आज आधुनिक जमाने में लोग एक से बढ़कर एक नई फैशन व महंगे कपड़े पहनना पसंद करते हैं और सही, ढ़ंग के व पूरे कपड़े पहनना अगले व्यक्ति या महिला के स्वभाव का भी अंदाजा लगाया जाता है। ऐसी स्थिति में दुनिया में एक अनोखा गांव Unique village ऐसा है, जहां पर लोग बिना कपड़ो के ही रहे हैं। खास व रोचक बात तो यह है कि इस गांव में लोग कोई दो चार दिन नहीं, बल्कि 90 वर्ष से लोग बिना कपड़ो के ही रह रहे हैं। यह अजब गजब व अनोखा गांव है, जहां वास्तव में बच्चे, युवक- युवतियां तो क्या बड़े व बुढ़े भी कपड़े नहीं पहनते हैं।
रोचक व हैरान करने वाली बात यह भी है कि इस गांव में कपड़ा नहीं पहनने की पुरानी परम्परा बताई जाती है। यह अनोखा गांव ब्रिटेन देश में है और इस यूनिक गांव का नाम स्पीलप्लाट्ज (Unique Village Name Spielplatz) है। इस अनोखे गांव में कोई भी व्यक्ति, महिला, बच्चे कपड़े नहीं पहनते हैं। यह गाव खूफिया यानि सीक्रेट गांव (Britain’s Secret Nudist Village) है, जिसके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है।
बच्चे से लेकर वृद्धजन भी एक समान
बिना कपड़ो के ही लोग रहते हैं और बड़े ही सामान्य व सादगी के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनके लिए कोई अलग नहीं है। कपड़े नहीं पहनना सिर्फ एक पुरानी परम्परा मानते हैं और उस परम्परा के प्रति सभी लोग अड़िग है। तभी तो आज इस गांव में छोटे बच्च़े से लेकर युवा, महिला, प्रौढ़ तो क्या वृद्धजन तक एक ही समान है। ब्रिटेन में हर्टफोर्डशायर (Hertfordshire) के स्पीलप्लाट्ज (Spielplatz) गांव की इस परम्परा को लेकर हर कोई चकित है। इस गांव का नाम स्पीलप्लाट्ज है और जर्मन में इसका मतलब खेल का मैदान होता है।
सारी लग्जरी सुविधाएं है, मगर कपड़े नहीं
दुनिया के इस अनोखे गांव (this unique village of the world) स्पीलप्लाट्ज (Spielplatz) गांव में लोगों के पास अच्छे अच्छे मकान व अन्य लग्जरी सुविधाएं भी है। घरों में शानदार स्वीमिंग पुल, लोगों के पीने के लिए बियर जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध है। इस गांव में पिछले 90 साल से लोग इसी तरह बिना कपड़ो के ही जी रहे हैं।
बिना के पीछे प्रकृति प्रेम भी बताया
कपड़े नहीं पहनने की परम्परा के पीछे एक प्रकृति प्रेम भी कारण बताया है। इस अनोखे गांव में लोगों का मानना है कि जब ईश्वर ने बिना कपड़ो के ही इस धरती पर भेजा है, तो वे अब ऐसा कृत्रिम चोला क्यों पहने। जैसे वे है, वैसे ही दिखने में क्या हर्ज है और क्या गलत है। स्पीलप्लाट्ज (Spielplatz) गांव में 82 वर्षीय इसेल्ट रिचर्डसन अब तक बिना कपड़ो के ही सामान्य जीवन जी रहे हैं। उनके पिता ने 1929 में गांव के समुदाय की स्थापना की थी। बताते हैं कि उनका कहना था कि प्रकृति के बीच और सड़क के बीच रहने वाले लोगों में कोई अंतर नहीं है।
इस अनोखे गांव के ऊपर बन चुकी है कई फिल्में
दुनिया के इस अनोखे गांव के ऊपर दुनियाभर के लोग कई फिल्मे व लघु फिल्मे बना चुके हैं। डॉक्यूमेंट्री भी चल चुकी है। यहां पर पड़ोसी, पोस्टमैन और सुपरमार्केट डिलीवरी करने वाले लोग अक्सर आते ही रहते हैं।
घूमने वाले लोगों को नहीं उतारने पड़ते कपड़े
दुनिया के इस अजीबोगरीब गांव में घूमने के लिए आने वाले लोगों के लिए कपड़े उतारना कोई अनिवार्य नहीं है। देश व विदेश से आने वाले लोग यहां कपड़े पहनकर आते हैं और गांव की इस अनोखी परम्परा को देखकर जाते हैं। लोग इस गांव में सहजता से आकर गांव से रूबरू हो सकते हैं।
गांव का कोई भी व्यक्ति नहीं है असहज
क्या इंसान बिना कपड़ों के रह सकता है शायद नहीं। आपके ज़ेहन में ये सवाल उठ सकता है कि ये सभ्यता के खिलाफ है और अगर कोई ऐसा करता है तो उसे सज़ा होनी चाहिए, लेकिन ब्रिटेन में यह गांव अनोखा है, जो बिंदास होकर महिला व पुरुष बिना कपड़ो के रहते हैं। साथ ही खेलते हैं, साथ में रोजमर्रा के काम भी करते हैं, मगर उन्हें कोई असहज महसूस नहीं होता है। इस गांव में कोई भी व्यक्ति या महिला कपड़े नहीं पहनते हैं।