
Fight between two parties : बच्चों के मामूली झगड़े से उपजे विवाद के बाद दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों में लाठी भाटा जंग हो गई, जिससे मारपीट में कुछ लोग चोटिल व घायल भी हुए हैं। वणाई प्रशासक पुत्र व एक महिला सहित कुछ लोग अस्पताल में भर्ती है। घटना के बाद पीड़ितों द्वारा थाने में रिपोर्ट दी गई, तो पुलिस ने क्रॉस केस दर्ज करते हुए सभी पहलुओं पर गहन जांच शुरू कर दी। इधर, एक पक्ष ने गुरुवार को जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देते हुए थाना पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है। खेड़ाई गांव के लोगों का कहना था कि घर में घुसकर महिलाओं से मारपीट की व लज्जाभंग की। फिर भी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। हालांकि एसपी ने प्रकरण की निष्पक्ष जांच करते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
Kunwariya Police Station : पुलिस के अनुसार राजसमंद जिले में वणाई पंचायत प्रशासक के पुत्र बंशीलाल गुर्जर व उनके समर्थकों और खेड़ाई गांव के युवकों के बीच मारपीट हो गई। कथित तौर पर बच्चों के विवाद के बाद मामला बढ़ गया। बताया कि खेड़ाई के युवकों ने वणाई पूर्व सरपंच व प्रशासक के पुत्र बंशीलाल गुर्जर व अन्य युवाओं के साथ मारपीट की। इससे बंशीलाल घायल हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल बंशीलाल को तत्काल आरके जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद वणाई ग्राम पंचायत के बाहर ग्रामवासी एकत्रित हुए, जिन्होंने घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई। इस पर कुंवारिया थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी।
Kankroli Police Station : इधर, खेड़ाई निवासी बसंतीदेवी पत्नी फतेहसिंह राजपूत ने कांकरोली थाने में रिपोर्ट दी। बताया कि 25 फरवरी को वह उसकी पुत्रवधू के साथ घर में थी, तभी मादड़ा निवासी बद्रीलाल गुर्जर पुत्र नाथूलाल सहित पन्द्रह बीस लोग मुंह पर कपड़ा बांध कर आए और लठ व धारदार हथियार से मारपीट शुरू कर दी। उन्हें घसीटकर सड़क तक ले गए और उनके कपड़े भी फाड़ने व लल्जाभंग करने के भी आरोप है। रिपोर्ट में बताया कि उसके देवर के घर में घुसकर नारायणीबाई, गोफीबाई, भूरीबाई, पुष्पा, रोशनी बाई, संतोषीबाई आदि के साथ भी इसी तरह मारपीट कर चोटिल व घायल कर दिया। घटना के बाद उसे भी आरके जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। बताया कि घर के बाहर खड़े वाहनों से भी तोड़फोड़ की और महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हरकतें करने के बाद आरोपी फरार हो गए। अब प्रकरण की जांच कांकरोली थाने के एएसआई बहादुरमल द्वारा की जा रही है।

खेड़ाई के ग्रामीणों को एसपी को सौंपा ज्ञापन
Rajsamand Police : खेड़ाई गांव के ग्रामीणों ने राजसमंद में जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाटी को ज्ञापन सौंपा। बताया कि घायल की परिजन संतोषी बाई एवं खेड़ाई स्थानीय निवासी देवी सिंह खरवड़ ने बताया कि खेड़ाई गांव के कुछ युवकों और पूर्व सरपंच पुत्र बंशीलाल गुर्जर के बीच कहासुनी और मारपीट की घटना हुई थी। जिसमें पुलिस ने खेड़ाई गांव के युवाओं को घटना के कुछ ही समय बाद हिरासत में ले लिया, लेकिन इस घटना के बाद आक्रोशित बंशीलाल गुर्जर के रिश्तेदार और समर्थक खेड़ाई गांव पहुंचे। यहां उन्होंने घरों में घुसकर महिलाओं और बच्चों से मारपीट की। साथ ही घरों और वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की। इस मारपीट में बसंती देवी को गंभीर चोटे आई, जिनका आरके अस्पताल में इलाज जारी है। लेकिन 48 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिला पुलिस अधीक्षक ने प्रकरण की निष्पक्ष जांच करते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
दौलपुरा पूर्व सरपंच को प्रशासन पद से हटाया
Dolpura Sarpanch : राजसमंद जिले की दौलपुरा ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच पतासीदेवी को अनियमितताओं के चलते प्रशासक पद से हटा दिया गया है। जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा की जांच में पतासीदेवी पर बिलानाम भूमि पर पट्टे जारी करने, पंद्रहवें वित्त आयोग की गाइडलाइंस के खिलाफ काम कराने, खातेदारी भूमि में निर्माण कार्य कराने और स्टॉक रजिस्टर में एंट्री किए बिना भुगतान करने जैसे गंभीर आरोप साबित हुए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने पतासीदेवी को सरपंच पद से हटाने का फैसला किया। जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा ने 23 जनवरी 2025 को उन्हें दौलपुरा ग्राम पंचायत का प्रशासक नियुक्त किया। हालांकि, राज्य सरकार ने 11 फरवरी 2025 को जारी आदेश में पतासीदेवी को प्रशासक पद से भी हटाने का निर्णय लिया है। अतिरिक्त आयुक्त एवं शासन उप सचिव (जांच) इंद्रजीत सिंह ने जारी आदेश में कहा कि पतासीदेवी को सरपंच और प्रशासक दोनों पदों से हटाया जाता है। यह आदेश सक्षम स्तर से अनुमोदित है।

AVVNL Rajsamand : राजस्व अधिकारी के स्थानांतरण का विरोध

AVVNL Rajsamand : राजसमंद जिले के आमेट उपखंड में कार्यरत एवीवीएनएल के राजस्व अधिकारी जितेंद्र कुमार उषाहारा के स्थानांतरण का कर्मचारियों ने विरोध किया है। कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपकर स्थानांतरण रोकने की मांग की है। कर्मचारियों का कहना है कि मार्च से ठीक पहले स्थानांतरण होने और नए अधिकारी के पदस्थापन होने से राजस्व अर्जित करने में परेशानी होगी। इससे विभाग अपने लक्ष्य भी पूरे नहीं कर पाएगा। आमेट उपखंड के सभी कर्मचारी गुरुवार को राजसमंद अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे और अधिकारी से मिलकर स्थानांतरण रोकने की गुहार लगाई। कर्मचारियों ने जितेंद्र कुमार की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि राजस्व को लेकर वे काफी व्यस्त हैं और उनके दिशा निर्देश में अच्छें राजस्व अर्जित होने की उम्मीद है। लेकिन अंतिम समय में राजस्व अधिकारी का स्थानांतरण इसमें बाधा उत्पन्न कर सकता है। अधीक्षण अभियंता ने कर्मचारियों को राजस्व के कार्य को प्रमुखता से लेने और अधिक से अधिक राजस्व जमा करने के निर्देश दिए। उन्होंने हर संभव मदद करने और स्थानांतरण को रुकवाने का प्रयास करने का आश्वासन दिया है। कर्मचारी महेंद्र कुमार ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस स्थानांतरण को दो महीने के लिए रोका जाए ताकि विभागीय कर्मचारी पूरे उत्साह से राजस्व अर्जित करने में जुटे रहें। नए अधिकारी की कार्यशैली को समझने में समय लग सकता है और विभाग के पास समय कम है।
