प्रकृति, वन्यजीव- जन्तुओं से इंसानी प्रेम के किस्से- कहानियां तो आपने खूब सुनी होगी, मगर एक वन्यजीव के प्रति पूरे शहर के लोगों का अनूठा लगाव देखने को मिल रहा है। यह वन्यजीव है उल्लू, जिसकी मौत के बाद पूरा शहर शोक डूब गया और हादसे में मौत को लेकर लोगों में घुस्सा भी है। यह सच्ची घटना है अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर (New York City, America) की, जहां पर Floco नामक उल्लू की अपर वेस्ट साइड की एक इमारत से टकराने से मौत हो गई। इस हादसे में Flaco Owl की मौत हो गई। यह खबर सुनकर न्यूयॉर्क शहर के लोग न सिर्फ दु:खी हुए, बल्कि हादसे को लेकर गुस्से में भी है।
जानकारी के अनुसार वन्यजीव के प्रति गजब का इंसानी प्रेम था। Flaco यूरेशियन ईगल उल्लू था, जो लंबे समय तक न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क चिड़ियाघर में रहा था। इसीलिए चिड़ियाघर के साथ शहर के लोगों का भी खास जुड़ाव हो गया, जो 2 फरवरी 2024 को ही यहां से उड़ा था। क्योंकि चिड़ियाघर के बाड़े की जाली टूट गई थी, जिसकी वजह से वह उड़कर चला गया। बाड़ा खुला होने से Flaco को खुद की सुरक्षा खतरे में लगी, जिससे वह उड़ गया। उसके बाद वह शहर के कई जगहों पर दिखाइ्र भी दिया और जहां भी वह नजर आता, बड़ी तादाद में लोगों का जमघट लग जाता। लोगों की भीड़ देखकर वह बार बार उड़ता और इधर उधर भटकते हुए मैनहट्टन क्षेत्र में चला गया। वहां भी खूबसूरती व चुलबुली आदतों ने शहर के लोगों को ध्यान खींचना शुरू कर दिया था। हालांकि उसे पकड़ने के लिए वन विभाग के एक्सपर्ट एवं वन्यजीव प्रेमी जुटे हुए थे, मगर उसे नहीं पकड़ पाए। ऐसे में वह एक पखवाड़े से ज्यादा दिनों से शहर व ग्रामीण क्षेत्र में विचरण कर रहा था। इसके चलते वह न्यूयॉर्क शहर के वेस्ट 89वीं स्ट्रीट की एक इमारत से टकरा गया और वहां से जमीन पर जा गिर पड़ा। लोगों ने उसे उठाया, मगर कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। जैसे ही इस उल्लू के मौत की खबर फैली, शहर के लोग बड़े दु:खी हुए। इस मामले चिड़ियाघर (zoos in usa) के वन्यजीव संरक्षण सोसायटी द्वारा अज्ञात व्यक्ति पर जाली तोड़ने की वजह से उल्लू के उड़ने से मौत होना बताया। अब इस प्रकरण की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। सोसायटी ने उम्मीद जताई है कि पुलिस की जांच में उल्लू को न्याय मिलेगा।
खुली दुनिया में रहना सीखते हुए चला गया
फ्लैको उल्लू शुरू से चिड़ियाघर में रहा, जिसे बाहरी खुली दुनिया में रहने का अनुभव नहीं रहा। इसी वजह से वह इधर उधर काफी दिनों तक भटकता रहा, मगर बाद में वह खुले आसमान में उड़ने व खुद ही खाने का प्रबंध करने लगा था, मगर इसी दरमियान थकावट के चलते वह इमारत से टकराकर गिर पड़ा। चिड़ियाघर संचालन करने वाली वन्यजीव संरक्षण सोसायटी द्वारा जारी बयान में बताया कि फ्लैको उल्लू वेस्ट 89वीं स्ट्रीट में हादसे में मौत हो गई। (strange story)
उल्लू की मौत नहीं, बल्कि हत्या हुई
वन्यजीव संरक्षण सोसायटी ने अपने बयान में कहा कि फ्लैको उल्लू की एक हादसे में सामान्य मौत नहीं हुई, बल्कि उसकी हत्या हुई है। बताया कि चिड़ियाघर के बाड़े की जाली नहीं तोड़ी होती, तो वह उड़ता नहीं और यह हादसा भी नहीं होता। इसीलिए चिड़ियाघर के बाड़े की जाली तोड़ने वाले का पता लगाना चाहिए। क्योंकि जाली नहीं टूटी होती तो उल्लू की जान खतरे में नहीं पड़ती और वह नहीं मरता।