लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
कहते हैं काल भैरवधाम के दर पर आने व दर्शन से लाइलाज बीमारियां से राहत मिलती है। यह अद्भुद धार्मिक स्थल राजसमंद व अजमेर जिले की सरहद पर टॉडगढ़ में स्थित है। यहां श्री टॉडगढ़ काल भैरव धाम से प्रसिद्ध इस मंदिर पर देशभर से हजारों की तादाद में लोग आते हैं और गृह क्लेश लेकर लाइलाज बीमारियों से भी राहत पा रहे हैं। साथ ही भैरूजी के दरबार में आने वाले हर व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण होने की भी मान्यता है। यहां प्रति शनिवार को जागरण होता है, जिसमें खास तौर से हजारों लोग आते हैं।
शनिवार को सैकड़ों लोग मंदिर पहुंचे और मत्था टेक कर सुख शांति की कामना की। कई भक्तजनों ने अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर भैरव दरबार में धोक लगाकर कृतज्ञता ज्ञापित की| मुख्य सेवक दीपक पडियार ने बताया कि मंदिर में देशभर के कई क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंचे एवं आरती पश्चात भैरव दरबार में अपनी अरदास व्यक्त की| मुख्य उपासक विद्या प्रकाश पड़ियार, रतनलाल सेन एवं कपिल पडियार के मार्गदर्शन में मंदिर में विशेष श्रंगार धराया गया| महाआरती में भेरुजी के भजनों के संगान के साथ श्रद्धालुओं ने देव स्मरण किया। रातभर चले अनुष्ठान में अनेक श्रद्धालुओं ने अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर भैरव दरबार में धोक लगाई, वहीं अनेक नवविवाहित जोड़ों एवं संतान प्राप्ति करने वाले जोड़ों तथा कैंसर रोग से राहत प्राप्त होने वाले श्रद्धालुओं ने भी मंदिर पहुंचकर दर्शन लाभ प्राप्त किया।
श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे रहे कई स्वयंसेवक
टॉडगढ़ में श्री काल भैरव धाम पर शनिवार को जागरण पर बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के आने पर सेवा के लिए कई स्वयंसेवक आते हैं। टॉडगढ़ के साथ अजमेर, राजसमंद, उदयपुर व भीलवाड़ा से स्वयंसेवक यहां श्रद्धालुओं की सेवा करने के लिए आते हैं। इस दौरान वरिष्ठ सेवक विनोद पडियार, पिंटू पितलिया, रमेश सोनी, दीपचंद दक, राजेंद्र सेठिया, राजकुमार दक, लोकेश चिंटू गर्ग, हर्ष प्रजापत,निकुंज शोभित प्रजापत, भावेश जयेश पडियार, पवन लोढ़ा, अशोक सेन, गोपाल सोनी, बालचंद देरासरिया,प्रतीक प्रजापत, लवेश सिंघवी, महेंद्र प्रकाश पडियार आदि विभिन्न व्यवस्थाओं में जुटे रहे।
शनिवार को श्रद्धालुओं के भोजन की खास व्यवस्था
श्री टॉडगढ़ भैरव धाम पर शनिवार को देशभर से श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में श्रद्धालु के भोजन के लिए प्रति शनिवार को विशेष भोजन की व्यवस्था रहती है। न्यूनतम शुल्क पर भोजन मिलता है। इसके अलावा ज्यादातर समय कई श्रद्धालुओं द्वारा प्रसादी रखी जाती है, जिससे भोजन फ्री में लोगों को खिलाया जाता है। श्रद्धालुओं के लिए भोजनशाला की व्यवस्थाओं में बाबूलाल भाटी,रमेश कुमार देसरला, पुरुषोत्तम पडियार, मंजू देसरला, सागर मांडोत, सीमा टांक,योगिता पडियार आदि जुटे रहे।
यहां न कोई चढ़ावा लिया जाता है और न ही पैसा लगता है
अजमेर जिले के टॉडगढ़ कस्बे में स्थित टाॅडगढ़ भैरव धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं की तरफ से कोई पैसा नहीं लिया जाता है और न ही कोई चढ़ावे की परम्परा है। यहां मंदिर में स्वैच्छिक तौर पर भक्तजन दानपेटी में राशि भेंट करते हैं और उसी से मंदिर का संचालन हो रहा है। साथ ही प्रति शनिवार को देशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जो स्वेच्छा से यहां पर मंदिर में सेवा, पूजा के साथ मंदिर निर्माण में भी सहयोग राशि दान कर रहे हैं। यहां पीड़ित परिवार को कोई राशि मंदिर में रखने की जरूरत नहीं है। साथ ही जयवर्द्धन न्यूज द्वारा भी स्पष्ट किया जाता है कि इस खबर के माध्यम से इस मंदिर के प्रति कोई अंधविश्वास की बात नहीं है, बल्कि मंदिर की वास्तविक स्थिति भक्तजनों तक पहुंचाने का प्रयास है। मंदिर में आने वाले लोगों के जो भी आराम हो रहा है अथवा कोई राहत मिल रही है, तो उसके प्रत्यक्ष उदाहरण है। साथ ही मंदिर में आने वाले श्रद्धालु खुद अपने प्रत्यक्ष चमत्कार बता रहे हैं। इस तरह प्रत्यक्ष प्रमाण भक्तजनों को बताने का प्रयास है।