कम ब्याज दर का लाभ मिल सकता है।
- पर्सनल लोन: पर्सनल लोन की ब्याज दरें 10.50% से 15.00% तक हो सकती हैं। यह असुरक्षित लोन होने के कारण ब्याज दरें अधिक होती हैं।
- कार लोन: कार लोन की ब्याज दरें 8.65% से 12.00% के बीच होती हैं, जो लोन अवधि और गाड़ी के प्रकार पर निर्भर करती हैं।
- एजुकेशन लोन: शिक्षा लोन की दरें 8.15% से 11.50% तक होती हैं। इसमें विद्यार्थियों को ब्याज में छूट मिल सकती है, खासकर यदि वे प्रीमियम संस्थानों में पढ़ रहे हों।
- लोन अगेंस्ट FD: यह एक सुरक्षित लोन है, जिसमें ब्याज दर FD की दर से 1% अधिक होती है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी FD पर 7% ब्याज है, तो लोन की दर 8% होगी। यह लोन 90% तक FD मूल्य के लिए उपलब्ध है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से फायदा
Fixed Deposit : एसबीआई की FD योजनाएँ सुरक्षित निवेश का एक लोकप्रिय विकल्प हैं। यहाँ सामान्य नागरिकों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दरें और फायदे हैं:
- ब्याज दरें: 7 दिनों से 10 साल तक की FD के लिए ब्याज दरें 3.00% से 7.25% प्रति वर्ष तक हैं। विशेष योजना “अमृत वृष्टि” (444 दिन) में सामान्य नागरिकों को 7.25%, वरिष्ठ नागरिकों को 7.75% और सुपर वरिष्ठ नागरिकों को 7.85% ब्याज मिलता है।
- फायदे: FD पर ब्याज तिमाही आधार पर चक्रवृद्धि होता है और परिपक्वता पर भुगतान किया जाता है। न्यूनतम जमा राशि 1,000 रुपये है, और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। इसके अलावा, FD के खिलाफ 90% तक लोन लिया जा सकता है, जो आपात स्थिति में मददगार है।
- कर लाभ: 5 साल की टैक्स सेविंग FD पर धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलती है, लेकिन ब्याज पर TDS लागू होता है (40,000 रुपये से अधिक ब्याज पर 10%)।

रिकरिंग डिपॉजिट (RD) से फायदा
RD छोटी-छोटी बचत के लिए बेहतरीन है। यहाँ इसके लाभ हैं:
- ब्याज दरें: RD की ब्याज दरें FD के समान हैं, यानी 6.80% से 7.50% तक (वरिष्ठ नागरिकों के लिए)। अवधि 1 साल से 10 साल तक हो सकती है।
- फायदे: न्यूनतम मासिक जमा 100 रुपये से शुरू होती है, और यह कई गुना में बढ़ाई जा सकती है। परिपक्वता पर ब्याज सहित पूरी राशि मिलती है। RD के खिलाफ भी 90% तक लोन लिया जा सकता है।
- लचीलापन: यदि 6 लगातार किश्तें जमा नहीं होतीं, तो खाता समय से पहले बंद हो सकता है, लेकिन इसमें मामूली जुर्माना लगता है (5 साल तक के लिए 1.50 रुपये प्रति 100 रुपये मासिक)।
एसबीआई उपभोक्ताओं पर वार्षिक शुल्क
एसबीआई के ग्राहकों को कुछ सेवाओं के लिए वार्षिक शुल्क चुकाने पड़ते हैं। यहाँ सामान्य शुल्कों की सूची है:
- ATM/डेबिट कार्ड शुल्क: RuPay डेबिट कार्ड मुफ्त है, लेकिन प्रीमियम कार्ड (Visa/Mastercard) के लिए 125-300 रुपये + GST वार्षिक शुल्क लगता है। 5 मुफ्त ATM लेन-देन के बाद SBI ATM पर 15 रुपये और अन्य बैंकों के ATM पर 21 रुपये + GST शुल्क है।
- SMS अलर्ट: 25,000 रुपये से कम AMB वाले खातों के लिए मुफ्त, अन्यथा 12 रुपये + GST प्रति तिमाही।
- चेकबुक: साल में 25 चेक मुफ्त, उसके बाद 40 रुपये प्रति 10 चेक + GST।
- न्यूनतम बैलेंस शुल्क: बचत खाते में AMB नहीं रखने पर मेट्रो क्षेत्र में 40-100 रुपये + GST मासिक शुल्क लगता है।
- अन्य शुल्क: डुप्लीकेट पासबुक के लिए 100 रुपये + GST, NEFT/RTGS शाखा से करने पर 2-25 रुपये + GST (ऑनलाइन मुफ्त)।
अस्वीकरण: jaivardhan news एक वित्तीय सलाहकार नहीं है। हमारे द्वारा सामान्य जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है। अधिकृत व अंतिम जानकारी एसबीआई शाखा में संपर्क करें।
Laxman Singh Rathor को पत्रकारिता के क्षेत्र में दो दशक का लंबा अनुभव है। 2005 में Dainik Bhakar से कॅरियर की शुरुआत कर बतौर Sub Editor कार्य किया। वर्ष 2012 से 2019 तक Rajasthan Patrika में Sub Editor, Crime Reporter और Patrika TV में Reporter के रूप में कार्य किया। डिजिटल मीडिया www.patrika.com पर भी 2 वर्ष कार्य किया। वर्ष 2020 से 2 वर्ष Zee News में राजसमंद जिला संवाददाता रहा। आज ETV Bharat और Jaivardhan News वेब पोर्टल में अपने अनुभव और ज्ञान से आमजन के दिल में बसे हैं। लक्ष्मण सिंह राठौड़ सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि खबरों की दुनिया में एक ब्रांड हैं। उनकी गहरी समझ, तथ्यात्मक रिपोर्टिंग, पाठक व दर्शकों से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें पत्रकारिता का चमकदार सितारा बना दिया है।
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