
Todgarh Bheruji Mandir : राजसमंद, पाली और ब्यावर जिले की सरहद पर स्थित टाॅडगढ़ भैरूजी के निर्माणाधीन मंदिर के लिए शिखर चक्र की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। साथ ही मंदिर परिसर में आयोजित भजन संध्या में कलाकारों ने भैरूनाथ के एक से बढ़कर एक मनमोहक भजनों की प्रस्तुतियां दी। तड़के तक श्रद्धालु भजनों का आनंद लेते रहे। साथ ही भंडारों में सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
Shri Kala Gora Bhairav Dham Todgarh : टॉडगढ़ कस्बे में स्थित काला गोरा भैरव धाम पर देवनारायण जयंती के उपलक्ष्य में भजन संध्या का आयोजन हुआ। मुख्य उपासक विद्याप्रकाश पडियार , रतनलाल सेन, उपासक देवनारायण भगवान, कपिल पडियार, उपासक गोरा भैरव देव, गोपाललाल समंदिया के सानिध्य में आयोजित भजन संध्या में गायक महावीर सांखला, मानक पुर नागौर द्वारा गणपति वंदना से भजन संध्या की शुरुआत की। फिर गुरू वंदना, भेरूजी लटियाला, वीर हनुमाना , मारा हंसा रे, तेजल मारो लिलन, गुरु बिन गौर अंधेरा सरीखे मनमोहक भजनों की प्रस्तुुतियां दी। तड़के तक भजनों की मानो झड़ी लग गई और वहां मौजूद श्रद्धालु भी भाव विभोर हो गए। भजन संध्या में जोधपुर से आए नृत्य कलाकार रमेश चौधरी की टीम द्वारा, राम दरबार , माताजी, हनुमानजी आदि की झाकियां पेश कर श्रद्धालुओं को आनंदित कर दिया। इससे पूर्व रात्रि जागरण पर मंदिर को आकर्षक लाइटिंग फूलों से सजाया गया। निज मंदिर में भैरूजी का विशेष शृंगार किया गया।
Todgarh Bheru Ji Official : भजन संध्या शुरू होने से पूर्व मंदिर पर आए अतिथियों, ट्रस्टियों एवं भामाशाहों का उपरना ओढ़ाकर सम्मान किया। मंदिर पर भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें भी लोगों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इस अवसर पर श्री भैरव धाम मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सेठिया, विमल कुमार कटारिया, सुरेशकुमार हिंगड़, विमल कुमार पितलिया, बछराज पितलिया, सेवक रमेश सोनी, विनोद पडियार, सुरेंद्र कुमार जैन, महेंद्र कुमार टेलर , संजय जैन, गोपाल सोनी, अशोक पोखरना, बुद्धिप्रकाश, बालचंद गांधी, रमेश बोहरा, दीपक पडियार, अशोक सेन, पिंटू पितलिया, बाबूलाल भाटी, महेंद्र पडियार, चिंटू गर्ग, शोभित प्रजापत, प्रतीक प्रजापत, पवन जैन आदि उपस्थित थे।
चमत्कारिक स्थल काल भैरवधाम टॉडगढ़
Shree Kala Gora Bhairav Dham Todgarh : राजस्थान में अजमेर जिले के अंतर्गत टॉडगढ़ में काल भैरव धाम का एक अद्भुत मंदिर है, जहां पर देशभर से हजारों की संख्या में लोग अपनी समस्या, बीमारी या मनोकामना लेकर पहुंच रहे हैं और लगभग हर पीड़ित को राहत मिल रही है और लोगों की मनोकामना भी पूरी होने के कई प्रत्यक्ष उदाहरण और चमत्कार सामने आ रहे हैं। काल भैरवधाम मंदिर में हर शनिवार शाम करीब आठ बजे से पूजा अर्चना के बाद उपासक भैरूजी के समक्ष गादी पर बैठकर आम लोगों से रूबरू होते हैं और उनकी समस्या, बीमारी का समाधान करते हैं। इसके लिए तय समयावधि में लोगों की समस्या का समाधान भी हो रहा है। इसके कई चमत्कार देखने को मिल रहे हैं। जिन लोगों के संतान नहीं है, उनकी गोद भरी जा रही है, तो जिनके नौकरी में रूकावट हो या बिजनेस में ग्रोथ नहीं हो रही है, तो भैरव बाबा के आशिर्वाद से तरक्की के रास्ते खुल रहे हैं। इस तरह का अद्भुद स्थल है टॉडगढ़ का काल भैरवधाम। इस स्थान पर शनिवार शाम को मंदिर में जितने भी लोग आते हैं, उन सभी लोगों से उपासक रूबरू होते हैं और उनकी पीड़ा या परेशानी सुनते हैं और उसके बाद तय समयावधि में भैरूजी के आशिर्वाद से समस्या का समाधान भी हो रहा है। राजसमंद के समाजसेवी राजकुमार दक ने बताया कि यह स्थल वाकई चमत्कारिक है, जहां कोई अंधविश्वास नहीं है और न ही पीड़ित व्यक्ति से कोई 1 रुपया लिया जाता है। यहां केवल शनिवार शाम को आने के बाद रातभर मंदिर के जागरण होता है और जागरण के दिन जितने भी लोग होते हैं, सभी लोग भैरूजी के समक्ष अपनी मनोकामना या परेशानी रख सकते हैं। इसके लिए इस मंदिर में जो भी भक्तजन या श्रद्धालु आते हैं, उन्हें सबसे पहले अपने घर पर पांच मुठी गेहूं लेकर एक लाल या सफेद कपड़े में रखकर पूजा स्थल पर नियमित पूजा करनी चाहिए। उसके बाद वह गेहूं की मुठ्ठी लेकर काल भैरव धाम के दरबार आना होता है, जहां शनिवार को उसी गेहूं की मुठ्ठी से पीड़ित की समस्या का समाधान खोजने का प्रयास किया जाता है।