राष्ट्रसंत ललितप्रभ, राष्ट्रसंत चंद्रप्रभ एवं डॉ शांतिप्रियसागर का 19 जून को राजसमंद-कांकरोली में आगमन हो रहा है। उनका यहां पांच दिवसीय प्रवास रहेगा। संबोधि सेवा परिषद राजसमंद के भूपेंद्र चोरड़िया ने बताया कि राष्ट्र संतों के कांकरोली में 19 से 23 जून तक स्टेशन रोड स्थित प्रज्ञा विहार में जीने की कला पर दिव्य सत्संग का आयोजन किया जा रहा है, जहां प्रतिदिन प्रातः 8:45 से 10:30 बजे तक विशिष्ट प्रवचन होंगे। इस दौरान वे अपने कड़वे, औजस्वी प्रवचन के माध्यम से आम लोगों को जीवन जीने की कला सीखाएंगे।
मीडिया प्रभारी जितेंद्र लढ्ढा ने बताया कि अपनी प्रभावी प्रवचन शैली के लिए पूरे देश भर में लोकप्रिय राष्ट्रसंत इन पंच दिवसीय प्रवचनों में जीवन निर्माण, व्यक्तित्व विकास, पारिवारिक प्रेम एवं धर्म अध्यात्म पर विशेष मार्गदर्शन देंगे। इससे पहले भी राष्ट्र संतों ने कांकरोली में अपने प्रवचनों का आयोजन कर नगरवासियों को जीने की कला का पाठ पढ़ाया था, जिसमें सर्वधर्म सद्भाव का वातावरण बनाते हुए नगर के हजारों लोगों ने भाग लिया था। देशभर में अपनी विशिष्ट प्रवचनों के आमजन में लोकप्रिय राष्ट्र संतों के प्रवचन से लाभान्वित होने के लिए राजसमंद जिले के समस्त श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया जा रहा है ।
आयोजन को लेकर तैयारी बैठक
आयोजन की तैयारियों को लेकर संबोधी सेवा परिषद, राजसमन्द द्वारा बैठक कर विशाल पांडाल निर्माण, वृद्धजनों के बैठने के लिए कुर्सिया, स्वागत, आवास, टेंट, प्रवचन स्थल, प्रचार प्रसार, निमंत्रण, शोभा यात्रा, जल और भोजन व्यवस्था, भजन संध्या सहित अन्य अलग- अलग समितियों का गठन कर सभी सदस्यों को अलग- अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई है। तैयारियों को लेकर सुनील पगारिया,कमलेश कछारा,भूपेंद्र चोरड़िया, चंद्र प्रकाश सियाल, आशीष वागरेचा, कुलदीप सोनी, ललित बाफना, आशा पालीवाल, पंकज मेहता, महावीर बोल्या, दीपक हिंगड़, डॉ वीरेंद्र महात्मा, हिम्मत कटारिया, दीपक कांकरिया, अनिल बोहरा, सुधीर व्यास, नवीन विश्वकर्मा, ओमप्रकाश मंत्री, विजय बहादुर जैन, प्रदीप लड्ढा, ललित मांडोत, सत्यनारायण पालीवाल सहित संबोधी सेवा परिषद के सभी सदस्य एवं अनेक समाजसेवी लगे हुऐ हैं।