01 8 https://jaivardhannews.com/in-this-village-after-the-marriage-of-a-girl-the-bride-and-groom-come-here-after-leaving-hence-the-name-of-the-village-is-also-kept-jawai/

Unique village : इस गांव में किसी लड़की की शादी होती है तो दुल्हन विदा होकर नहीं जाती बल्कि दुल्हा विदा होकर आता है और इसी गांव में बस जाता है। इस गांव की यह परम्परा करीब 700 साल पुराना है। इसीलिए इस गांव का नाम भी जवाई रख दिया। इस अनोखे गांव गांव की अनोखी परंपरा सुनकर हर कोई चौंक जाता है।

unique village names : राजस्थान के सिरोही जिले के माउंट आबू शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर एक गांव बसा जवाई गांव। इस गांव से दुल्हन की विदाई नहीं होती, बल्कि दूल्हा यहां आकर बसता है। यहां की लड़की से शादी कर उनके पति यहीं बसते हैं। यह गांव करीब 700 साल पुराना है। बताया जाता है कि यहां की एक लड़की से शादी के बाद उसके पति यहीं बस गए थे, इसलिए इस गांव का नाम जवाई पड़ा।

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Strange Village : इस गांव में थी लड़कियों की अधिकता

गांव के नारायण सिंह परमार ने बताया कि हमारे पूर्वज बताते थे कि आज से करीब 700 साल पहले इस गांव में लड़कियां ज्यादा थीं, जिससे उनकी शादी में समस्या रहती थी। दो भाइयों जीवाजी और कान्हाजी ने इस गांव की दो बेटियों से शादी की। जीवाजी ने रंबा से शादी कर जवाई गांव को बसाया और दूसरे भाई कान्हाजी ने पवना से शादी कर जवाई गांव से 10 किलोमीटर दूर जंगल की ओर कनारी ढाणी को बसाया।

Unique Village of india : इस गांव में रहते हैं 40 परिवार

माउंट आबू शहर से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जवाई गांव में वर्तमान में 40 परिवार रहते हैं। यह परिवार परमार राजपूत है। इस गांव की आबादी 250 है। इसमें बसे परिवारों के कुछ लोग खेती, करी और गाड़ी चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। माउंट आबू के विशिष्ट आश्रम गोमुख से परमार, परिहार, सोलंकी और चौहानों की उत्पत्ति हुई। माउंट आबू के क्षेत्र में कुल 16 गांव है, जिनमें शेर गांव, उतरज गांव, गोवा गांव, मांच गांव, हेटमजी गांव, आरना गांव, साल गांव आदि हैं। जवाई गांव से करीब 12 किलोमीटर दूर आजा माताजी का सबसे पुराना मंदिर है। जवाई गांव के पास स्थापित इस आजा माताजी के मंदिर को 1300 साल पुराना बताया जाता है। ऐसी मान्यता है कि शाम के समय मंदिर में घंटी बजती थी, तो एक साथ 99 झालर गूंज उठते थे।

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  • Laxman Singh Rathor in jaivardhan News

    लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Laxman Singh Rathor

लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com