
Ananya Birla : भारतीय कॉरपोरेट जगत में इन दिनों अनन्या बिड़ला का नाम सुर्खियों में है। उनकी कंपनी, स्वतंत्र माइक्रोफिन, ने हाल ही में फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल की कंपनी चैतन्य इंडिया फिन क्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण पूरा किया है। यह सौदा 1,479 करोड़ रुपये में हुआ, जिसने स्वतंत्र माइक्रोफिन को देश की दूसरी सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी-माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन (एनबीएफसी-एमएफआई) बना दिया। इस डील ने न केवल अनन्या की व्यावसायिक कुशलता को उजागर किया, बल्कि उनके विजन को भी रेखांकित किया, जो देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
Svatantra Microfin : अनन्या बिड़ला भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति और आदित्य बिड़ला समूह (Aditya Birla Group) के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला की बेटी हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा प्रतिष्ठित संस्थानों से प्राप्त की है, जिसमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिकन स्कूल ऑफ बॉम्बे और सैईद बिजनेस स्कूल शामिल हैं। अनन्या न केवल एक सफल बिजनेसवुमन हैं, बल्कि एक सामाजिक उद्यमी भी हैं, जो अपने व्यवसाय के जरिए सामाजिक बदलाव लाने की दिशा में काम कर रही हैं। वह आदित्य बिड़ला समूह के विभिन्न कारोबारी पहलुओं को भी संभालती हैं, लेकिन स्वतंत्र माइक्रोफिन उनकी सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है।
1,479 करोड़ रुपये में चैतन्य इंडिया का अधिग्रहण करके अनन्या बिड़ला ने न केवल अपनी व्यावसायिक सूझबूझ का परिचय दिया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि वह सामाजिक और आर्थिक बदलाव की दिशा में गंभीरता से काम कर रही हैं। स्वतंत्र माइक्रोफिन की सफलता और इस अधिग्रहण ने अनन्या को कॉरपोरेट जगत में एक उभरता हुआ सितारा बना दिया है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके लिए, बल्कि उन लाखों महिलाओं के लिए भी प्रेरणादायक है, जो अपने सपनों को साकार करने की राह पर हैं।
स्वतंत्र माइक्रोफिन की शुरुआत और मिशन
Chaitanya India : अनन्या ने स्वतंत्र माइक्रोफिन की स्थापना 2018 में की थी, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को सूक्ष्म ऋण (माइक्रोलोन) प्रदान करके उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है। कंपनी छोटे-छोटे लोन प्रदान करती है, जिससे महिलाएं अपना छोटा व्यवसाय शुरू कर सकती हैं या अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकती हैं। स्वतंत्र माइक्रोफिन की खासियत यह है कि यह ग्राहकों को सीधे उनके बैंक खातों में लोन राशि ट्रांसफर करती है। इसके लिए कंपनी 19.75% से 24.25% की ब्याज दर वसूल करती है। इसके अलावा, कंपनी माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) के लिए भी लोन उपलब्ध कराती है, जिसकी ब्याज दर 23% है।
चैतन्य इंडिया का अधिग्रहण
Sachin Bansal : स्वतंत्र माइक्रोफिन ने अगस्त 2024 में चैतन्य इंडिया के अधिग्रहण की घोषणा की थी। यह कंपनी सचिन बंसल के फिनटेक स्टार्टअप नवी की सब्सिडियरी है। सचिन बंसल ने फ्लिपकार्ट से अलग होने के बाद नवी की शुरुआत की थी, जो विभिन्न वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है। चैतन्य इंडिया का अधिग्रहण स्वतंत्र माइक्रोफिन के लिए एक बड़ा कदम साबित हुआ है। इस सौदे के बाद कंपनी की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़कर 13,000 करोड़ रुपये हो गई है, जो इसे एनबीएफसी-एमएफआई सेगमेंट में क्रेडिट एक्सेस ग्रामीण के बाद दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बनाती है।
अनन्या ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस सौदे के पूरा होने की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि यह अधिग्रहण स्वतंत्र माइक्रोफिन के मिशन को और मजबूत करेगा, जो देश के हर कोने में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
अधिग्रहण का महत्व
इस सौदे ने स्वतंत्र माइक्रोफिन को न केवल बाजार में एक मजबूत स्थिति प्रदान की है, बल्कि इसकी पहुंच और प्रभाव को भी बढ़ाया है। चैतन्य इंडिया के साथ मिलकर स्वतंत्र माइक्रोफिन अब अधिक ग्राहकों तक अपनी सेवाएं पहुंचा सकेगी। कंपनी का फोकस ग्रामीण और कम आय वाली महिलाओं पर है, जो अक्सर पारंपरिक बैंकिंग सेवाओं से वंचित रह जाती हैं। इस अधिग्रहण के जरिए स्वतंत्र माइक्रोफिन अपने नेटवर्क का विस्तार करेगी और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को सूक्ष्म ऋण प्रदान करेगी।
अनन्या बिड़ला का विजन
अनन्या बिड़ला का मानना है कि आर्थिक स्वतंत्रता ही महिलाओं के सशक्तिकरण की कुंजी है। स्वतंत्र माइक्रोफिन के जरिए वह ऐसी महिलाओं को सपोर्ट करना चाहती हैं, जो अपने दम पर कुछ करना चाहती हैं। उनकी कंपनी न केवल लोन प्रदान करती है, बल्कि ग्राहकों को वित्तीय साक्षरता और बिजनेस स्किल्स के बारे में भी जागरूक करती है। अनन्या का यह प्रयास न केवल उनके बिजनेस को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी ला रहा है।
Biography of Ananya Birla : बायोग्राफी
विवरण | जानकारी |
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नाम | अनन्या बिड़ला (Ananyashree Birla) |
पिता का नाम | कुमार मंगलम बिड़ला (अदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन) |
मां का नाम | नीरजा बिड़ला (परोपकारी, Mpower की सह-संस्थापक) |
भाई-बहन | भाई: आर्यमन विक्रम बिड़ला; बहन: अद्वैतेशा बिड़ला |
शिक्षा | – अमेरिकन स्कूल ऑफ बॉम्बे, मुंबई – ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (अर्थशास्त्र और प्रबंधन में स्नातक, 2011) – सैईद बिजनेस स्कूल (अतिरिक्त अध्ययन) |
रुचि | संगीत (संतूर और गिटार बजाना), फुटबॉल, शतरंज, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, परोपकार |
करियर | – उद्यमी: स्वतंत्र माइक्रोफिन की संस्थापक और सीईओ (2013 में शुरू) – गायिका: 2016 में पहला सिंगल “Livin’ the Life” जारी, 2024 में संगीत से ब्रेक लिया – मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता: Mpower की सह-संस्थापक (2015) – अदित्य बिड़ला समूह में निदेशक (हिंदाल्को, ग्रासिम, अदित्य बिड़ला फैशन और रिटेल) |
कारोबार | – स्वतंत्र माइक्रोफिन: ग्रामीण महिलाओं को सूक्ष्म ऋण प्रदान करने वाली कंपनी, 13,000 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रबंधन (2024 तक) – इकाई असाई: हस्तनिर्मित लक्जरी उत्पादों का ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म – Mpower: मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और उपचार के लिए पहल – अनन्या बिड़ला फाउंडेशन: शिक्षा, स्वास्थ्य और कोविड-19 राहत कार्यों के लिए |
नेटवर्थ | अनुमानित $12 मिलियन से $13 बिलियन (लगभग 100 करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपये तक, विभिन्न स्रोतों के अनुसार; सटीक आंकड़ा सार्वजनिक रूप से अस्पष्ट) (नोट: नेटवर्थ के आंकड़े विभिन्न अनुमानों पर आधारित हैं और समय के साथ बदल सकते हैं। ) |
Laxman Singh Rathor को पत्रकारिता के क्षेत्र में दो दशक का लंबा अनुभव है। 2005 में Dainik Bhakar से कॅरियर की शुरुआत कर बतौर Sub Editor कार्य किया। वर्ष 2012 से 2019 तक Rajasthan Patrika में Sub Editor, Crime Reporter और Patrika TV में Reporter के रूप में कार्य किया। डिजिटल मीडिया www.patrika.com पर भी 2 वर्ष कार्य किया। वर्ष 2020 से 2 वर्ष Zee News में राजसमंद जिला संवाददाता रहा। आज ETV Bharat और Jaivardhan News वेब पोर्टल में अपने अनुभव और ज्ञान से आमजन के दिल में बसे हैं। लक्ष्मण सिंह राठौड़ सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि खबरों की दुनिया में एक ब्रांड हैं। उनकी गहरी समझ, तथ्यात्मक रिपोर्टिंग, पाठक व दर्शकों से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें पत्रकारिता का चमकदार सितारा बना दिया है।
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