
SBI Loan against FD : आज के दौर में, जब आर्थिक जरूरतें तेजी से बढ़ रही हैं, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपने ग्राहकों को एक अनोखा और सुविधाजनक विकल्प प्रदान कर रहा है – लोन अगेन्स्ट फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)। यह सुविधा उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जो अपनी बचत को सुरक्षित रखते हुए तुरंत धन की आवश्यकता को पूरा करना चाहते हैं। SBI की यह योजना न केवल आपको FD तोड़ने की मजबूरी से बचाती है, बल्कि कम ब्याज दरों पर लोन भी उपलब्ध कराती है। लेकिन सवाल यह है कि यह सुविधा किसे फायदा पहुंचा रही है, और किन परिस्थितियों में FD पर लोन लेना समझदारी भरा कदम हो सकता है? इस लेख में हम आपको SBI के लोन अगेन्स्ट FD की पूरी प्रक्रिया, पात्रता, फायदे, और सावधानियां विस्तार से बताएंगे, ताकि आप अपने वित्तीय फैसलों को बेहतर तरीके से ले सकें।
SBI लोन FD क्या है?
Sbi loan against fd interest rate SBI लोन अगेन्स्ट FD एक ऐसी सुविधा है, जिसमें आप अपनी मौजूदा फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को बिना तोड़े लोन ले सकते हैं। इस योजना में आपकी FD बैंक के लिए सुरक्षा (collateral) के रूप में काम करती है, जिससे आपको बिना क्रेडिट स्कोर की चिंता किए तुरंत धन मिल जाता है। यह सुविधा दो रूपों में उपलब्ध है – डिमांड लोन (एकमुश्त राशि) और ओवरड्राफ्ट (आवश्यकता अनुसार राशि निकालने की सुविधा)। यह खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो अपनी बचत को बरकरार रखते हुए अस्थायी वित्तीय जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं।
पात्रता और शर्तें
Loan against fixed deposit interest rate SBI लोन अगेन्स्ट FD के लिए निम्नलिखित मानदंड पूरे करने होंगे:
- आयु: आवेदक की आयु 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- FD खाता: आवेदक के पास एकल (single) या संयुक्त (joint) FD खाता होना चाहिए, जो परिपक्वता अवधि (maturity period) तक पहुंचा नहीं हो।
- खाता प्रकार: TDR, e-TDR, STDR, या e-STDR धारक व्यक्तिगत ग्राहक पात्र हैं। इसके अलावा, RD, e-RD, RFC, FCNR, और NRE खाताधारक भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
- व्यवसाय: साझेदारी या एकल स्वामित्व (sole proprietorship) व्यवसाय वाले भी पात्र हैं।
- लोन राशि: न्यूनतम 25,000 रुपये से लेकर अधिकतम 5 करोड़ रुपये तक, जो FD राशि के 90% तक सीमित है।
लोन लेने की प्रक्रिया
Loan against FD SBI online : SBI लोन अगेन्स्ट FD के लिए आवेदन करना आसान है, और यह ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीकों से संभव है:
ऑनलाइन प्रक्रिया
- SBI की आधिकारिक वेबसाइट (www.onlinesbi.sbi) पर जाएं।
- अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
- ‘e-Fixed Deposit’ टैब में जाएं और ‘Overdraft against Fixed Deposit’ चुनें।
- अपनी FD का चयन करें और उपलब्ध ओवरड्राफ्ट राशि, ब्याज दर, और समाप्ति तिथि की जांच करें।
- ‘Submit’ बटन पर क्लिक करें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP दर्ज करें।
- ओवरड्राफ्ट खाता खुल जाएगा, जिससे आप अपनी जरूरत के अनुसार राशि निकाल सकते हैं।
ऑफलाइन प्रक्रिया
- नजदीकी SBI शाखा में जाएं।
- बैंक प्रतिनिधि से संपर्क करें और लोन आवेदन फॉर्म भरें।
- आवश्यक दस्तावेज जमा करें (FD रसीद, पहचान पत्र, आय प्रमाण)।
- लोन स्वीकृति के बाद राशि आपके खाते में जमा हो जाएगी।
फायदे और लाभ
SBI लोन अगेन्स्ट FD कई मायनों में फायदेमंद है:
- कम ब्याज दर: FD की ब्याज दर से केवल 1% अधिक ब्याज लिया जाता है, जो असुरक्षित लोन (personal loan) की तुलना में काफी कम है।
- FD पर ब्याज जारी: लोन लेने के बावजूद आपकी FD पर ब्याज कमाया जा सकता है।
- कोई प्रोसेसिंग शुल्क नहीं: लोन प्रक्रिया के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाता।
- प्रीपेमेंट पेनल्टी नहीं: यदि आप लोन समय से पहले चुकाते हैं, तो कोई जुर्माना नहीं लगेगा।
- तत्काल धन: FD तोड़े बिना तुरंत धन उपलब्ध होता है।
- लचीलापन: ओवरड्राफ्ट के जरिए आप अपनी जरूरत के अनुसार राशि निकाल सकते हैं।
किन लोगों को मिल रहा फायदा?
- व्यक्ति विशेष: जो लोग आपातकालीन स्थिति (जैसे चिकित्सा खर्च, घर की मरम्मत) में हैं और अपनी FD को तोड़ना नहीं चाहते।
- व्यवसायी: छोटे व्यवसायी या साझेदारी फर्में, जो अस्थायी नकदी प्रवाह की समस्या से निपटना चाहते हैं।
- NRIs: NRE, NRO, या FCNR खाताधारक भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
- वरिष्ठ नागरिक: जिन्हें नियमित आय के साथ-साथ आपातकालीन नकदी चाहिए।
किन परिस्थितियों में FD पर लोन लेना समझदारी है?
FD पर लोन लेना हर स्थिति में फायदेमंद नहीं हो सकता। यह तभी समझदारी भरा फैसला है, जब:
- आपातकालीन जरूरतें: जैसे कि अचानक चिकित्सा आपातकाल, शादी का खर्च, या अन्य अप्रत्याशित व्यय।
- उच्च ब्याज दर से बचाव: यदि आप असुरक्षित लोन (जो 10-15% ब्याज पर मिलता है) के बजाय FD पर लोन (6-8% ब्याज) लेते हैं, तो यह किफायती है।
- FD की परिपक्वता दूर: अगर आपकी FD की परिपक्वता अभी दूर है और आपको तुरंत धन चाहिए, तो FD तोड़ने के बजाय लोन लेना बेहतर है।
- छोटी राशि की जरूरत: यदि लोन राशि FD राशि से बहुत कम है, तो यह विकल्प लाभकारी हो सकता है।
- ब्याज दर में अंतर: यदि FD की ब्याज दर बाजार में मौजूदा दर से अधिक है, तो FD तोड़ने की बजाय लोन लेना समझदारी होगी।
जब FD पर लोन लेना बचना चाहिए?
- Sbi loan against fd limit लंबी अवधि का लोन: यदि आपको लंबे समय तक लोन चाहिए, तो FD पर ब्याज और लोन पर ब्याज का अंतर नुकसानदायक हो सकता है।
- FD पर कम ब्याज: अगर आपकी FD की ब्याज दर बहुत कम है, तो लोन का बोझ बढ़ सकता है।
- चुकौती क्षमता कम: यदि आप लोन की किस्तें (EMIs) या ओवरड्राफ्ट का ब्याज समय पर चुकाने में असमर्थ हैं, तो FD जब्त होने का जोखिम है।
- FD टूटने का जोखिम: यदि आप लोन नहीं चुकाते, तो बैंक आपकी FD को जब्त कर सकता है, जिससे आपकी बचत खतरे में पड़ सकती है।
चुकौती और सावधानियां
- चुकौती अवधि: STDR और e-STDR के लिए अधिकतम 5 साल, जबकि TDR और e-TDR के लिए 3 साल।
- ब्याज गणना: ओवरड्राफ्ट में दैनिक शेष राशि पर ब्याज लगता है, जो लोन की तुलना में लचीला है।
- सावधानी: लोन लेने से पहले अपनी चुकौती क्षमता का आकलन करें। यदि आप EMI या ब्याज नहीं चुका पाते, तो FD जब्त हो सकती है।
- दस्तावेज: FD रसीद, पहचान पत्र, और आय प्रमाण रखें।

वास्तविक उदाहरण और विश्लेषण
मान लीजिए, आपके पास 10 लाख रुपये की FD है, जो 6% वार्षिक ब्याज पर 5 साल के लिए जमा है। आप 7 लाख रुपये (90%) का लोन लेते हैं, जिस पर 7% ब्याज लगेगा (FD दर 6% + 1%)।
- FD पर ब्याज: 10 लाख पर 60,000 रुपये वार्षिक।
- लोन पर ब्याज: 7 लाख पर 49,000 रुपये वार्षिक (पहले वर्ष में अनुमानित)।
- नेट प्रभाव: आप 11,000 रुपये की बचत करते हैं, बशर्ते आप लोन समय पर चुकाएं।
लेकिन यदि आप FD तोड़ते हैं, तो प्रीमैच्योर विड्रॉअल पर 0.5-1% का जुर्माना लगेगा, और ब्याज भी कम मिलेगा। ऐसे में लोन लेना अधिक लाभकारी हो सकता है, खासकर जब आपकी FD की परिपक्वता अभी दूर हो।
🧮 Loan against FD Calculator (लोअन अगेंस्ट एफडी कैलकुलेटर)
🔢 इनपुट दें:
- FD की कुल राशि (₹ में):
उदाहरण: ₹1,00,000 - लोन पर प्रतिशत (FD का कितना % तक लोन मिलता है?):
आमतौर पर 75% से 90% तक — उदाहरण: 85% - लोन की अवधि (महीनों में):
उदाहरण: 12 महीनों के लिए - ब्याज दर (Loan Interest Rate % प्रति वर्ष):
उदाहरण: 8.5%
🧾 आउटपुट / परिणाम:
- स्वीकृत लोन राशि (Loan Amount):
👉 ₹1,00,000 × 85% = ₹85,000 - EMI (प्रत्येक महीने):
EMI = P×R×(1+R)NP × R × (1+R)^NP×R×(1+R)N / (1+R)N−1(1+R)^N – 1(1+R)N−1
जहां:- P = लोन राशि (₹85,000)
- R = मासिक ब्याज दर = वार्षिक ब्याज दर ÷ 12 ÷ 100
- N = कुल महीने
8.5 / 12 / 100 = 0.00708➤ उदाहरण EMI:
₹85,000 × 0.00708 × (1+0.00708)^12 / ((1+0.00708)^12 – 1) ≈ ₹7,435 - कुल ब्याज भुगतान:
कुल EMI – मूलधन = ₹7,435 × 12 – ₹85,000 = ₹89,220 – ₹85,000 = ₹4,220 - कुल भुगतान: ₹89,220
📝 नोट्स:
- FD पर लोन लेते समय FD को लिक्विडेट नहीं किया जाता, वह बैंक के पास गिरवी (pledge) होती है।
- कुछ बैंक Simple Interest पर लोन देते हैं, तब EMI फिक्स नहीं होती, बल्कि कुल ब्याज जोड़कर एकमुश्त या बुलेट पेमेंट लिया जाता है।
- SBI, HDFC, ICICI जैसे बैंक 75% से 90% तक लोन देते हैं।
- EMI कैलकुलेशन Google Sheets या Excel में भी आप ऊपर के फॉर्मूले से कर सकते हैं।
