Strange Disease : एक 33 वर्षीय युवती के पैरो से लोहे की कीलियां निकल रही है। यह कोई जादू टोना या टोटका नहीं, बल्कि एक हकीकत खबर है। पैरो से लोहे की कील निकलने के कारण को डॉक्टर भी नहीं समझ पा रहे हैं और चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी अपना माथा पकड़ लिया है कि आखिर ये क्या वजह है। Strange Disease को लेकर चिकित्सक के साथ हर कोई हैरान व चकित है और डरावना भी है।
यह कोई काल्पनिक बात नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में कानपुर शहर के सरकारी अस्पताल हैलट में भर्ती 33 वर्षीय अनुसूइया की अजब दास्ता है। यह मूलत: यूपी के फतेहपुर जिले के खागा तहसील क्षेत्र के सेमरहा गांव की निवासी है। यह मामला अक्टूबर 2017 में सामने आया था। अनुसूइया काफी चर्चित हो गई है। क्योंकि उसके पैरो से लोहे की कीलियां निकल रही है, देख देकर हर कोई हैरान है। अब यह केस चिकित्सा विज्ञान के लिए भी बड़ा चुनौतीपूर्ण हो चुका है कि आखिर किस वजह से लोहे की कीले उसके शरीर से निकल रही है। यह युवती अविवाहित है। उत्तरप्रदेश में फतेहपुर खागा के सेमरहा गांव की निवासी अनुसुइया के पैर से पिछले 5 सालों से बिना नोक की दो से ढाई इंच की लंबी कीलें निकल रही है और इनकी चुभन की वजह से वह काफी परेशान है। इसीलिए वह अस्पताल में भर्ती हुई। हालांकि 5 वर्ष से पहले भी कीलें निकली, मगर अभी बहुत ज्यादा हो गया है। सप्ताह में एक या दो बार यह वाक्या हो रहा है।
लोहे की कील का टोटका : आखिर माजरा क्या है
Strange Disease : डॉक्टर भी नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर माजरा क्या है। अब कानपुर के लाला लाजपतराय चिकित्सालय (हैलट) में अनुसुइया का इलाज चल रहा है। अनुसुइया की अजब बीमारी सुनकर अस्पताल के समस्त चिकित्सक, नर्सेज के साथ आमजन भी चकित है। कोई भी यह माजरा समझ नहीं पा रहा है और पूरा मामला विज्ञान से परे दिख रहा है। इस कारण यह केस बड़ा ही अजूबा बन गया है।
Amazing Disease : मां की मौत, पिता ने लिया सन्यास
अनुसुइया के पैर से लोहे की कील निकलने की घटना के कुछ दिनों बाद उसके पिता ने सन्यास ले लिया, जो साधु वेश धारण कर घर छोडक़र चले गए। उसकी मां तो बचपन में ही गुजर गई थी। अनुसइया इकलौते भाई अवधेश और भाभी प्रेमकली के साथ रहती है। सबसे पहले 5 मई 2012 को घुटने के नीचे बायां पैर पका और फिर लोहे की एक कील असहनीय दर्द के साथ बाहर निकली थी।
Doctor surprised by strange disease : एक्सरे में दिख रही कीलें
अनुसुइया कानपुर के सदर अस्पताल पहुंची, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने कानपुर हैलट रेफर कर दिया। सदर अस्पताल के फिजीशियन डॉ. केके पांडेय ने कहा कि लोहे से टिटनेस होता है। युवती के शरीर से लोहे की कीलें निकलना अजूबे से कम नहीं है। हैलट अस्पताल के सर्जरी विभाग के हेड डॉ. संजय काला का कहना है कि जांच की जा रही है। वैसे, एक्सरे में पैरों के अंदर कई कीलें साफ दिख रही हैं।
Secrets of the Human Body: शरीर में बनती है कीले
वैज्ञानिक शोध में यह बात सामने आई है कि इंसानी शरीर में लोहे की कील बनती है। उसके आकार की बात करें तो यह कील एक से दो इंच तक की हो सकती है। यह बात सही बताई जा रही है और वैज्ञानिक शोध में इस बात का नतीजा निकाला है। हालांकि अभी वैज्ञानिक शोध जारी है।