करेला स्वाद में भले ही कड़वा होता है, मगर करेला खाने से आपके शरीर को कई फायदे हो सकते हैं। इसका सेवन करने से कई बीमारियों से राहत मिल जाएगी। चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. तत्सवितु व्यास ने करेला खाने से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से बताया, देखिए।
ये है ध्यान रखने योग्य बिन्दु
- करेला खाने से शुगर लेवल को नियंत्रित रहता है।
- करेले का जूस शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है। इस जूस को रोज़ खाली पेट लेने से शुगर के पेशेंट को काफी फायदा पहुंचता है। क्योंकि करेला ब्लड में शुगर लेवल को कम करता है।
- मोमर्सिडीन और चैराटिन जैसे एंटी हाइपर ग्लेसेमिक तत्वों के कारण करेले का जूस ब्लड शुगर लेवल को मांसपेशियों में संचारित करने में सहायता होता है।
- करेले के बीजों में भी पॉलीपेप्टाइड पी होता है, जो कि इन्सुलिन को संतुलित करने से लेकर डायबेटिक्स में शुगर लेवल को कम करता है।
- करेला रक्त को शुद्ध रखता है’ करेला, शरीर में बनने वाले विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है। यह प्राकृतिक रक्त शोधक के रूप में काम करता है।
- करेले का जूस ब्लड को साफ करके मुहांसों की समस्या को दूर करता है। इसलिए अपने रक्त को साफ रखने के लिए करेले का जूस नियमित रूप से पीएं।
- भूख बढ़ाने में सहायक है। करेले का जूस पीने से आपका पाचन तंत्र सही तरह से काम करता है। भूख न लगने से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिलता, जिससे आपको कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आ सकती हैं। रोज़ करेले का जूस पीने से पाचन क्रिया सही रहती है और भूख बढ़ती है।
- अग्नाशय के कैंसर के इलाज में उपयोगी है। करेले का जूस अग्नाशय के कैंसर के उपचार में काफी लाभप्रद पाया गया है। करेले में मौजूद एंटी कैंसर कॉम्पोनेंट्स अग्नाशय का कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं में ग्लूकोज का पाचन रोक देती हैं। इससे इन कोशिकाओं की शक्ति क्षीण होने से कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाएं ख़त्म हो जाती हैं। इसलिए रोज़ सुबह एक गिलास करेले का जूस पीने से अग्नाशय का कैंसर होने की सम्भावना बहुत घट जाती है।
- किसी भी टिप्स का प्रयोग करने से पूर्व अपनी प्रकृति व शारीरिक स्थिति का अवलोकन अवश्य करना चाहिए।
डॉ.तत्सवितु व्यास
सु-जोक थेरेपिस्ट (एक्यूप्रेशर)
एवं प्राकृतिक सलाहकार
Mob. 98272 78715