
Astronauts Sunita Williams : भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, जो जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसी हुई थीं, ने वहां रहते हुए कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोग किए। उनके साथ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बूनोव भी शामिल थे। अब जब ये तीनों धरती पर वापस आने की तैयारी कर रहे हैं, तो आइए जानें कि उन्होंने अंतरिक्ष में किन महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया।
Microgravity research : अंतरिक्ष में भोजन उत्पादन को लेकर जारी शोध में सुनीता विलियम्स ने भी योगदान दिया। उन्होंने एडवांस्ड प्लांट हैबिटेट में लेट्यूस के पौधों को पानी दिया और उनके विकास का अध्ययन किया। यह प्रयोग, “प्लांट हैबिटेट-07” के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य यह समझना था कि अलग-अलग नमी स्तर पौधों और उनके जल प्रणालियों में मौजूद सूक्ष्मजीवों पर कैसे प्रभाव डालते हैं।
Space gardening : इस अध्ययन के निष्कर्ष भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सुरक्षित और पोषणयुक्त खाद्य उत्पादन की प्रणालियों को विकसित करने में सहायक हो सकते हैं। यह मिशन गहरे अंतरिक्ष अभियानों के लिए आवश्यक भोजन उत्पादन प्रणालियों को तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुनीता विलियम्स ने तोड़ा स्पेसवॉक का रिकॉर्ड
NASA astronaut : सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने 7:43 AM ईस्टर्न टाइम (ET) पर स्पेसवॉक शुरू किया और 1:09 PM ET पर इसे समाप्त किया। यह स्पेसवॉक कुल 5 घंटे और 26 मिनट तक चला। यह सुनीता विलियम्स की नौवीं और विलमोर की पांचवीं स्पेसवॉक थी। नासा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, “नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन के कुल 60 घंटे और 21 मिनट के स्पेसवॉक समय को पार कर लिया है।” अब, विलियम्स के पास कुल 62 घंटे और 6 मिनट की स्पेसवॉक का रिकॉर्ड है, जिससे वह नासा की ऑल-टाइम लिस्ट में चौथे स्थान पर पहुंच गई हैं।
अंतरिक्ष में जल पुनर्प्राप्ति प्रणाली
अंतरिक्ष में जल शोधन की तकनीकों को बेहतर बनाने के लिए नासा ने “पैक्ड बेड रिएक्टर प्रयोग: वाटर रिकवरी सीरीज (PBRE-WRS)” को लॉन्च किया। इस प्रयोग के तहत ऐसे रिएक्टरों का अध्ययन किया गया, जिनमें छोटे-छोटे कणों (जैसे पेलेट्स या बीड्स) से भरी संरचनाएं होती हैं। ये संरचनाएं बहते हुए तरल और गैसों के बीच संपर्क को बढ़ाने में मदद करती हैं।सुनीता विलियम्स ने इस प्रयोग के लिए विशेष उपकरणों की सेटिंग की। इससे प्राप्त जानकारी वैज्ञानिकों को बेहतर जल पुनर्प्राप्ति प्रणालियों, ताप प्रबंधन, ईंधन कोशिकाओं और अन्य कई उद्देश्यों के लिए अत्याधुनिक रिएक्टर विकसित करने में सहायता कर सकती है।
माइक्रोग्रैविटी में सूक्ष्मजीवों का अध्ययन
अंतरिक्ष में माइक्रोग्रैविटी कैसे बैक्टीरिया और यीस्ट (खमीर) के उत्पादन प्रक्रियाओं को प्रभावित करती है, इसका अध्ययन करने के लिए “रॉडियम बायोमैन्युफैक्चरिंग 03” नामक शोध चलाया गया। सुनीता विलियम्स ने इस प्रयोग के लिए विशेष रूप से विकसित बैक्टीरिया और यीस्ट के नमूनों के साथ काम किया। अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की अनुपस्थिति सूक्ष्मजीवों की कोशिकाओं के विकास, संरचनात्मक निर्माण और चयापचय कार्यों को प्रभावित कर सकती है। इस शोध के परिणाम भविष्य में अंतरिक्ष में खाद्य उत्पादन, औषधियों और अन्य आवश्यक वस्तुओं के निर्माण में मदद कर सकते हैं, जिससे पृथ्वी से उपकरणों और आपूर्ति को ले जाने की लागत में कमी आएगी।
अंतरिक्ष में आवश्यक विटामिन का उत्पादन
Sunita Williams in space : लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के दौरान भोजन के पोषण मूल्य में गिरावट आती है। इसे ध्यान में रखते हुए “बायोन्यूट्रिएंट्स” नामक अध्ययन किया गया, जिसमें विशेष रूप से डिजाइन किए गए सूक्ष्मजीवों, विशेष रूप से यीस्ट, का उपयोग करके आवश्यक पोषक तत्वों को उत्पन्न करने की संभावनाओं का पता लगाया गया।
इस प्रयोग के लिए सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष स्टेशन पर विशेष रूप से डिजाइन किए गए ग्रोथ कंटेनरों का उपयोग किया। यह तकनीक भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों में भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने और आवश्यक पोषण प्रदान करने में बेहद उपयोगी साबित हो सकती है।
सुनीता विलियम्स के जीवन की कहानी
Sunita Williams life story : सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को अमेरिका के ओहायो में हुआ। उनके पिता दीपक पंड्या भारतीय मूल के थे और माता बोनी पंड्या अमेरिकी थीं। उन्होंने अमेरिकी नौसेना अकादमी से स्नातक किया और बाद में मास्टर डिग्री प्राप्त की। 1998 में वह नासा में अंतरिक्ष यात्री बनीं। 2007 में उन्होंने सबसे अधिक समय तक स्पेसवॉक करने वाली पहली महिला होने का रिकॉर्ड बनाया। वह शादीशुदा हैं और उनके पति माइकल जे. विलियम्स हैं। उन्होंने कई अंतरिक्ष मिशनों में भाग लिया और 2024 में भी आईएसएस पर रहीं।
विवरण | जानकारी |
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पूरा नाम | सुनीता लिन पंड्या विलियम्स |
पिता का नाम | दीपक पंड्या |
माता का नाम | बोनी पंड्या |
जन्म | 19 सितंबर 1965, ओहायो, अमेरिका |
शिक्षा | अमेरिकी नौसेना अकादमी, मास्टर डिग्री |
शादी | माइकल जे. विलियम्स |
बच्चे | जानकारी उपलब्ध नहीं |
कॅरियर | नौसेना अधिकारी, नासा अंतरिक्ष यात्री |
उपलब्धियां | सबसे अधिक स्पेसवॉक करने वाली महिला, आईएसएस पर कई मिशन |